शिक्षा निकेतन इंटर कॉलेज में 'हम भारत के लोग' विषय पर चित्रकला, स्लोगन और पोस्टर प्रतियोगिता आयोजित
प्रधानाचार्य मुकुंद सिंह गौर ने संविधान के महत्व पर प्रकाश डाला।
स्लोगन लेखन प्रतियोगिता में छात्र छात्राओं ने मारी बाजी जिसमें स्नेहा सोनी व छात्र सौरभ कुमार ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।
अजित सिंह ( ब्यूरो रिपोर्ट)
स्थानीय नगर के शिक्षा निकेतन इंटर कॉलेज में शिक्षा विभाग के दिशा-निर्देशों के अनुपालन में विद्यार्थियों के बीच हम भारत के लोग विषय पर आधारित विभिन्न रचनात्मक प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के अंतर्गत चित्रकला, स्लोगन लेखन और पोस्टर निर्माण जैसी गतिविधियों में छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
स्लोगन लेखन प्रतियोगिता में कक्षा 12 'क' की छात्रा स्नेहा सोनी ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, जबकि इसी कक्षा की काजल द्वितीय और तृप्ति यादव तृतीय स्थान पर रहीं। इन छात्राओं ने अपनी रचनात्मक लेखन क्षमता का प्रदर्शन करते हुए हम भारत के लोग विषय को केंद्रित करते हुए प्रभावशाली स्लोगन प्रस्तुत किए। वहीं 'एक सबके लिए समानता और हमारे अधिकार, हमारा गौरव विषयों पर आधारित पोस्टर प्रतियोगिता भी आयोजित की गई।
जिसमें विद्यार्थियों ने अपनी कलात्मक प्रतिभा और सामाजिक जागरूकता का परिचय दिया। इस प्रतियोगिता में कक्षा 12 'ख' के छात्र सौरभ कुमार ने पहला स्थान हासिल किया। इसी कक्षा की रूबी द्वितीय और कीर्ति कुमारी तृतीय स्थान पर रहीं। छात्रों द्वारा बनाए गए पोस्टरों में इन महत्वपूर्ण विषयों को प्रभावी ढंग से दर्शाया गया था।प्रतियोगिता के समापन अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य मुकुंद सिंह गौर ने संविधान के महत्व पर प्रकाश डाला।
उन्होंने विशेष रूप से संविधान के भाग IV-क के अनुच्छेद 51क में उल्लिखित नागरिकों के मौलिक कर्तव्यों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है कि वह संविधान का पालन करे और उसके आदर्शों, संस्थाओं, राष्ट्र ध्वज और राष्ट्र गान का आदर करे। इसके अतिरिक्त, स्वतंत्रता के लिए हमारे राष्ट्रीय आंदोलन को प्रेरित करने वाले उच्च आदर्शों को हृदय में संजोए रखना, भारत की प्रभुता, एकता और अखंडता की रक्षा करना, देश की रक्षा करना और आह्वान किए जाने पर राष्ट्र की सेवा करना भी प्रत्येक नागरिक का दायित्व है।
प्रधानाचार्य ने आगे कहा कि भारत के सभी लोगों में समरसता और समान भ्रातृत्व की भावना का निर्माण करना, स्त्रियों के सम्मान के विरुद्ध प्रथाओं का त्याग करना, प्राकृतिक पर्यावरण की रक्षा और संवर्धन करना, वैज्ञानिक दृष्टिकोण, मानववाद और ज्ञानार्जन की भावना का विकास करना, सार्वजनिक संपत्ति को सुरक्षित रखना और हिंसा से दूर रहना, तथा व्यक्तिगत और सामूहिक गतिविधियों में उत्कर्ष की ओर बढ़ने का प्रयास करना भी नागरिकों के महत्वपूर्ण कर्तव्य हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि यदि हम सब अपने कर्तव्यों का निर्वहन ईमानदारी से करें तो हमें अपने अधिकार स्वतः ही प्राप्त हो जाएंगे, क्योंकि कर्तव्य और अधिकार एक दूसरे के पूरक हैं।
इस अवसर पर शिक्षक विजय भान, छन्नू लाल, सनोज कुमार और श्याम जी पाठक उपस्थित थे, जिन्होंने प्रतियोगिता के सफल आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के प्रवक्ता आचार्य प्रमोद चौबे ने कुशलतापूर्वक किया। उन्होंने अपने प्रभावी संचालन से कार्यक्रम को और अधिक जीवंत बना दिया।यह प्रतियोगिता न केवल छात्रों को अपनी रचनात्मक प्रतिभा दिखाने का एक मंच प्रदान किया, बल्कि उन्हें अपने संवैधानिक कर्तव्यों और अधिकारों के प्रति जागरूक करने में भी सहायक सिद्ध हुई। शिक्षा निकेतन इंटर कॉलेज द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम निश्चित रूप से छात्रों में नागरिकता की भावना को मजबूत करने में महत्वपूर्ण योगदान देगा।

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