
नदी के पुल की रेलिंग टूटने से दुर्घटना की सम्भावना बढ़ी
प्राप्त सूचना के मुताबिक पाकुड़िया प्रखण्ड की सबसे बड़ी नदी गनपूरा पुल की रेलिंग भी वर्षों से टूटी पड़ी है परन्तु अब तक किसी जन प्रतिनिधि व सरकारी पदाधिकारी ने इसे गम्भीरता पूर्वक नहीं लिया।
पाकुड़िया/पाकुड़/झारखण्ड:-
प्रखण्ड मुख्यालय पाकुड़िया से 6 किलो मीटर दूर बनियापसारपंचायतान्तर्गत ग्राम बागजोबरा एवम राजवाहा के मध्य तृपितिया नदीपर बने बड़ा पुल की दोनों ओर की रेलिंग टूटने से कभी भी बड़ा हादसाहोने की सम्भावना ग्रामीणों ने जताई है।बताया जाता है कई साल पूर्वइसी पुल से 50 फीट नीचे नदी में एक बड़ी ट्रक गिर कर बुरी तरहक्षतिग्रत हो गयी थी। गुरुवार को ग्रामीणों ने बताया कि दोनों तरफकी रेलिंग टूटने के कारण किसी समय विशेष कर रात के अंधेरे मेंवाहनों की नदी में गिरने की सम्भावना दिख रही है। इससे बड़े पैमानेपर जान-माल की भारी क्षति हो सकती है। कहते हैं नदी पुल पर जानेके पहले पूर्व दिशा में काफी घुमाव है जहाँ एक वाहन दुर्घटना ग्रस्त होगया था। हालांकि किसी की मरने की सूचना नहीं है पर गहरी चोटेंलगी। लोगों का मानना है घुमाव पर घेराव जरुरी है।
प्राप्त सूचना के मुताबिक पाकुड़िया प्रखण्ड की सबसे बड़ी नदी गनपूरा पुल की रेलिंग भी वर्षों से टूटी पड़ी है परन्तु अब तक किसी जन प्रतिनिधि व सरकारी पदाधिकारी ने इसे गम्भीरता पूर्वक नहीं लिया। इसके अलावा प्रखण्ड के तेतुलिया पंचायत के रामदेव कुंडी एवम चौकीसाल ग्राम के बीचबाड़ू नदी पुल की रेलिंग भी सालों से मरम्मती नहीं की जाने से वहाँ भीबड़ी दुर्घटना की सम्भावना लोगों को सता रही है। बताया गया किइसी पुल से कई साल पहले एक मिनी ट्रक रात के अंधेरे में नदी केगर्भ में जा गिरी। लोगों का मानना है कभी भी अनहोनी हो सकती है।नदी पर बनी पुल की ध्वस्त रेलिंग का पुनः बनाना जन हित में है। इसेअधिकारियों को जरुरी मानते हुए बनाना समय व आम जन की मांग है। जन प्रतिनिधियों को इसे आवश्यक मान रेलिंग निर्माण की दिशामें पहल जन हित में करना चाहिए।
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