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विचारधारा  स्वतंत्र विचार 

महिला, माल और मानसिकता का सवाल

महिला, माल और मानसिकता का सवाल तमाम बड़ी खबरों के बीच एक छोटी लेकिन महत्वपूर्ण खबर ये है कि मुंबई की मुंबादेवी सीट से शिवसेना की उम्मीदवार शाइना एनसी ने शिवसेना (यूबीटी) सांसद अरविंद सावंत के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है  सावंत ने शिवसेना उम्मीदवार के...
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संपादकीय  स्वतंत्र विचार 

पांच त्योहारों की श्रृंखला दीपोत्सव पर्व

पांच त्योहारों की श्रृंखला दीपोत्सव पर्व समस्त विश्व में दिपावली का त्यौहार हर साल पूरे हर्षोल्लास से मनाया जाता है। दीपावली का त्यौहार एक दिन का त्योहार नही है बल्कि पांच दिनों के त्योहारों की एक श्रृंखला है। दीपावली का पावन पर्व धनतेरस से आरंभ होकर...
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संपादकीय  स्वतंत्र विचार 

जीवन में उत्साह का उजाला करता है दीपोत्सव 

जीवन में उत्साह का उजाला करता है दीपोत्सव  आज कलियुग के प्रथम चरण में हर ओर अधिक से अधिक सुख साधन संपत्ति जुटाने की होड़ लगी है इस आपाधापी में जीवन का नैसर्गिक स्वरूप मनुष्य खुद नष्ट कर घोर प्रतिस्पर्धा और अभीप्साओं के चक्रव्यूह में फंस कर शांति...
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संपादकीय  स्वतंत्र विचार 

(शुभ-दीपावली) दीपों की पवित्र रोशनी से दीप्त वैश्विक दीपावली पर्व। 

(शुभ-दीपावली) दीपों की पवित्र रोशनी से दीप्त वैश्विक दीपावली पर्व।  यह तो सर्व-विदित है कि भारत त्योहारों तथा पर्वों का सर्वकालिक महान देश है। देश में हर त्यौहार बडे ही उत्साह उमंग और खुशियों के साथ मनाया जाता है।समाज और संस्कृति में दीपावली पर्व का सर्वाधिक जनप्रिय महत्व है। भारत...
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संपादकीय  स्वतंत्र विचार 

क्या अब हमारे आदर्श  हत्यारे, बलात्कारी व गुंडे मवाली हैं ?

क्या अब हमारे आदर्श  हत्यारे, बलात्कारी व गुंडे मवाली हैं ? सदियों से हमारे देश में यह ज्ञान बांटा जाता रहा है कि किसी ज़माने में भारत 'विश्व गुरु' हुआ करता था। पिछले एक दशक से फिर यही चर्चा बलवती हो चुकी है कि भारत एक बार पुनः विश्व गुरु की...
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विचारधारा  स्वतंत्र विचार 

पूजनीय है कलियुग में केवल कालाधन

पूजनीय है कलियुग में केवल कालाधन भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के अनेक देशों में जहाँ भारतीय रहते हैं वहां 31 अक्टूबर और 1 नबंवर को धन की देवी लक्ष्मी जी की पूजा की जाएगी। लक्ष्मी पूजन की परम्परा कितनी पुरानी है ये हम नहीं जानते...
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संपादकीय  स्वतंत्र विचार 

हम उस देश के वासी हैं जिस देश में गंगा बहती है

हम उस देश के वासी हैं जिस देश में गंगा बहती है शीर्षक पढ़कर चौंकिए बिलकुल मत। मै आज आपसे ये फिल्मी गीत गाने या सुनने के लिए बिल्कुल कहने वाला नहीं हूँ। ये गीत तो मुझे बरबस याद आ   गया जब मैंने सुना/पढ़ा कि देश के मुख्य न्यायाधीश ने 'मार्निग वाक्...
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संपादकीय  स्वतंत्र विचार 

कांग्रेस को हटना ही था सपा को लड़ना ही था

कांग्रेस को हटना ही था सपा को लड़ना ही था अंततः उत्तर प्रदेश के उप चुनाव में कांग्रेस ने पीछे हटकर समाजवादी पार्टी को समर्थन करने का फैसला कर लिया। कांग्रेस के लिए उत्तर प्रदेश के उपचुनाव इतने महत्वपूर्ण नहीं हैं जितने कि महाराष्ट्र और झारखंड के विधानसभा चुनाव। महाराष्ट्र...
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संपादकीय  स्वतंत्र विचार 

सनातनी विचारधारा और आधुनिक वैज्ञानिक शिक्षा पद्धति का संतुलन।

सनातनी विचारधारा और आधुनिक वैज्ञानिक शिक्षा पद्धति का संतुलन। वर्तमान समय में वैश्विक प्रगति और आर्थिक स्रोत तंत्र के लिए आधुनिक तथा वैज्ञानिक शिक्षा जरूर अत्यंत आवश्यक है परंतु हमें केवल आधुनिक विचारधारा शिक्षा पद्धति पर निर्भर न रहकर अपनी सांस्कृतिक परंपराओं और सनातन संस्कृति के धरातल से जुड़ा...
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विचारधारा  स्वतंत्र विचार 

अंधविश्वास से आर्थिक,मानसिक, सामाजिक नुकसान l

अंधविश्वास से आर्थिक,मानसिक, सामाजिक नुकसान l आश्चर्य की बात है कि आज के प्रगतिशील वैज्ञानिक युग में विज्ञान और टेक्नोलॉजी से शिक्षित जनमानस भी अंधविश्वास और रूढ़िवादिता का अंधभक्त या अनुयाई हो गया है। अंधविश्वास का आलम भारत में नहीं ब्रिटेन, अमेरिका, फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा,रूस, इसराइल...
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संपादकीय  स्वतंत्र विचार 

भारतीय ज्योतिषियों की बलिहारी

भारतीय ज्योतिषियों की बलिहारी मेरा ज्योतिष में किंचित क्या रत्ती भर विश्वास नहीं है, लेकिन मेरे विश्वास करने और न करने से क्या फर्क पड़ता है। देश की बहुसंख्यक जनता का विश्वास तो है ज्योतिष पर। और इसी विश्वास के सहारे देश का कारोबार...
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संपादकीय  स्वतंत्र विचार 

गौरैया की गुमशुदगी:पर्यावरणीय संतुलन की चेतावनी

गौरैया की गुमशुदगी:पर्यावरणीय संतुलन की चेतावनी गौरैया, एक ऐसा जीव जो कभी हमारे दैनिक जीवन का अभिन्न हिस्सा हुआ करता था, आजकल लगभग गुम हो चुका है। इसे न केवल एक चिड़िया के रूप में देखा जाना चाहिए, बल्कि यह हमारी संस्कृति, परंपरा, और जीव-जंतुओं के...
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