किसानों ने मुख्यमंत्री से चीनी मिल को फ्री कराने का किया मांग

किसानों ने मुख्यमंत्री से चीनी मिल को फ्री कराने का किया मांग

किसानों ने मुख्यमंत्री से चीनी मिल को फ्री कराने का किया मांग स्वतंत्र प्रभात अंबेडकर नगर भीटी। अकबरपुर गन्ना समिति के द्वारा किए गए सर्वे और सट्टा बेसिक कोटा के खेल में किसान पूरी तरह से उलझ कर बर्बाद होने की कगार पर पहुंच गया है अपने खून पसीने की गाढ़ी कमाई को बर्बाद होते देखकर

किसानों ने मुख्यमंत्री से चीनी मिल को फ्री कराने का किया मांग

स्वतंत्र प्रभात अंबेडकर नगर भीटी। अकबरपुर गन्ना समिति के द्वारा किए गए सर्वे और सट्टा बेसिक कोटा के खेल में किसान पूरी तरह से उलझ कर बर्बाद होने की कगार पर पहुंच गया है अपने खून पसीने की गाढ़ी कमाई को बर्बाद होते देखकर खून के आंसू बहाने पर विवश हो गया है क्षेत्रीय गन्ना किसानों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अकबरपुर गन्ना मिल मिझौड़ा को फ्री किए जाने की मांग की है।उल्लेखनीय है कि अकबरपुर चीनी मिल मिझौड़ा की गन्ना पेराई की रफ्तार धीमी गति से चल रही है गन्ना समिति ने

गन्ना पर्ची निकालना बंद कर दिया है मैसेज के जरिए गन्ना पर्ची जारी की जा रही है क्योंकि यहां का किसान अभी इतना जागरूक नहीं हो पाया है इसलिए तमाम पर्चियां हायल की स्थिति में पहुंच चुकी हैं किसी तरह से सूचना मिलने के बाद किसान गन्ना काटने की व्यवस्था करता है ट्राली पूरी नहीं हो पाती है तब तक पर्ची हायल हो जाती अब किसान क्या करें कैसे करें। लाक डाउन के कारण क्षेत्र में अखबार का भी वितरण नहीं हो पा रहा है जिससे लोगों को कुछ जानकारी प्राप्त होती थी अब किसान जानकारियों से भी महरूम है जो अखबार के माध्यम से मिला करती थी।उधर

शासन के फरमान के मुताबिक सभी गन्ना किसानों को एक-एक पर्ची देने का आदेश हुआ था लेकिन गन्ना समिति अकबरपुर के द्वारा शासन के आदेश का खुला उल्लंघन किया गया जिसका उदाहरण अढ़नपुर गांव की सुदामा देवी पत्नी बद्री विशाल और बस्ती पुर गांव के किसान अब्दुल मजीद हैं जिनको आज तक एक भी पर्ची नहीं दी गई अब्दुल मजीद ने पहली बार गन्ना बोया सौ एअर गन्ने का सर्वे हुआ । और उनके बेसिक कोटे का निर्धारण 26 कुंटल 90 किलो कर दिया गया। गन्ना मिल के गन्ना उत्पादन के हिसाब से देखा जाए तो उत्पादन 70 से 80 कुंतल होना चाहिए।  लेकिन यहां किस आधार पर 26.90 कुंटल का कोटा

बनाया गया यह समझ से परे है और इसके बारे में पूछे जाने पर जिला गन्ना अधिकारी और गन्ना सचिव कोई भी जवाब नहीं दे सके। भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष पवन सिंह ने कहा है कि अकबरपुर गन्ना समिति गन्ना मिल से मिलकर किसानों को प्रताड़ित कर रही है किसानों का जमकर शोषण हो रहा है किसान औने-पौने दाम में ₹200 प्रति कुंतल पर गन्ना बेचने के लिए विवश हो गया है क्षेत्र में चल रहे तमाम  क्रेशरों पर गन्ने की लाट लगी हुई है गन्ना किसान योगेंद्र सिंह ,के सी सिंह ,कमला कांत तिवारी ,अरविंद सिंह, मंजू मणि मिश्रा , राजेंद्र कुमार त्रिपाठी आदि तमाम किसानों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ  से

अकबरपुर गन्ना मिल फ्री किए जाने की मांग करते हुए कहा है कि उनकी मांग नहीं मानी गई तो क्षेत्र से गन्ना किसान तबाह और बर्बाद हो जाएगा क्योंकि गर्मी बहुत तेजी से बढ़ रही है इसलिए गन्ना मिल फ्री किया जाना चाहिए। क्योंकि इसके बाद गेहूं की कटाई शुरू होने वाली है और ऐसे समय में जब कोरोना के कारण कर्फ्यू लगा हुआ है। लोगों को घरों में कैद होने के लिए कहा गया है किसान गन्ने को लेकर पूरी तरह परेशान है और किसानों की समस्या का समाधान अतिशीघ्र निकाला जाना आवश्यक है।

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