
छुट्टा पशुओं से किसान त्रस्त, जिम्मेदार मस्त
छुट्टा पशुओं से किसान त्रस्त, जिम्मेदार मस्त
बस्ती।
आवारा पशुओं से किसान आह भर रहे हैं। जिम्मेदार बेपरवाह बने हुए हैं। आवारा पशुओं से बचाव के लिए हालांकि गौशाला निर्माण विकास खंड मे किया गया है, लेकिन यह नाकाफी साबित हो रहा है।पशुओं के झुंड खेतों में पहुंचकर लगी फसलों को नष्ट कर रहे हैं। किसान फसलों की रखवाली में दिन-रात जुटे रहते हैं।
इसके बावजूद भी अपनी गाढ़ी कमाई की फसलों को नहीं बचा पा रहे हैं।दुबौलिया विकास खंड में एक बृहद व चार लघु गौशाला है। फिर भी आवारा पशु छुट्टा घूम रहे हैं। दुबौलिया ब्लॉक क्षेत्र में आवारा पशुओं का आतंक कुछ ज्यादा ही है। आवारा पशुओं के झुंड के झुंड घूमते नजर आ रहे हैं। इन झुंडों में अधिकांश जानवर ¨हिंसक हो चुके हैं। किसान गोपाल सिंह कहते हैं कि रात को खेतों में अवारा पशुओं के झुंड आ जाते हैं। फसलों को चरकर व पैरों से रौंदकर चले जाते हैं। सुरक्षा के लिए खेत के चारों ओर तारों की बाड़ लगा रखी है,
लेकिन पशुओं के झुंड तारों के बाड़ को लांघकर खेतों में घुस जाते हैं। जब तक खेत में लोग पहुंचते हैं तब तक पशुओं के झुंड फसलों को नष्ट कर देते हैं। किसान कल्लू शुक्ला बताते हैं कि अगर इन आवारा पशुओं की समस्या का कोई स्थायी समाधान नहीं निकाला गया तो फसलों को किसान नहीं बचा पाएंगे। किसान अमरनाथ बताते हैं कि ग्रामीण क्षेत्रों में खेतों में आवारा पशुओं का जमघट किसानों के लिए चुनौती है। आवारा पशु फसलों को नष्ट कर रहे हैं। छुट्टा जानवर की अनवरत वृद्धि होने के कारण किसान परेशान हैं।
किसान राधेश्याम चौधरी बताते हैं कि फसल उगते ही आवारा पशु नष्ट कर देतें है। इस संबंध में जिला कृषि अधिकारी बस्ती मनीष सिंह ने बताया कि छुट्टा जानवरों के निजात पाने के लिए फसलों पर गोबर का छिड़काव करें, इससे फसलों को बचाया जा सकता है।
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