Nature
संपादकीय  स्वतंत्र विचार 

धरती और प्रकृति का बदलता नैसर्गिक स्वरूप

धरती और प्रकृति का बदलता नैसर्गिक स्वरूप इंसान की लालच ने मूक धरती को भी कहीं का नहीं छोड़ा है इंसानों की स्वार्थी गतिविधियों के कारण आज पृथ्वी पर उष्णता का गंभीर संकट मंडरा रहा है। धरती, जिसे हमने सदा मां का सम्मान दिया है, आज वही...
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संपादकीय  स्वतंत्र विचार 

इंसानी दखल से परेशान प्रकृति का रौद्र रूप! 

इंसानी दखल से परेशान प्रकृति का रौद्र रूप!  इस बार का मानसून का सीजन उत्तर भारत में गंभीर प्राकृतिक आपदा बनकर कहर बरपा रहा है । आमतौर पर सूखा रहने वाले राजस्थान में भी रेतीले मैदान जलमग्न है उधर पंजाब, हिमाचल, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, हरियाणा, दिल्ली समेत उत्तर भारत...
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