सरल‘ की 75वीं जयंती पर सीता इंटर कालेज में राष्ट्रीय कवि सम्मेलन हुआ आयोजित

सरल‘ की 75वीं जयंती पर सीता इंटर कालेज में राष्ट्रीय कवि सम्मेलन हुआ आयोजित

टल गए, सीता आग में न जलीं, राम जल में जल गए‘ छंद पर श्रोता कुछ देर के लिए चिंतन में डूब गए। 


स्वतंत्र प्रभात 
 


महमूदाबाद-सीतापुर क्षेत्र के यशस्वी राष्ट्रवादी कवि स्व. महेंद्र कुमार शास्त्री ‘सरल‘ की 75वीं जयंती पर सीता इंटर कालेज में ‘बाकी सब ठीक है सेवा ट्रस्ट द्वारा राष्ट्रीय कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ कुर्सी विधायक साकेंद्र प्रताप वर्मा ने  दीप प्रज्ज्वलन करते हुए कहा कि कवि समाज का युगदृष्टा होता है। समाज में होने वाले बदलावों पर कवि की पैनी नजर रहती है। 

कवि सम्मेलन का शुभारंभ स्व. शास्त्री ‘सरल‘ द्वारा रचित वीणापाणि की वंदना को मनोज श्रीवास्तव ने स्वर देकर किया। राष्ट्रीय कवि सम्मेलन में मध्य प्रदेश के इंदौर से पधारे भगवान राम से संबंधित प्रसिद्ध छंदकार अमन ‘अक्षर‘ को सुनने के लिए श्रोताओं की भारी भीड़ उमड़ी। अमन ‘अक्षर‘ ने अपने चिरपरिचित अंदाज में कविता पाठ करते हुए श्रोताओं की वाहवाही लूटी। उनके एक एक छंद पर देरतक तालियों की गड़गड़ाहट होती रही। 


उन्होंने कविता पाठ करते हुए पढ़ा कि ‘सारा जग है चेतना प्रभाव सिर्फ राम हैं, भाव सूचियां बहुत हैं, भाव सिर्फ राम हैं, राजपाठ त्यागकर पुण्य काम की तलाश में, तीर्थ खुद भटक रहे थे धाम की तलाश में, दुःख में भी अभाव का अभाव सिर्फ राम हैं‘, व ‘जग की सब पहेलियों का देके कैसा हल गए, लोक के जो प्रश्न थे, वो शोक में बदल गए, सिद्ध कुछ हुए न दोष, दोष सारे टल गए, सीता आग में न जलीं, राम जल में जल गए‘ छंद पर श्रोता कुछ देर के लिए चिंतन में डूब गए। 

मंच पर बाराबंकी जनपद के प्रसिद्ध कवि मंच संचालक राम किशोर तिवारी ने अपने चुटीले अंदाज से संचालन करते हुए श्रोताओं को लगातार गुदगुदाने का काम किया। उन्होंने कविता पाठ करते हुए कार्यक्रम के प्रणेता स्व. शास्त्री की याद में अपना छंद का पाठ करते हुए पढ़ा कि ‘हिंदी के सुकवि श्रेष्ठ छंदकार, गीतकार श्री महेंद्र महेंद्र शास्त्री सरल सुविचारी थे, त्याग करुणा दया उदारता की प्रतिमूर्ति सत्य के प्रबल पक्षधर व्रतधारी थे, 


उन्होंने वीरांगना लक्ष्मीबाई खंडकाव्य के कुछ छंदों का भी काव्यपाठ कर श्रोताओं को रोमांचित कर दिया। लखनऊ के युवा राष्ट्रवादी कवि प्रख्यात मिश्र ने अपने कविता पाठ में पढ़ा कि राम वही जो भगवामय दरबार सजाने वाले हैं, राजनीति की वैतरणी को पार लगाने वाले हैं, राम वही जो पृष्ठों को अखबार बनाने वाले हैं, राम वही जो यूपी की सरकार बनाने वाले हैं‘। जनपद सीतापुर के मिश्रिख से आए व्यंगकार जगजीवन मिश्र ने पढ़ा कि 


‘कट जाते हैं बंधन सारे, बनते बिगड़े काम, वही तो हैं हम सबके राम‘। रामनगर बाराबंकी से आए हास्यकवि विकास बौखल ने पढ़ा कि ‘किसी खंजर से न तलवार से जोड़ा जाए, सारी दुनिया को चलो प्यार से जोड़ा जाए‘। राम सनेही घाट बाराबंकी से आए वीररस के कवि दुष्यंत शुक्ल सिंहनादी ने कविता पाठ के दौरान पढ़ा कि ‘हिन्दुस्तान है जिंदा केवल बस मजदूर किसानों से, हिन्दुस्तान है जिंदा बस सीमा पर खड़े जवानों से‘।

 कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे कवि संदीप मिश्र सरस ने पढ़ा कि वट वृक्ष के साए में पौधे मर जाएंगे, सागर में ताल मिले, सागर कहलाएंगे‘। शुक्रवार की रात सीता इंटर कालेज में आयोजित विराट राष्ट्रीय कवि सम्मेलन दो चरणों में राम भक्ति व राष्ट्रभक्ति के रूप में देर रात करीब दो बजे तक चला। कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि कुर्सी विधायक साकेंद्र प्रताप वर्मा, सीओ रविशंकर प्रसाद, पूर्व एमएलसी राकेश सिंह, अवधेश चौहान, भाजपा नेत्री आशा मौर्य, 

 शशिप्रभा, मोहन प्रसाद बारी, अंब्रीश कुमार गुप्त, रामकुमार वर्मा, केके सिंह, सागर जैन, रामनिवास गुप्ता, अनुज शुक्ल, नूर आलम, आनन्द श्रीवास्तव, कृष्ण कुमार गुप्त, कृतार्थ मिश्र, ज्ञानेश मिश्र, उमेश वर्मा, उत्तम गुप्त, अनुराग शुक्ल, सुरेंद्र सिंह, गोपी चंद्र रस्तोगी, कुंवर चंद्र रस्तोगी, रीतेश सिंह,

 शिवदास पुरवार, विभू सहित बड़ी संख्या में कविता प्रेमी देररात तक चले कवि सम्मेलन का आनंद आनंद उठाते रहे। कार्यक्रम में आए अतिथियों का स्वागत बाकी सब ठीक है सेवा ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने माल्यार्पण कर किया।  


 

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