अपनी मांगों को लेकर चौथे दिन भी डटीं रहीं आशा संगीनी

अपनी मांगों को लेकर चौथे दिन भी डटीं रहीं आशा संगीनी

कोविड काल मे जब लोग अपने घरों से नहीं निकल रहे थे तब उन्होंने अपना जान जोखिम मे डालकर ड्यूटी किया है। 


स्वतंत्र प्रभात

महराजगंज। रतनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर चौथे दिन शुक्रवार को सैकड़ो की संख्या में आशा, संगिनियों ने अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन जारी रखा। आशा बहुओं का कहना है कि कोविड काल मे जब लोग अपने घरों से नहीं निकल रहे थे तब उन्होंने अपना जान जोखिम मे डालकर ड्यूटी किया है। 


आशा कार्यकर्ताओं ने उत्तर प्रदेश सरकार से महंगाई को देखते हुए दस हजार मानदेय व कार्य के अनुसार मिल रहे पैसे की मानदेय मे परिवर्तित करने, आशा व संगिनियों को सरकारी कर्मचारी का दर्जा देने, तथा आशा व संगीनी का मानदेय सीधा उनके खाते में भेजने,प्रदेश के सभी आशा संगीनी का आयुष्मान कार्ड बनाये जाने, और आशा व


 संगीनी को दस लाख दुर्घटना बीमा दिये जाने की मांग को लेकर बीते मंगलवार को अनिश्चित कालीन धरना शुरू की थीं। आशा संघ का यह भी कहना है कि उनकी नियुक्ति वर्ष 23 अगस्त 2006 को हुआ है, और उनके कार्यकाल को अब तक करीब पंद्रह वर्ष हो चुके हैं। 


लेकिन अभी तक उनका कोई निश्चित मानदेय नहीं किया गया। उनका कहना है कि शुक्रवार को धरने का चौथा दिन रहा, लेकिन अभी तक कोई भी जिम्मेदार अधिकारी हम लोगों की सुधि लेने नहीं पहूंचे, जिससे संघ आक्रोशित है। जबतक उत्तर प्रदेश सरकार हमारी मांगो को नहीं पूरा करती है तब तक हमारा धरना प्रदर्शन जारी रहेगा।

        आशा संघ के संरक्षक अमरनाथ गिरी ने बताया कि रतनपुर सीएचसी पर चार दिनों तक अनावरत धरना प्रदर्शन चला है। शनिवार को संघ महराजगंज जिला मुख्यालय के लिए रवाना होगा। वहां संघ के वरिष्ठ लोग जो निर्णय लेंगे उसी के अनुसार आगे की रुपरेखा तैयार की जायेगी।

धरना प्रदर्शन में आशा कार्यकर्ता संघ ब्लाक अध्यक्ष विमला देवी, संरक्षक अमरनाथ गिरी, ममता चौधरी, सुनीता, निर्मला चौबे, चन्द्रावती, गीता, इमरिती, सुमन देवी, पूजा, वन्दना, प्रिया, विन्द्रावती, सीमा यादव, पिंकी गुप्ता, सुधा, शशिप्रभा, इन्द्रावती, संगीता सहित सैकड़ो आशा व संगिनी कार्यकत्री मौजूद रहीं।

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