IAS Success Story: छोटी उम्र में पिता का साया खोया: मां ने संभाला, अब बेटी बनी IAS अफसर
कठिन परिस्थितियों में भी नहीं छोड़ा हौसला
तान्या के पिता गोपाल कृष्ण गुप्ता, जो औरैया के एक स्कूल में गणित के शिक्षक थे, का 24 साल पहले बीमारी के कारण निधन हो गया था। परिवार की जिम्मेदारी उनकी मां अनीता उर्फ रानी गुप्ता के कंधों पर आ गई। उन्होंने वार्ड आया के रूप में काम करते हुए बेटी की शिक्षा में कोई कमी नहीं आने दी।
तान्या बताती हैं कि उनके परिवार की आर्थिक स्थिति बेहद कमजोर थी, लेकिन मां ने हर हाल में उन्हें पढ़ने का मौका दिया।
पांचवें प्रयास में मिली सफलता
Read More IAS Success Story: टीवी देखकर IAS बनने की ठानी, पहले प्रयास में UPSC क्रैक कर पूरा किया सपनातान्या गुप्ता ने UPSC परीक्षा में पांचवें प्रयास में सफलता हासिल की। तीन बार वह प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) में असफल रहीं, जबकि चौथे प्रयास में साक्षात्कार (Interview) तक पहुंचीं। अंततः पांचवें प्रयास में उन्होंने 720वीं रैंक के साथ सफलता पाई।
शिक्षा में हमेशा रहीं अव्वल
तान्या ने 2016 में इंटरमीडिएट परीक्षा में 95.2% अंक हासिल कर जिला टॉपर बनीं। इसके बाद उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के हंसराज कॉलेज से बीएससी की डिग्री ली और फिर राजनीति विज्ञान (Political Science) में परास्नातक (MA) किया।
संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है। यह परीक्षा तीन चरणों में आयोजित होती है। हर साल लाखों छात्र परीक्षा में शामिल होते हैं, जिनमें से केवल करीब 1000 उम्मीदवारों को ही सफलता मिलती है।
मां के संघर्ष को दी सफलता की सौगात
तान्या ने अपनी सफलता का श्रेय अपनी मां को दिया। उन्होंने कहा कि अगर मां ने कठिन हालात में मेरा साथ न दिया होता तो मैं आज यहां नहीं पहुंच पाती। यह सफलता मेरी नहीं, मेरी मां की मेहनत की जीत है।

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