एक आवास की थी आस , 6 सालो से इंतज़ार सरकारी फाइलों से वो भी गायब
एक आवास की थी आस , 6 सालो से इंतज़ार सरकारी फाइलों से वो भी गायब
स्वतंत्र प्रभात-
उन्नाव। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत कई परिवारों को आवास बनाने के लिए सरकार ने मदद की है । लेकिन उन्नाव जिले के सिकंदरपुर सरोसी ब्लाक में एक ऐसा घर है जिसमें दीवारें बची है ना छत है। लाभार्थी बाबूराम ने आवास के लिए प्रार्थना पत्र भी दिया था उसका नाम भी सरकारी फाइलों में था। कई सालों से आवास के लिए मदद के इंतजार में लाभार्थी की पत्नी ने भी दम तोड़ दिया लेकिन सरकारी मदद फाइलों से कब गुम हो गई लाभार्थी को पता ही नहीं चला। आज भी लाभार्थी आवास के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगा रहा है। प्रधानमंत्री आवास योजना की जमीनी हकीकत जानने हम पहुंचे सिकन्दर पुर सरोसी ब्लाक के रमगरिया गांव में जहां हमे एक परिवार ऐसा मिला जो कई वर्षों से छप्पर और तिरपाल के नीचे रहने हो मजबूर था बावजूद इसके कि परिवार ने आवास के लिए आवेदन भरा था लेकिन सरकारी फ़ाइल है 6 साल से आगे ही नही बढ़ पा रही है । दफतर के चक्कर काटते काटते लाभार्थी बाबूराम थक गए पत्नी स्वर्ग सिधार गयी लेकिन आवास नही मिला।
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