शादी के पांच दिन बाद ही नव विवाहिता ने ससुराल में खुद को जिन्दा फूंका

शादी के पांच दिन बाद ही नव विवाहिता ने ससुराल में खुद को जिन्दा फूंका

भड़की आग ने मकान को भी चपेट में ले लिया। आग से गृहस्थी भी जलकर खाक हो गई। आग की लपटें देखकर पड़ोसी और ग्रामीण दौड़ पड़े, किसी तरह सबमर्सिबल पंप चलाकर आग पर काबू पाया गया, लेकिन तब तक सब कुछ स्वाहा हो चुका था। पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया है।

भड़की आग ने मकान को भी चपेट में ले लिया। आग से गृहस्थी भी जलकर खाक हो गई। आग की लपटें देखकर पड़ोसी और ग्रामीण दौड़ पड़े, किसी तरह सबमर्सिबल पंप चलाकर आग पर काबू पाया गया, लेकिन तब तक सब कुछ स्वाहा हो चुका था। पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया है।

बाँदा कमासिन थाना क्षेत्र के किटहाई गांव में रहने वाले राजेंद्र की बीती 26 मई को शादी हुई थी। मंगलवार की रात को पति और पत्नी पुष्पा (20) कमरे में सो गए। आधी रात को पुष्पा कमरे से बाहर निकली और पति के कमरे के दरवाजे की कुंडी लगा दी। इसके बाद वह दूसरे कमरे में गई और वहां पर केरोसिन डालकर खुद को आग ली। पुष्पा धू-धूकर जल उठी। आग की लपटों ने मकान को भी चपेट में ले लिया।

मकान भी धू-धूकर जल उठा। पड़ोसियों ने आग देखी तो मोहल्ले में शोर मचा गया। पुष्पा के ससुरालीजन और ग्रामीणों ने आग बुझाने का भरसक प्रयास किया। सबमर्सिबल के जरिए आग बुझाई गई। लेकिन जब तक आग बुझाई गई, तब तक सब कुछ जलकर स्वाहा हो चुका था। आग बुझाने के बाद परिजनों ने देखा तो पुष्पा जलकर मर चुकी थी। इसके साथ ही शादी का पूरा सामान भी राख के ढेर में बदल गया। राजेंद्र के भतीजे राजाबाबू ने बताया कि पुष्पा की तबीयत खराब थी। इसकी वजह से उसने आग लगाकर आत्महत्या कर ली।

तीन-चार दिन में आनी थी चौथी, मातम का माहौल: पुष्पा रीवां की रहने वाली थी। तीन-चार दिन के अंदर ही उसकी चौथी आनी थी। शादी वाले घर में खुशियों का माहौल था। ससुराल पक्ष के लोग शादी के बाद की कुछ रस्मों को पूरा करने की तैयारी कर रहे थे। लेकिन अचानक हुई इस घटना से परिवार में मातम का माहौल है।

न खाने को अनाज बचा न कपड़े: पुष्पा ने खुद को आग के हवाले किया तो भड़की आग ने पूरे मकान को अपनी आगोश में ले लिया। जबरदस्त आग देखकर जो जिस हालत में था, उसी हालत में घर से बाहर निकल भागा। आग लगने के कारण न सिर्फ मकान जलकर राख हो गया बल्कि अनाज के साथ ही कपड़े भी जल गए हैं। आलम यह है कि बदन में जितने कपड़े ससुरालीजनों के पास हैं, उतने ही कपड़े शेष बचे हैं, बाकी सब कुछ जलकर राख के ढेर में बदल गया

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