पुलिस कर्मचारी की पत्नी ने योगी सरकार से लगाई न्याय की गुहार।

पुलिस कर्मचारी की पत्नी ने योगी सरकार से लगाई न्याय की गुहार।

पुलिस से जान का खतरा बताते हुए सरकार द्वारा महिला सशक्तिकरण एवं सुरक्षा प्राथमिकता  पर भी उठाए सवाल।


स्वतंत्र प्रभात 



शाहजहांपुर/उत्तर प्रदेश सरकार की महिला सशक्तिकरण एवं सुरक्षा बाली प्राथमिकता पर शाहजहांपुर जिले की एक पुलिस कर्मचारी की महिला ने सवाल उठा दिए हैं। पीड़ित महिला के मुताबिक वह पवन कुमार पुलिस कर्मचारी की पत्नी है ,जो थाना निगोही में तैनात था ।जिसे शिकायतें मिलने पर लाइन हाजिर कर दिया गया पीड़ित सुषमा के मुताबिक वह पुलिस अधीक्षक शाहजहांपुर का करीबी है। 


यही कारण है की उसके द्वारा कई वर्षों से लगातार शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किए जाने के बावजूद आज तक उस पर कार्रवाई नहीं की जा सकी है। सुषमा ने बताया उसके पति ने करीब 2 वर्ष पूर्व उसके पेट में पल रहे 5 माह के बच्चे को लात मारपीट कर  पेट में ही मार डाला था। 

जिसमें लोगों के कहने पर उसने समझौता कर लिया और आज भी वह अपने पति पवन  के साथ रहती है। लेकिन वर्तमान में वह फिर 4 माह की गर्भवती है जिसको लेकर उसका पति गर्भपात कराने के लिए दबाव बना रहा है और गर्भपात ना कराने पर जान से मार डालने की धमकी दे रहा है।


कैसे हुई सुषमा की पवन से शादी


*सुषमा के मुताबिक वह इटावा की रहने वाली है। जहां पुलिस में तैनात पवन का आना-जाना था। सुषमा की शादी हो चुकी थी। लेकिन पवन ने उसे अपने जाल में फंसा लिया। यह घटना करीब 5 वर्ष पूर्व की है।


 पवन उसे अपने साथ शाहजहांपुर निगोही थाने में तैनाती होने पर लेकर आया और सुषमा उसके साथ रहने लगी और आर्य समाज मंदिर में शादी कर ली जब पति ने प्रताड़ित करना शुरू किया तो उसने पुलिस अधीक्षक से शिकायत की लेकिन मामला पुलिस का होने की वजह से

 कोई कार्रवाई नहीं हुई और वह घुट घुट कर जीने को मजबूर हो गई पवन कुमार अलीगढ़ का रहने वाला बताया जा रहा है। महिला के मुताबिक अब पवन कुमार दूसरी शादी करना चाहता है।

पांच पुलिस कर्मचारियों पर मारपीट अभद्रता  और कपड़े फाड़ने का लगाया आरोप।


महिला के मुताबिक  29 अक्टूबर को रात्रि 8:00 उसके पति पवन ने थाना राम चंद्र मिशन बुलाया कहा टेंपू से वहां आ जाओ मेरा स्वास्थ्य ठीक नहीं है और जब वह थाना राम चंद्र मिशन जा रही थी तो थाने से कुछ दूरी पर 5 पुलिस कर्मचारियों ने उसे रिक्शे से पकड़ लिया और उसके साथ मारपीट अभद्रता करते हुए उसके कपड़े फाड़ दिए। इतना ही नहीं जब उसने चीख-पुकार की तो पड़ोस के दुकानदार एकत्र हो गए। 

जिन्होंने उसे बचाकर महिला थाना पहुंचाया जहां उसने अपनी आपबीती सुनाई। लेकिन पति पुलिस में होने के कारण वहां भी कोई कार्रवाई नहीं हो सकी और महिला थाने से उसे भगा दिया गया। फिलहाल महिला थाना अध्यक्ष ने इस घटना को नकार दिया है। 

थाने से बाहर आने पर पीड़ित ने 1090 पर कॉल की मौके पर पहुंची पुलिस उसे रात्रि में ही थाना सदर बाजार ले गई। वहां भी उसने आपबीती सुनाई लेकिन कार्रवाई के नाम पर वहां कुछ नहीं हुआ।  दर-दर ठोकर खा रही महिला अब अपनी 4 वर्षीय पुत्री के साथ ना घर की है। 

ना घाट की है क्योंकि उसने परिवार छोड़कर पवन कुमार से लव मैरिज किया था। मायका भी छूटा ससुराल भी छूटी तो अब योगी सरकार याद आ रही है। पीड़ित महिला ने योगी सरकार से न्याय की गुहार लगाई है।


जब पुलिस से ही है जान का खतरा तो कौन बचाएगा जान

अब सवाल उठता है। जब पीड़ित महिला का पति पवन पुलिस में तैनात है और इतना कुछ होने के बावजूद आज तक कार्रवाई नहीं हुई है और महिला रो-रो कर पुलिस से अपनी जान को खतरा बता रही है और घटित घटना के लिए पति के साथ पुलिस के मुखिया को भी जिम्मेदार ठहरा रही है

 ,तो अब उसकी सुरक्षा कौन करेगा अब पीड़ित महिला ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर योगी सरकार से अपनी जान को खतरा बताते हुए न्याय की गुहार लगाई है। इस संबंध में जब थाना सदर बाजार स्पेक्टर से बात की गई, तो उन्होंने बताया कि मैं कल की रिपोर्ट दर्ज नहीं कर सकता क्योंकि घटना थाना रामचंद्र मिशन क्षेत्र की है। 

वही रिपोर्ट दर्ज की जाती है। वही जब इस संबंध में थाना राम चंद्र मिशन थाना प्रभारी से बात की गई ,तो उन्होंने बताया हमारे थाना क्षेत्र में ऐसी कोई घटना घटित नहीं हुई है। अब सवाल उठता है। महिला पूरी रात्रि कहीं महिला थाना कहीं सदर बाजार ठोकरे खाती रही इसमें क्या सच्चाई है। यह जांच का विषय है।

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