अनपरा तापीय परियोजना का एमडी ने किया दौरा, अभियंता संघ ने रखी मांगें
अनपरा तापीय परियोजना का तकनिकी निदेशक ने किया निरीक्षण
सांकेतिक हड़ताल के दौरान निलम्बित कर्मचारियों के खिलाफ जाँच को तत्काल बंद करने की मांग
अजित सिंह / अजयंत सिंह ( ब्यूरो रिपोर्ट)
उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उत्पादन निगम के नव नियुक्त प्रबंध निदेशक (एमडी) डॉ. रूपेश कुमार और तकनीकी निदेशक इं. अश्विनी त्रिपाठी ने शनिवार को अनपरा तापीय परियोजना का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने परियोजना की विभिन्न इकाइयों के परिचालन और रखरखाव का जायजा लिया।
एमडी और तकनीकी निदेशक ने अनपरा 'अ' ताप विद्युत गृह, 'द' ताप विद्युत गृह के नियंत्रण कक्षों और इंटेक-ऑफटेक चैनल का निरीक्षण किया। इसके पश्चात, परियोजना के वरिष्ठ अधिकारियों, जिनमें मुख्य महाप्रबंधक इं. जेपी कटियार, मुख्य अभियंता इं. मधु मुखरैया, महाप्रबंधक (अ एवं ब) इं. दूधनाथ, महाप्रबंधक (द) इं. विजय बहादुर, महाप्रबंधक (प्रशासन) इं. निखिल चतुर्वेदी और मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एएन बरनवाल शामिल थे, के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक हुई।
इस बैठक में निर्बाध विद्युत आपूर्ति में आ रही तकनीकी बाधाओं, सुरक्षा और चिकित्सा जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की गई। इसके अतिरिक्त, गर्मी के मौसम में बिजली की बढ़ती मांग को देखते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश भी जारी किए गए।वहीं, दामिनी अतिथि गृह में अभियंता संघ और विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति से जुड़े विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों ने नवागत एमडी का पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया। इस अवसर पर, प्रतिनिधियों ने एमडी को एक मांगपत्र सौंपा, जिसमें कई ज्वलंत समस्याओं पर ध्यान आकर्षित किया गया।

प्रमुख मांगों में मार्च 2023 में सांकेतिक हड़ताल के दौरान निलंबित कर्मचारियों के खिलाफ चल रही जांच को जल्द समाप्त करना, वर्ष 2009 और उसके बाद के सहायक अभियंताओं की वरिष्ठता सूची जारी करना, अधिशासी अभियंता और अन्य सभी संवर्ग के कर्मचारियों के रिक्त पदों पर लंबित पदोन्नति प्रक्रिया को शीघ्र पूरा करना, लंबित समयबद्ध वेतनमान का आदेश जारी करना शामिल था।
इसके अतिरिक्त, अभियंता संघ ने हॉस्पिटल में बेहतर चिकित्सा व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए सर्जन, एनेस्थेसिया विशेषज्ञ, कार्डियोलॉजिस्ट, स्त्री रोग विशेषज्ञ और फिजियोथेरेपिस्ट जैसे विशेषज्ञ चिकित्सकों की भर्ती करने, अल्ट्रासाउंड और एक्सरे मशीनों को चालू कराने और प्रोत्साहन भत्ते के साथ सभी भत्तों को पुनरीक्षित करने की भी मांग की।इस महत्वपूर्ण वार्ता में मुख्य रूप से इं. अदालत वर्मा, इं. एसपी यादव, इं. मनोज यादव, इं. दिनेश शंकर द्विवेदी, इं. राम दरश, इं. दुष्यंत कुमार, विष्णु देव झा, प्रशांत उपाध्याय, अविनाश सिंह, श्रीकांत, विशम्भर सिंह, विकास जायसवाल, अविनास सिंह, प्रशांत उपाध्याय, जितेंद्र जायसवाल, राजीव यादव, राकेश वर्मा, सुरेश प्रजापति, सुजीत सोनी, शैलेंद्र सिंह समेत सभी संगठनों के प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में सदस्य उपस्थित रहे।

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