डलमऊ रायबरेली
पिता के साथ बाइक से गंगा स्नान करने के लिए डलमऊ आए युवक की गंगा नदी में डूब कर मौत हो गई सूचना पर मौके पर पहुंची डलमऊ पुलिस गोताखोरों के मदद से शव को खोज कर नदी से बाहर निकाला पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया मौत की खबर परिजनों को मिली तो घर में कोहराम मच गया।
रायबरेली जिले के गोरा बाजार थाना कोतवाली नगर के रहने वाले नागेश त्रिपाठी पुत्र ओम प्रकाश एसजेएस स्कूल में गार्ड की नौकरी करता था। जेष्ठ माह की पूर्णिमा पर अपने पिता ओम प्रकाश के साथ डलमऊ गंगा स्नान करने आए हुए थे। गंगा तट डलमऊ के रानी शिवाला घाट पर पिता-पुत्र स्नान कर रहे थे। पिता स्नान करके पूजा पाठ करने लगे। काफी समय के बाद भी नागेश दिखाई स्नान करके वापस नहीं आया
आसपास जानकारी की जानकारी ना होने पर पिता ओमप्रकाश ने बड़े बेटे को फोन तेरी इस बात की जानकारी दी तब मृतक के भाई ने डलमऊ कोतवाली पुलिस को फोन पर सूचना दी सूचना पर पहुंची पुलिस ने गोताखोर की मदद से खोजबीन का कार्य शुरू किया। काफी खोजबीन के बाद रानी शिवाला घाट पर गंगा नदी की गहराई में शव पाया गया। शव को गोताखोरों के द्वारा बाहर निकाला गया। कोतवाली प्रभारी पंकज तिवारी ने बताया कि शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया और आगे की कार्रवाई करना शुरू कर दिया।
परिजनों में मचा कोहराम
युवक की मौत की सूचना परिजनों को पहुंची तो घर में कोहराम मच गया मौत की खबर सुनकर मृतक की पत्नी गोलू का रो रो कर बुरा हाल है मृतक दो भाई थे बड़ा भाई एडवोकेट हैं वहीं मृतक अपने पीछे डेढ़ साल का बेटा एवं अपने माता पिता को छोड़ कर चला गया।
तीर्थ पुरोहितों ने बताया कि गंग नहर में पानी ले जाने के लिए पोकलैंड मशीन द्वारा नदी की धारा मैं काफी गहराई से सिल्ट सफाई की गई है जिसके चलते जगह-जगह गहराई और गड्ढे हो गए हैं जिससे श्रद्धालुओं की जान का खतरा बना रहता है पिता ओमप्रकाश ने कहा यदि स्नान करने के लिए बैरिकेडिंग और क्षेत्रीय प्रशासन द्वारा गोताखोरों के साथ नाव की व्यवस्था होती
तो शायद मेरा बेटा ना डूबता अधिकारी अधिशासी आरती श्रीवास्तव ने बताया की गंगा जी की मुख्यधारा में नाव नाविक और गोताखोरों की व्यवस्था की गई थी जिससे कि श्रद्धालु गहरे पानी में स्नान न कर सके वही गंग नहर मैं पानी ले जाने के लिए मशीन से खुदाई कराई गई है इसकी जानकारी नहीं है