विधवा बेसहारा को भी नहीं बक्सा, ग्राम पंचायत सचिव विवेक श्रीवास्तव

विधवा बेसहारा को भी नहीं बक्सा, ग्राम पंचायत सचिव विवेक श्रीवास्तव

मामला को दबाने के लिए विवेक श्रीवास्तव ने किया पुलिस बल का प्रयोग विकास खंड बसखारी के अंतर्गत पड़ने वाला गांव पृथ्वीपुर के ग्राम पंचायत सचिव विवेक श्रीवास्तव बेहद ही भ्रष्ट और घूसखोर ठहरे,अभी कुछ दिन पहले संतोष सिंह के शौचालय का पैसा मीडिया में आने के 2 साल बाद लाकर पैसा दिया जो कि

मामला को दबाने के लिए विवेक श्रीवास्तव ने किया पुलिस बल का प्रयोग

विकास खंड बसखारी के अंतर्गत पड़ने वाला गांव पृथ्वीपुर के ग्राम पंचायत सचिव विवेक श्रीवास्तव बेहद ही भ्रष्ट और घूसखोर ठहरे,अभी कुछ दिन पहले संतोष सिंह के शौचालय का पैसा मीडिया में आने के 2 साल बाद लाकर पैसा दिया जो कि वह अपने डकार गये थे और अभी एक नया मामला प्रकाश में आ गया है ग्राम सभा की विधवा ज्योति सिंह से आवास के नाम पर 10000 का घूस लिया और आवास नहीं दिया, विधवा बेसहारा ज्योति सिंह मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर शिकायत की परंतु वीडियो साहब की मेहरबानी ऐसे भ्रष्ट और घूसखोर ग्राम पंचायत सचिव को हमेशा बचा रही है, जबकि यह सचिव हमेशा चर्चा में रहता , आखिर में वीडियो साहब की क्या मजबूरी है मामला से बाहर है‌।
बताना चाहते हैं कि ग्राम सभा पृथ्वीपुर के ग्राम पंचायत सचिव विवेक श्रीवास्तव लगभग सालो से चर्चा में है परंतु वीडियो साहब इन पर कोई कार्यवाही कभी नहीं किया पिछले वर्ष विवेक श्रीवास्तव द्वारा व्यक्तिगत गोशाला में गलत चयन का मामला प्रकाश में आया फिर भी वीडियो साहब अनदेखी कर दी, विगत दो-तीन महीनों से कुछ समाजसेवी इनके भ्रष्टाचार का पोल खोलते हुए शिकायत भी की परंतु वीडियो साहब आंख मूंद कर बैठ रही है आखिर में क्यों अभी कुछ दिन पहले उक्त ग्राम सभा का गृह लक्ष्मी पत्नी संतोष सिंह के शौचालय का मामला प्रकाश में आया विकासखंड बसखारी से प्राप्त लिस्ट अनुसार संतोष सिंह का शौचालय लगभग 2 वर्ष पूर्व मिल चुका था जिसका पेमेंट भी हो गया परंतु वह जमीन पर नहीं आया अर्थात कहा गया और संतोष सिंह को उसका लाभ नहीं मिला परंतु जब मामला 23 फरवरी को मीडिया में आया तो विवेक श्रीवास्तव द्वारा जाकर संतोष सिंह को सादे कागज पर लिखवा कर पूरा पूरा पेमेंट दे दिया गया, परंतु कागज पर तारीख नहीं दिखाया गया कि यह पेमेंट किस तारीख में हो रहा है यह तो समय ही बताएगा विवेक श्रीवास्तव पेमेंट को वर्तमान तारीख दिखाते है या पिछले 2 वर्षों की तारीख में जबकि लिस्ट के अनुसार शौचालय 2 वर्ष पूर्व बनकर तैयार हो गया है
ग्राम सभा में आज पुनः पहुंचे तो एक और नया मामला प्रकाश में आया जो बेहद ही दर्दनाक है घटना है ग्राम सभा की विधवा ज्योति सिंह पत्नी स्वर्गीय राम गोपाल सिंह द्वारा मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर शिकायत किया गया कि ग्राम पंचायत सचिव आवास के नाम पर ₹10000 रूपए लिया परंतु आवास नहीं दिया जब ज्योति सिंह द्वारा पता किया कि आवासश क्यों नहीं मिला तो पता चला कि रिपोर्ट में लगा है कि दो तल्ला मकान है जबकि अगर प्रार्थी के आसपास देखा जाए तो किसी के पास भी दो तल्ला मकान नहीं है आखिर में यह मकान का फोटो आया कहां से, जब श्रीवास्तव ग्राम सभा में 24 तारीख को पहुंचे और ज्योति द्वारा अपने आवास के बारे में कहा गया तो उन्होंने धमकी देती हुए पुलिस को बुला लिया और पुलिस के बल पर विवेक श्रीवास्तव अपनी गुंडागर्दी दिखानी चाहिए परंतु हुआ कुछ नहीं।

क्योंकि कहा गया कि सच्चाई छुप नहीं सकती बनावट के उसूलों से खुशबू आ नहीं सकती कभी कागज के बने फूलों से।

विकासखंड में और भी ग्राम पंचायत सचिव है आखिर उनके ऊपर क्यों नहीं आरोप लगता केवल विवेक श्रीवास्तव को छोड़कर और तो और वीडियो साहिबा क्यों विवेक श्रीवास्तव को बचा रही है कहीं मलाई के चक्कर वीडियो साहिबा भी तो नहीं क्योंकि इनकी ऊपर लगातार आरोप लग रहा है और कार्रवाई कभी कुछ नहीं हो रही है आखिर में क्यों जवाब वीडियो साहब भी दे सकती हैं अब देखना है कि ज्योति सिंह की शिकायत पर वीडियो साहब क्या करती हैं, संतोष सिंह के शौचालय पर वीडियो साहब पैसा किस तारीख में पेमेंट दिखाती हैं यह तो समय ही बताएगा ।
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