सीआईएसएफ ने खेल जगत में रचा इतिहास ,रिकॉर्ड पदक और ओलंपिक महत्वाकांक्षाएँ
सीआईएसएफ ने खेल अभियान की शुरुआत किया है जिसमें कई होनहार महिलाएं शामिल होंगी।
खिलाड़ियों का चयन 29 जुलाई तक देश भर के 14 केंद्रों पर जारी है।
अजित सिंह/ राजेश तिवारी ( ब्यूरो रिपोर्ट)
नई दिल्ली केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) ने खेल के क्षेत्र में एक अभूतपूर्व वर्ष का अनुभव किया है, जिसने 2024-25 के दौरान 159 पदक जीतकर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। यह बल के इतिहास में अब तक की सबसे अधिक पदक संख्या है, जो अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय और अखिल भारतीय पुलिस खेल आयोजनों में सीआईएसएफ एथलीटों के शानदार प्रदर्शन का प्रमाण है।
हाल ही में अमेरिका के बर्मिंघम में संपन्न हुए विश्व पुलिस और अग्निशमन खेल 2025 में, सीआईएसएफ के एथलीटों ने रिकॉर्ड तोड़ 66 पदक जीतकर राष्ट्रीय पदक तालिका में महत्वपूर्ण योगदान दिया। इस उल्लेखनीय उपलब्धि को मान्यता देने के लिए, सीआईएसएफ के महानिदेशक ने आज, 14 जुलाई 2025 को, सीआईएसएफ मुख्यालय, लोधी रोड, नई दिल्ली में इन गौरवशाली एथलीटों को सम्मानित किया।
सीआईएसएफ के इस रिकॉर्ड प्रदर्शन के पीछे कई महत्वपूर्ण पहलें रही हैं। इनमें खेल निधि में छह गुना वृद्धि (6 करोड़ रुपये तक), प्रति वर्ष 300 दिनों का विशेष आहार भत्ता (पहले 200 दिन), शिविरों और प्रतियोगिताओं के दौरान एथलीटों के लिए यात्रा और महंगाई भत्ते (टीए/डीए) में वृद्धि, नए जिम और अत्याधुनिक सुविधाओं की स्थापना, वार्षिक टूर्नामेंट कैलेंडर जारी करना, और चोट प्रबंधन के लिए विशेष सुविधाएं शामिल हैं।
खेल गतिविधियों की दैनिक निगरानी के लिए पहली बार मुख्यालय में सहायक महानिरीक्षक स्तर के एक अधिकारी को भी तैनात किया गया है। इसके अतिरिक्त, एक पूर्ण पर्वतारोहण दल का गठन किया जा रहा है, जो 2026 में माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई अभियान शुरू करेगा। सीआईएसएफ ने अपना अब तक का सबसे बड़ा खेल भर्ती अभियान भी शुरू किया है, जिसके माध्यम से 433 होनहार खेल प्रतिभाओं, जिनमें 229 महिलाएं शामिल होंगी जिसकी भर्ती की जानी है।
यह चयन प्रक्रिया 7 जुलाई 2025 को शुरू हुई है और 29 जुलाई 2025 तक देश भर के 14 चयन केंद्रों पर जारी रहेगी। इस अभियान के तहत लॉन टेनिस, बैडमिंटन, कराटे, साइकिलिंग, तीरंदाजी, तलवारबाजी, कयाकिंग, रोइंग, वुशु, और पेनकैक सिलाट जैसे खेलों में 13 नई टीमें बनाई जाएंगी। इस पहल को 12,868 आवेदकों की भारी प्रतिक्रिया मिली है, जिनमें 350 अंतरराष्ट्रीय और 3968 राष्ट्रीय पदक विजेता शामिल हैं। यह अभियान अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, छत्तीसगढ़ के आदिवासी क्षेत्रों और पूर्वोत्तर राज्यों सहित देश के सभी कोनों से प्रतिभाओं को सामने लाने का प्रयास कर रहा है, जो सीआईएसएफ के समावेशी और जमीनी स्तर तक पहुंच पर केंद्रित दृष्टिकोण को दर्शाता है।
सीआईएसएफ की महत्वाकांक्षा अब ओलंपिक पोडियम तक पहुंचने की है। इसके लिए, युवा, प्रतिभाशाली और होनहार खिलाड़ियों को 'उच्च प्रदर्शन एथलीट' के रूप में पहचाना जाएगा जो पोडियम स्तर पर पहुंच सकें। इन एथलीटों को विदेशों में प्रशिक्षण शिविरों के लिए प्रायोजित किया जाएगा। इसके अलावा, विशेषज्ञ प्रशिक्षकों, फिजियोथेरेपिस्ट, आहार विशेषज्ञों और शक्ति एवं कंडीशनिंग प्रशिक्षकों सहित सहायक कर्मचारियों का एक समर्पित समूह उनकी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए उपलब्ध रहेगा।
इन प्रयासों के माध्यम से, सीआईएसएफ का लक्ष्य देश के सभी बलों और राज्यों में अग्रणी बनने और खेल उत्कृष्टता का अग्रदूत बनने का है। सीआईएसएफ द्वारा की गई ये पहलें निश्चित रूप से भारतीय खेलों के भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। क्या आपको लगता है कि अन्य केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPFs) को भी इसी तरह के मॉडल का पालन करना चाहिए।

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