कदौरा ब्लाक नरेगा गरीब मजदूरों के पेट मे लात मारकर रातोरात ट्रैक्टर से बनवा दिया जलरोक बांध

ट्रैक्टर से हुए नरेगा कार्य को दिखाता प्रधान


स्वतंत्र प्रभात 

 


कदौरा/जालौन 26सितंबर।कदौरा विकास खण्ड में नरेगा नाबालिगों के तक बनाये गए है फर्जी जॉब कार्ड फर्जी रूप से घर बैठे होती है धननिकासी एक रात में दो घण्टे के अंदर 4 लाख का मशीनों से करवा दिया कार्य ब्लाक में मचे भृस्टाचार के खिलाप खुद ग्राम प्रधान ने प्रमाण सहित खोला मोर्चा जिलाधिकारी से लगाई कार्यवाही की गुहार

योजना अंतर्गत मजदूरों से होने वाले जलरोक बांध को रातों रात ट्रैक्टर मशीनों से कराए जाने का विरोध करने गए ग्राम प्रधान को दबंगो ने धमकी देकर मौके से भगा दिया क्षुब्द प्रधान प्रमाण सहित भृस्टाचार में लिफ़्त सचिब रोजगार सेवक व ब्लाक अधिकारी के खिलाप जिलाधिकारी व उपजिलाधिकारी को ज्ञापन देकर जांच कार्यवाही की मांग की है प्रधान ने आरोप लगाया कि ब्लाक में कुछ अधिकारी व रोजगार सेवक मिलजुल कर सरकारी धन का इसी तरह दुरपयोग कर रहे है।


गौरतलब हो कि विकास खण्ड कदौरा की ग्राम पंचायत सोंधी प्रधान विजय कुमार द्वारा रविवार को डीएम व एसडीएम नामित तहसील में देकर अवगत कराया कि बीती रात उसकी ग्राम सभा सोंधी के मजरा वाकरपुर में रोजगार सेवक के ट्रैक्टरो से जलरोक बांध का निर्माण किया गया है जिसकी सूचना मिलते ही जब प्रधान ने मौके पर पहुंचकर उक्त भृस्टाचार का विरोध किया कि मजदूरों के पेट मे लात मारकर ये अवैध कार्य क्यो किया जा रहा तो मौजूद दबंग लोगो द्वारा प्रधान को चुप रहने की सलाह देते हुए धमकी दी गयी।


एव अगले दिन प्रधान व प्रतिनिधि कौशल किशोर व अन्य ग्रामीणों द्वारा जिला प्रसाशन को शिकायत देकर कहा कि भृष्ट सचिब सिकन्दर सिंह मास्टर माइंड अन्य ग्राम पंचायत रोजगार व सोंधी रोजगार सेवक व अन्य ब्लाक अधिकारी की मिली भगत से नरेगा के कार्यो को ऐसे ही मिली भगत से कराकर गरीब मजदुरो के पेट पर लात मारी जा रही है और इतना ही नही नाबालिग लोगो के तक फर्जी जॉब कार्ड बनाकर घर रोजगार सेवक द्वारा घर बैठे 


उनके खाते से सरकारी धनराशि ने बंदरबांट किया जाता है।प्रधान ने प्रसाशन से मांग की है कि उक्त सोंधी में कराए गए फर्जी कार्य को मशीनों से रातों रात कराया गया है और प्रधान को इसकी जानकारी तक नही है जिसके प्रमाण तक प्रधान के पास है जिसने वीडियो वायरल कर उक्त कार्य मे संलिप्त लोगो के खिलाप कार्यवाही की मांग की है।
अब देखना ये है कि प्रसाशन द्वारा उक्त केंद्रीय रोजगार योजना की आड़ में


 मजदूरों के निवाले को छीनकर लूट मचाये भृष्ट आरोपियो के खिलाप कोई कार्यवाही भी होती है य उक्त भरस्टाचारियो के हौसले हमेशा की तरह ऐसे ही बढ़े रहेंगे जो जब चाहे सरकारी धन का आसानी से फर्जीवाड़ा कर बंदरबांट करते रहेंगे।

About The Author: Swatantra Prabhat