आजमगढ़ के अरविंद शुक्ला के नाम पर धोखाधड़ी, रिश्तेदारों और दोस्तों को निशाना बनाया गया

आजमगढ़ के अरविंद शुक्ला के नाम पर धोखाधड़ी, सोनभद्र में भी जालसाज़ों का जाल

आजमगढ़ के अरविंद शुक्ला के नाम पर धोखाधड़ी, रिश्तेदारों और दोस्तों को निशाना बनाया गया

सोनभद्र में आया धोख़ाधड़ी का मामला

अजित सिंह ( ब्यूरो रिपोर्ट) 

सोनभद्र/ उत्तर प्रदेश-

आजमगढ़ निवासी और वर्तमान में सोनभद्र के ओबरा में कार्यरत अरविंद शुक्ला इन दिनों एक गंभीर ऑनलाइन धोखाधड़ी का शिकार हुए हैं। एक अज्ञात व्यक्ति ने उनकी तस्वीर का इस्तेमाल कर 'अरविंद भाई' के नाम से एक फर्जी सोशल मीडिया आईडी बनाई है। इस फर्जी आईडी का इस्तेमाल कर अपराधी अरविंद शुक्ला के करीबियों, रिश्तेदारों और दोस्तों को निशाना बना रहा है।जालसाज़ उन्हें महंगे उपहार भेजने का लालच देकर पैसे और बैंक विवरण मांगने का प्रयास कर रहा है।

अरविंद शुक्ला ने बताया कि यह ठग पहले तो 5-6 लाख रुपये के बड़े उपहार भेजने का झांसा देता है, और जब बात नहीं बनती तो अंत में 500 रुपये जैसी छोटी रकम तक मांगने लगता है। अगर कोई बैंक खाते का विवरण देने से मना करता है, तो उसे गाली-गलौज और धमकी का भी सामना करना पड़ रहा है। अरविंद शुक्ला ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी ऐसे व्यक्ति को अपनी निजी या बैंक जानकारी साझा न करें जो उनके नाम पर उपहार या पैसे भेजने का दावा करे। उन्होंने यह भी साफ किया है कि उन्होंने किसी को भी इस तरह के उपहार देने या पैसे मांगने के लिए अधिकृत नहीं किया है।

अपराधी ने अरविंद शुक्ला की तस्वीर का इस्तेमाल करके 'अरविंद भाई' नाम से एक डुप्लीकेट सोशल मीडिया आईडी बनाई है। यह व्यक्ति अरविंद शुक्ला के संपर्कों को फोन कर उन्हें महंगे उपहार भेजने का बहाना बनाता है। उपहार भेजने के बहाने, जालसाज़ लोगों से उनके पासबुक आईडी और बैंक खाते का विवरण मांग रहा है। शुरुआत में 5-6 लाख रुपये के उपहार का वादा करने के बाद, यह ठग अंततः छोटी रकम, जैसे 500 रुपये, मांगने लगता है।यदि कोई व्यक्ति बैंक विवरण देने से इनकार करता है, तो जालसाज़ उन्हें गाली-गलौज और धमकी दे रहा है।

यह घटना ऑनलाइन धोखाधड़ी के बढ़ते मामलों का एक और उदाहरण है, जहाँ जालसाज़ लोगों की पहचान का दुरुपयोग कर रहे हैं और उन्हें वित्तीय नुकसान पहुँचाने की कोशिश कर रहे हैं। पुलिस और साइबर क्राइम विशेषज्ञों ने लगातार सलाह दी है कि अज्ञात स्रोतों से आने वाले किसी भी संदिग्ध संदेश या कॉल पर भरोसा न करें, और अपनी व्यक्तिगत या वित्तीय जानकारी कभी भी ऑनलाइन साझा न करें।

अगर आप ऐसे धोखाधड़ी का शिकार होते हैं तो क्या करें।तुरंत अपने स्थानीय पुलिस स्टेशन या साइबर क्राइम सेल में शिकायत दर्ज कराएं। संबंधित सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फर्जी आईडी की रिपोर्ट करें ताकि उसे हटाया जा सके। अपने सभी रिश्तेदारों और दोस्तों को सूचित करें कि वे इस धोखाधड़ी से सतर्क रहें।किसी भी सूरत में अपनी बैंक खाता संख्या, पासवर्ड या अन्य संवेदनशील जानकारी किसी के साथ साझा न करें, भले ही वे आपके परिचित के नाम से ही क्यों न हों। ओबरा, सोनभद्र पुलिस ने इस मामले का संज्ञान लिया है और जांच शुरू कर दी है।नागरिकों से अपील की गई है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें। क्या आप ऑनलाइन धोखाधड़ी के ऐसे किसी अन्य तरीके के बारे में जानना चाहेंगे, जिनसे आपको सतर्क रहना चाहिए?

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