अधिकांश सड़कें हो गई है खस्ताहाल दुकानदारों व आसपास लोगों में रोष

अधिकांश सड़कें हो गई है खस्ताहाल दुकानदारों व आसपास लोगों में रोष


 

 

रिपोर्ट- विमलेश विश्वकर्मा 
स्वतंत्र प्रभात 
टांडा अंबेडकर नगर

टांडा अम्बेडकर नगर एक ओर जहां प्रशासन सरकार द्वारा विकास के लंबे चौड़े दावे किए जाते हैं वहीं दूसरी तरफ अगर टांडा शहर  की नगरपालिका के अंतर्गत आने वाले सभी सड़कों पर नजर डाली जाए तो यहां की खस्ताहाल सड़कें कुछ और ही बयां कर रही हैं। नगर पालिका अपने बजट में साल दर साल इन सड़कों के रखरखाव के साथ-साथ नए सड़कों के निर्माण पर करोड़ों रुपये खर्च करने का दावा करता है लेकिन शहर की सड़कों की जमीनी हकीकत देखकर लगता है कि इस ओर लगातार अनदेखी की जाती रही है। शहर में लगातार जर्जर हो रही सड़क मार्गाें की हालत ने लोगों की परेशानियां बढ़ा दी है।

सड़कों पर गहरे गड्ढे बन गए है। शहर के अंदर के सभी मार्ग हर जगह पर जीर्ण शीर्ण हो चुके हैं। टांडा की टूटी फूटी सड़कों पर बने गड्ढों के कारण वाहन चालकों सहित पैदल राहगीरों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।क्षेत्र के संभ्रांत लोगों द्वारा कई बार प्रशासन के सामने सड़क मार्गों को दुरूस्त करने की गुहार लगाई जा चुकी है। इसके बावजूद शहर की बदहाल सड़कों की ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।शहर के अंदरूनी रास्तों की बात करें तो यहां दर्जनों रोड की हालत जर्जर हो चुकी है।

इसमें सकरावल रोड,पोस्ट ऑफिस से सिटी सेंटर छोटी बाजार रोड,आदर्श चौराहे से लेकर काजीपुरा रोड,डॉक्टर मनीषा यादव के हॉस्पिटल के पास से सिकंदराबाद होते हुए कौमी स्कूल तक की रोड,छज्जापुर की अंदरूनी सड़कें सहित कई ऐसी सड़के हैं जहां सड़को की हालत बेहद खराब है। इस रास्तों से रोजाना हजारों की संख्या में लोग गुजरते है। इसके अलावा प्रशासन के तमाम अधिकारियों की गाड़ी भी इन्ही रास्तों से गुजरती है। इस जन समस्या को कई बार समाचार पत्रों में प्रकाशित किया गया तथा कुछ सामाजिक संगठनों द्वारा आंदोलन भी किया गया लेकिन नतीजा शून्य ही रहा।

About The Author: Swatantra Prabhat