भदोही की ताजा टॉप ब्रेकिंग खबरे

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ट्राई सायकिल के अभाव में पैर से विकलांग छात्र की पढ़ाई बाधित ।


स्वतंत्र प्रभात 
 

ट्राई सायकिल के अभाव में पैर से विकलांग छात्र की पढ़ाई बाधित ।


मुकेश कुमार


सुरियावां भदोही । ग्राम विहियापुर में दिव्यांग विवेक गाँव में  स्कूल न होने से शिक्षा ग्रहण नही कर पा रहा है। कक्षा 5 तक सरकारी स्कूल में गाँव मे पढ़ाई की। उच्च प्राथमिक विद्यालय गाँव मे नही है। गाँव से दूर कक्षा 6 में नाम तो लिखा लें परन्तु स्कूल दोनो पैर से विकलांग होने से बिना ट्राई सायकिल के कैसे जाएंगे स्कूल। सरकारी स्कूल दूर है सरकारी स्कूल में बच्चों को ले जाने व पहुचाने के लिए सरकार द्वारा वाहन की व्यवस्था नही है।

 दिव्यांग विवेक चार भाईयो में दूसरे नम्बर का है तीन भाई खुद स्कूल जाकर पढ़ाई करते हैए परिवार में पिता हरिश्चंद्र भोजवाल शुबह से लेकर शाम तक दाना भुजंकर गुजर बसर कर रहे है।  विवेक दिमाक से बहुत तेज है उच्च शिक्षा प्राप्त करने की बड़ी ललक है। विवेक के पिता हरिश्चंद्र द्वारा दिव्यांग विवेक के लिए समाज कल्याण विभाग से ट्राई साईकिल हेतु एक वर्ष से फॉर्म भरा है किंतु आफिस का चक्कर लगाते लगाते तक गया है।

 बस साल भर से यही कहा जाता है कि आएगा तो मिलेगा। ट्राईसाइकिल मिल जाती तो भी गत्व से दो किमी दूर स्कूल है वहा जाकर आगे की पढ़ाई कर लेता। सरकारी स्कूल में दिव्यांग को पढ़ाने हेतु कोई सरकार ने व्यवस्था नही ढ़ी है। 


न तो सरकार ट्राईसाइकिल ही दिलवा रही है सांसद विधायक जनप्रतिनिधियों द्वारा भी पूंजीपतियों द्वारा भी विवेक की समस्याओं पर ध्यान देना चाहिए। अन्यथा दिव्यांग उच्च शिक्षा नही प्राप्त कर पाएगा। पढ़ाई की ललक मन मे ही रह जारेगी।

मामला बिगड़ता देख रुपये मैनेजर के टेबल पर फेंक भाग ।

उमेश दुबे


गोपीगंज भदोही । नगर के पसियान  मोहाल वार्ड नं. एक निवासी शीला देबी पत्नी गुरुदयाल  विधवा का पेशन भदोही अर्बन को ऑपरेटिव बैंक शाखा खडहट्टी मोहाल में आता है विगत कई महीने से बैंक का बिचौलिया बैंक में विधवा महिला का अंगूठा लगाने के बाद पैसा निकाल लेता था और कहता था कि  पैसा नहीं आया मामले की जानकारी जब पड़ोसियों को हुई तो पड़ोसी युवक समाजसेवी उपेंद्र मिश्रा ने विधवा को लेकर

 बैंक पहुंचा और पासबुक पर एंट्री कराई तो देखा कि हर महीने का पेंशन आया हुआ है और जिसे निकाल भी लिया गया है तभी महिला ने पहचान कर बताया कि कैश काउंटर के अंदर खड़ा एक युवक  हर बार अंगूठा लगवाता तथा जब युवक ने उस व्यक्ति से पूछताछ शुरू किया तो वह आनन.फानन में बैंक मैनेजर के समक्ष विधवा महिला का पेंशन 3००० फेक कर भाग खड़ा हुआ जब की  मामले की जानकारी पुलिस को दे दी गई थी 

लेकिन पुलिस के पहुंचने के पूर्व दलाल व्यक्ति भागने में सफल रहा। भुक्तभोगी महिला ने बताया कि मामले की जानकारी बताया कि बैंक के खिलाफ  शिकायत की जाएगी और ऐसे दलाल वह बैंक के मिलीभगत के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी होगी।

