
2017 में भाजपा ने ढहा दिया सपा का किला, 2022 नजदीक
बिसौली विधानसभा सीट पर फिलहाल भारतीय जनता पार्टी से कुशाग्र सागर का कब्जा है वह इस सीट से विधायक है
बिसौली- उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में पड़ने वाली बिसौली विधानसभा सीट अनुसूचित जाति/जनजाति के लिए सुरक्षित है। बिसौली भी उन विधानसभा सीटों में शुमार है, जो सपा का गढ़ हुआ करती थीं लेकिन जहां साल 2017 की बीजेपी लहर में एसपी के किले ध्वस्त हो गए। फिलहाल, यहां से बीजेपी के कुशाग्र सागर विधायक हैं, जिन्होंने एसपी के सिटिंग एमएलए आशुतोष मौर्या उर्फ राजू को 10 हजार से भी ज्यादा वोटों से पराजित किया था।
साल 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के कुशाग्र सागर को तकरीबन 44 फीसदी वोट मिले थे। एक लाख 287 वोट पाने वाले कुशाग्र सागर ने समाजवादी पार्टी के आशुतोष मौर्या उर्फ राजू को 10 हजार से ज्यादा मतों के अंतर से हरा दिया था। मौर्या को 39% यानी 89 हजार 599 वोट मिले थे। तीसरे नंबर पर बीएसपी के मेजर कैलाश सागर रहे, जिन्हें 14% महज 32 हजार 398 वोट मिले।
साल 2017 में बिसौली में कुल 59 फीसदी मतदान हुआ था। इससे पहले साल 2012 में इस सीट पर एसपी का कब्जा था। साल 1996 से ही बिसौली में सपा का उम्मीदवार जीतता आ रहा है। लेकिन 2007 के चुनाव में डी पी यादव की पत्नी उमलेश यादव राष्ट्रीय परिवर्तन दल से विधायक बनी थी जो बाद में बहुजन समाज पार्टी में शामिल हो गई। 2012 में एसपी के आशुतोष मौर्या को यहां से 44 फीसदी वोट मिले थे। वहीं बीएसपी से उम्मीदवार प्रीती सागर दूसरे नंबर रही थी। तीसरे नम्बर पर बीजेपी के मेजर कैलाश सागर रहे, जिन्होंने साल 2017 के चुनाव में बीएसपी का दामन थाम लिया था।
2022 नजदीक क्या हो सकता इसवार ?
बिसौली विधानसभा सीट पर फिलहाल भारतीय जनता पार्टी से कुशाग्र सागर का कब्जा है वह इस सीट से विधायक है लेकिन हर बार की तरह इस बार भी भारतीय जनता पार्टी में भी टिकट मांगने वालों की लाइन लगी हुई है अब यह देखने वाली बात होगी भारतीय जनता पार्टी इस बार किस पर दाव आजमाती है। पार्टी के पदाधिकारी भले ही कुछ कहने से बच रहे हो लेकिन जनता में चर्चा है टिकट मांगने वालों में कुशाग्र सागर, डॉ अरूण प्रकाश धोबी, दमयंती वर्मा, नेहा आर्य, डीएस चौधरी, मेजर कैलाश सागर सहित तमाम दावेदार हैं।
क्षेत्र में चर्चा है है कि कुशाग्र सागर भारतीय जनता पार्टी से सबसे प्रबल दावेदार हो सकते हैं उसका कारण बताया जा रहा है उनकी जाति का वोट बैंक उनके साथ बड़ी तादाद में है। तो वही समाजवादी पार्टी से 2012 में विधायक रहे आशुतोष मौर्या इस बार भी मैदान में हैं जो 2017 का चुनाव तकरीबन दस हजार वोटो के अंतर से हार गए थे। समाजवादी पार्टी में भी आशुतोष मौर्या के अलावा एड सुरेन्द्र सागर, श्रीचन्द आदि दावेदार हैं। समाजवादी पार्टी की भी क्षेत्र में व्यापक चर्चा है और लोगों का कहना है कि आशुतोष मौर्य समाजवादी पार्टी से प्रबल दावेदार है कारण है कि वह पूर्व मे विधायक रहे हैं और क्षेत्र में अच्छी पकड़ है।
तो वही बात बहुजन समाज पार्टी की करें तो इस सीट पर कभी भी जीत दर्ज नहीं की है। सूत्रों की माने 2017 में बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़े मेजर कैलाश सागर इस बार बहुजन समाज पार्टी से दूरियां बनाए हुए हैं और भारतीय जनता पार्टी से अपना दावा जमाना चाह रहे हैं बहुजन समाज पार्टी से कौन दावेदार होगा इसकी अभी क्षेत्र में चर्चा तो नहीं है लेकिन सूत्रों की माने तो बसपा नेता जयपाल सिंह, एड राममूर्ति लाल, के अलावा के एक गैर जनपद का व्यक्ति बहुजन समाज पार्टी का प्रत्याशी हो सकता है। क्षेत्र में इस बात की व्यापक चर्चा है 2022 के चुनाव में मुकाबला सीधे-सीधे भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी के बीच में ही होगा।
बिसौली विधानसभा से पूर्व में रहे विधायक
1- कुशाग्र सागर भाजपा 2017
2- आशुतोष मौर्या सपा 2012
3- उमलेश यादव रापद 2007
4- योगेंद्र कुमार उर्फ कुन्नू बाबू सपा 2002
5- योगेंद्र कुमार उर्फ कुन्नू बाबू सपा 1996
6- दया सिन्धु शंखधार भाजपा 1993
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