भुइहारेबाबा में नौ दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा का भव्य दूसरे दिन  आयोजन

होता तो मैं अपनी पुत्री के कलेवा में खाना खाने के लिए न कहता

भुइहारेबाबा में नौ दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा का भव्य दूसरे दिन  आयोजन

स्वतंत्र प्रभात 
 
 
त्रिवेदी गंज बाराबंकी । कस्बा त्रिवेदीगंज के लक्ष्मणपुर गांव  स्थित भुइहारे बाबा पर चल रही सात दिवसीय श्रीमदभगवतकथा के दूसरे दिन कथावाचक क्रष्ण मुरारी ने भक्तो को शिव विवाह का प्रसंग सुनाकर भक्ति में भावविभोर कर दिया। 
 
 
कथावाचक ने शिव विवाह विवाह की कथा को विस्तार से सुनाया। कथा में जब सभी कलेवा  के समय शुक्र व शनि को भोजन के लिए भेजे तो  राजा हिमांचल ने शुक्र व शनि को भरपेट खाना न पूरा कर पाने पर भोले बाबा से
 
 
की प्रथना की महा राज आप ही मेरी इज्जत को बचा सकते हो क्योंकि अब मेरे पास कुछ नही बचा है । मुझसे भूल हो गई । तो बाबा भोले ने शनि व शुक्र को आदेश दिया कि जो भी खाया है राजा हिमांचल को वापस कर दो ।
 
 
तथा वही से माता पार्वती की विदाई का भी प्रसंग बताया ।  शक्ति का अगर मुझे पहले ज्ञान 
 
 
इस बात को सुनकर शुक्र शनि  बोले यदि मेरे बड़े पिता जी  आज्ञा दें तो मैं पूरी पृथ्वी को गेंद की तरह उठाकर पटक दूंगा। तो वही इस कार्यक्रम ग्राम वासियो के सहयोग से
 
 
बड़े ही धूम धाम से आज शिव बारात का कार्यक्रम किया गया । मौके पर क्षेत्र पंचायत सदस्य जमुना प्रसाद वर्मा,प्रदीप यज्ञसैनी , प्रकाश वर्मा, श्रीकांत शुक्ला, रामु रावत, सहित सैकड़ो की संख्या में भक्त उपस्थित रहे। 
 
 
 
 
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