आदर्श नगर पंचायत रामनगर में बने कान्हा उपवन गौशाला अपने दुर्भाग्य पर बहा रहा आंसू

आदर्श नगर पंचायत रामनगर में बने कान्हा उपवन गौशाला अपने दुर्भाग्य पर बहा रहा आंसू

आदर्श नगर पंचायत रामनगर में बने कान्हा उपवन गौशाला अपने दुर्भाग्य पर बहा रहा आंसू


  बीमारी अवस्था में एक गाय धूप में पड़ी

 1 वर्ष पूर्व हुआ था उद्घाटन गौशाला जाने वाला मार्ग अभी तक नहीं बना


रामनगर बाराबंकी।

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     आदर्श नगर पंचायत रामनगर में एकलौता बना कान्हा उपवन गौशाला जो आज अपने दुर्भाग्य पर रो रहा है। बताते चलें जब कान्हा उपवन गौशाला का उद्घाटन हुआ था तब स्थानीय विधायक ट्रैक्टर पर चढ़कर गौशाला का उद्घाटन करने गए थे, परंतु लगभग 1 वर्ष पूर्ण हो रहे हैं जो आज तक गौशाला का मार्ग अभी बन नहीं पाया, फिर भी बारिश आने वाली है।

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1 वर्ष पूर्व हुआ था उद्घाटन गौशाला जाने वाला मार्ग अभी तक नहीं बना

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 बताते चलें जब आज स्थानीय पत्रकार गौशाला का निरीक्षण करने पहुंचे तो वहां पर कोई भी कर्मचारी उपस्थित नहीं था, बाद में नगर पंचायत का कर्मचारी अमित बाल्मीकि पहुंचकर अपना रजिस्टर पूर्ण करने लगा। तथा डॉक्टर को फोन लगाकर बताया कि अपना रजिस्टर कंप्लीट कर दो, उस समय गौशाला में जो बनी हुई चरही में दो-तीन दिन का गांठ वाला पीला सदाचारा पड़ा था। जानकारी करने पर गौशाला का कर्मचारी रामकुमार यादव बाद में आया तो बताया कि हरे चारा की बुवाई हुई है और प्रतिदिन 10 किलो जोकर लगता है। 

1 वर्ष पूर्व हुआ था उद्घाटन गौशाला जाने वाला मार्ग अभी तक नहीं

महीने में 8 बोरी चोकर मिलता है, सव मबेसी का बना गौशाला में मात्र 48 जानवर बंद है, जिसमें एक गाय बीमारी अवस्था में धूप में पड़ी मिली। पत्रकार के कहने पर बताया अभी इसको छाया में करवाते हैं रामकुमार ने बताया हमारा महीने का वेतन 69 सो रुपए मिलता है जबकि पहले लगभग 8000 मिलता था वेतन बढ़ने के बजाय घट गया। यह मामला गौशाला का है। गौशाला के गेट के सामने जानवर घूमते नजर आ रहे हैं,

 बताते चलें कि सव मबेशियो का बना गौशाला में 48 जानवर बंद है। जबकि सक्षम अधिकारी के घर के सामने रोड पर 50 से 100 जानवर गौढ़ी  बना कर बैठते हैं। जिन्हें कोई पुरसा हाल नहीं है। नगर पंचायत रामनगर में शेष जानवर बाजार, मोहल्ला तथा खेत, खलिहान में घूमा करते हैं जिससे किसान परेशान है। वाह योगी सरकार जो अपनी तारीफों का पुलिंदा बांध रही है मगर उसका कार्य जमीनी स्तर पर कहीं दिखाई नहीं दे रहा है।
 

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