पुलिस ने दो दर्जन पशुओं को कराया आजाद, भेजा पशु आश्रय ।

उमेश दुबे


गोपीगंज भदोही । कोतवाली क्षेत्र अन्तर्गत राष्ट्रीय राजमार्ग पर सोमवार की भोर मे  जंगीगंज  के पास प्रयागराज से वाराणसी कि तरफ जा रही  गोवंश से लदी ट्रक को  मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने पकड़ा। बताया जाता है कि दिन रविवार को देर रात्रि को मुखबिर द्वारा सूचना प्राप्त हुई की प्रयागराज से बिहार को एक ट्रक पर दो दर्जन से ज्यादा गोवंश लादकर कर ले जाया जा रहा है।

 थाना गोपीगंज पुलिस के कोतवाल अभिनव कुमार वर्मा के निर्देश पर संजय राय ने अपने सहयोगियों के साथ जंगीगंज  बडागांव मोढ के पास  घेराबंदी कर ट्रक को रोका पुलिस को देखते ही ड्राइवर सहित अन्य लोग गाड़ी छोड़कर फरार हो गए पुलिस ने

 गाड़ी  नंबर यू पी 73 ए 3736 ट्रक को अपने कब्जे में लेकर देखा तो उसमें दो दर्जन गोवंश भरे पड़े थे। जिन्हे पशु आश्रय औराई भेजने के उपरांत पुलिस अज्ञात पशु तस्कर व ड्राइवर के विरुद्ध मुकदमा कायम कर आवश्यक कार्यवाही कर रही है।

अमोघ फलदायिनी है मां कात्यायनी सोमवार को हुई मां कात्यायनी की पूजा ।


संजय उपाध्याय


कांवल  भदोही । नवरात्र के समय मे नौ  तिथियों के दिन माता दुर्गा के नवों रूपो के पूजा करने का विधान है। इसी क्रम में सोमवार को माता दुर्गा के छठें रूप माता कात्यायनी की पूजा हुई। कात्यायनी का रूप माता दुर्गा का छठा रूप है। कात्यायनी माता के बारे में माना जाता है कि कात्य गोत्र में विश्वप्रसिद्ध महर्षि कात्यायन ने भगवती पराम्बा की उपासना की। 

मां भगवती ने उनके घर पुत्री के रूप में जन्म लिया। इसलिए यह देवी कात्यायनी कहलाईं।  कात्यायनी देवी के चार भुजाएं हैं। दायीं तरफ का ऊपर वाला हाथ अभयमुद्रा में है तथा नीचे वाला हाथ वर मुद्रा में। मां के बांयी तरफ के ऊपर वाले हाथ में तलवार है व नीचे वाले हाथ में कमल का फूल सुशोभित है। इनका वाहन भी सिंह है। मां कात्यायनी की उपासना और आराधना से भक्तों को बड़ी आसानी से अर्थ धर्म काम और मोक्ष  की प्राप्ति होती है। मां कात्यायनी की पूजा से रोग शोक संताप और भय नष्ट हो जाते हैं। जन्म.जन्मांतर के समस्त पाप भी नष्ट हो जाते हैं। 

कात्यायनी देवी का गुण शोधकार्य है। इसीलिए इस वैज्ञानिक युग में कात्यायनी का महत्व सर्वाधिक हो जाता है। इनकी कृपा से ही सारे कार्य पूरे हो जाते हैं। मां कात्यायनी अमोघ फलदायिनी हैं। भगवान कृष्ण को पति रूप में पाने के लिए ब्रज की गोपियों ने इन्हीं की पूजा की थी। गोपियों के द्वारा इनकी पूजा यमुना के तट पर की गई थी। बताया जाता है कि  जब महिषासुर नामक राक्षस का अत्याचार बहुत बढ़ गया था तब उसका विनाश करने के लिए ब्रह्मा विष्णु और महेश ने अपने अपने तेज़ और प्रताप का अंश देकर देवी को उत्पन्न किया था और ऋषि कात्यायन ने भगवती जी कि कठिन तपस्या पूजा की इसी कारण से 

