विकासखंड बसखारी में नियमों की अनदेखी कर करवाया जा रहा खंडजा का रिपेयर

विकासखंड बसखारी में नियमों की अनदेखी कर करवाया जा रहा खंडजा का रिपेयर

विकासखंड बसखारी में नियमों की अनदेखी कर करवाया जा रहा खंडजा का रिपेयर


खड़ंजा रिपेयर में हो रहा है लूट खसोट आधे से ज्यादा टुकड़ों और पीली ईट का हो रहा प्रयोग

मनरेगा मजदूर ना होकर हो रहा ठेकेदारी से काम, मजदूर है लगभग 25 किलोमीटर दूर से


स्वतंत्र प्रभात
अम्बेडकर नगर। 

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नियमों को ताक में रखकर खड़ंजे का रिपेयर कार्य कराया जा रहा है। मामला विकासखंड बसखारी अंतर्गत ग्राम सभा बढ़ियानी गांव है। ग्राम सभा  बढ़ियानी टांडा से बसखारी हाईवे रोड पर स्थिति है। गाँव मे खड़ंजा रिपेयर का कार्य हो रहा है। यह खंडजा प्रधान द्वारा नियमों को ताक पर रखकर रिपेयर कराया जा रहा है 

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जब वहां जाकर देखा गया तो एकदम नियमों को ताक पर रखकर खड़जे का रिपेयर कराया जा रहा है, पहले तो बताना चाहते हैं कि यह खंडजा उखाड़ कर लगाया जा रहा है इसमें निकलने वाले खराब ईटो को बदला नहीं जा रहा,ब बल्कि टुकड़े में टुकड़े को जोड़ा जा रहा है नयी ईट का प्रयोग बहुत ही कम मात्रा में लगाया जा रहा है जैसे दाल में नमक बराबर जिस खंडजे का रिपेयर किया जा रहा है उसकी लंबाई लगभग तीन सौ मीटर से अधिक है। 

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दूसरी सबसे बड़ी बात यह है कि सरकारी नियमानुसार ग्राम सभा के कार्यों में मनरेगा मजदूर ही कार्य करें और अगर ग्राम सभा में मनरेगा मजदूर नहीं मिल रहे हैं तो 5 किलोमीटर के अंदर किसी भी ग्राम सभा के मजदूर कार्य कर सकते हैं यह बात विकासखंड बसखारी के 1 ग्राम पंचायत सचिव द्वारा ही बताई गई है। परंतु जब वहां पर कार्य कर रहे मजदूरों से पूछा गया तो लगभग बसखारी से 25 किलोमीटर दूर रफीगंज के सभी मजदूर काम करते हुए मिले वह भी ठेकेदारी बेस पर अब इसको क्या कहा जाए गांव के बेरोजगार लोग मनरेगा में कार्य मागते है पर पाते नहीं और बाहरी मजदूर कार्य कर रहे हैं। 

जबकि ग्राम सभा में सोचने वाली बात यह है कि ग्राम प्रधान और सचिव किस हिसाब से 25 किलोमीटर दूर के मजदूरों को मजदूरी देंगे, मनरेगा से देंगे या कोई मद और यह तो आने वाला समय ही बताएगा।

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