यह देवी कात्यायनी कहलाई।  देवी ने महिषासुर का वध किया ओर देवों को महिषासुर के अत्याचारों से मुक्त किया। माता कात्यायनी के महिमा के बारे में बताया जाता है  कि यदि किसी  परिवार अथवा स्वयं  मे कोई व्यक्ति लंबे समय तक बीमार रहता हो डाक्टर स्वयं बीमारी को पकड़ नहीं पा रहे हों। तो आज के दिन यह उपाय शुरू किया जा सकता है। एक चौकी पर लाल कपड़ा बिछा दें। दुर्गा यंत्र स्थापित करें। 

सफेद कपड़े में सात कौडियां सात गोमती चक्र सात नागकेसर के जोडे सात मु_ी चावल बांध कर यंत्र के सामने रख दें। धूप.दीप नैवेद्य पुष्प और अक्षत अर्पित करने बाद एक माला ऊं ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे। ऊं कात्यायनी देव्यै नम: एक माला शुक्र के बीज मंत्र की और एक माला शनि मंगलकारी गायत्री मंत्र की। ऐसा आज से लेकर 43 दिन तक नियमित करें। ऐसी मानता है कि कैसी भी बीमारी होगी। 

उससे छुटकारा मिल जाता है। यदि हमेशा भय बना रहता है यदि छोटी सी भी बात पर पैर कांपने लगते हैं यदि कोई भी निर्णय नहीं ले पाते हैं तो  नवरात्र के छठे दिन  से यह उपाय शुरू करें। द्यजिन कन्याओं के विवाह में विलम्ब हो रहा हो अथवा विवाह बाधा आ रही हो ग्रह बाधा हो उन्हें कात्यानी यन्त्र की प्राण प्रतिष्ठा करवाकर उस पर निश्चित दिनों तक निश्चित संख्या में कात्ययनी देवी के मंत्र का जप अति लाभदायक होता है और विवाह बाधा का निराकरण हो शीघ्र विवाह का मार्ग प्रशस्त होता है।


कार्य में लापरवाही पर सात सचिवों का रूका वेतन ।

सरस राजपूत 


ज्ञानपुर भदोही । राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान के तहत गावों में बन रहे पंचायत भवनों की प्रगति ठीक नहीं है। तीन दिन पूर्व सीडीओ की अध्यक्षता में हुई बैठक में अनुपस्थित रहने पर डीपीआरओ बालेशधर द्विवेदी ने सात सचिवों का वेतन रोक दिया जबकि पंचायत भवन निर्माण में उदासीनता बरतने पर 19 सचिवों को अल्टीमेटम दिया। ग्राम पंचायतों को आधुनिक बनाने के लिए पंचायत भवन को हाईटेक किया जा रहा है। 

शासन से लेकर प्रशासन तक तेजी से पंचायत भवन और सामुदायिक शौचालय के निर्माण और संचालन को लेकर सख्त है लेकिन सचिवों की कार्यप्रणाली में सुधार नहीं हो रहा है। आठ अक्तूबर को मुख्य विकास अधिकारी भानु प्रताप सिंह की अध्यक्षता में सचिवों की बैठक हुई। पंचायत भवन निर्माण की समीक्षा में 19 ग्राम पंचायतो में दो से तीन साल बाद भी काम पूर्ण नहीं हो सका।

जिसमें भदोही के जद्दूपुर मल्लूपुर रामपुर गरूलपुर दरूनहा घसकरी डीघ के महुआरी खरगापुर केवटाहीं रईयापुर औराई में बाबूसराय अभोली में फत्तूपुर ब्रहमणान बौरीबोझ भौथर सुरियावां में जगतीपुर कुसौड़ा सिंहपुर सरायभावसिंह ज्ञानपुर में भिडि़उरा शामिल रहे। सभी सचिवों को पांच दिन से लेकर 25 दिन में निर्माण पूर्ण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया। बैठक में अनुपस्थित रहने पर डीपीआरओ बालेशधर द्विवेदी ने ग्राम विकास अधिकारी सेक्रेटरी मनोज कुमार मौर्य 

गणेश राय ओमकाजी श्रेष्ठ दिलीप कुमार यादव कमला देवी जितेंद्र कुमार प्रदीप बिंद प्रथम का अक्तूबर माह का वेतन रोका गया। भविष्य में ऐसी पुनरावृत्ति होने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की चेतावनी दी गई। डीपीआरओ ने सभी सचिव एडीओ और ग्राम विकास अधिकारी को निर्देश दिया कि पंचायत भवन निर्माण शासन की प्राथमिकता में शामिल है। इसलिए इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही न की जाए।

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