कोन ब्लॉक में खाद नदारत, किसानों में भारी आक्रोश
खाद वितरण को लेकर किसानों ने कचनरवा लैम्पस पर काटा बवाल, सचिव मोबाइल बंद कर हुआ फरार
किसानों ने किया कालाबाजारी पर रोक लगाने व तत्काल खाद वितरित कराने की मांग
अजित सिंह/ राजेश तिवारी ( ब्यूरो रिपोर्ट)
विकास खण्ड कोन अंतर्गत तमाम क्षेत्रों में इन दिनों किसानों को यूरिया खाद की भारी किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। सहकारी साधन समितियों पर खाद उपलब्ध न होने से किसान बेहद परेशान हैं। धान की रोपाई के बाद पहली खाद की जरूरत के समय यह संकट और भी गंभीर रूप ले चुका है।

किसानों का कहना है कि वे पिछले एक सप्ताह से लगातार लैम्पस का चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन वहां खाद नहीं मिल रही। वहीं इस स्थिति का फायदा उठाकर कोन, रामगढ़ और कचनरवा बाजार के प्राइवेट दुकानदार 266.50 रुपये कीमत वाली यूरिया की बोरी 600 से 700 रुपये व डीएपी 1350 रुपये की जगह 1600 से 1700 रुपये तक बेच रहे हैं। मजबूरी में किसानों को ऊंचे दामों पर खाद खरीदने को मजबूर हैं।

ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि तेलगुड़वा-कोन मार्ग और कोन-विंढमगंज मार्ग पर स्थित कई दुकानदार खाद को ऊँचे दरों पर झारखंड की ओर भी भेज रहे हैं। सोमवार को कोन, रामगढ़ सहकारी समिति बंद मिला। मिली जानकारी के अनुसार सहकारी समितियों में 200 बोरी उर्वरक भेजी गयी है जो कि किसानों के लिए पर्याप्त नहीं है।वहीं कचनरवा सहकारी समिति पर सुबह से खाद लेने आये किसानों में खासा नाराजगी देखने को मिली।

किसानों की भीड़ और आक्रोश को देखते हुए सचिव मोबाइल बंदकर हुआ फरार । इस बावत सहकारी समिति के अध्यक्ष संतोष जायसवाल ने बताया कि जिले से किसानों की मांग के अनुरूप प्रयाप्त मात्रा में उर्वरक नहीं मिल पा रही है जिससे किसानों को खाद वितरित करने में समस्या आ रही है। जिसके क्रम में एआर कॉपरेटिव देवेंद्र सिंह के सेल फोन पर संपर्क करके का प्रयास किया गया किन्तु कॉल रीसिव नहीं हुआ।
किसानों का कहना है कि संबंधित अधिकारी खाद की पर्याप्त उपलब्धता का दावा कर रहे हैं, लेकिन हकीकत है कि पिछले आठ दिनों से किसानों को खाद नहीं मिल रही। समय पर खाद न मिलने से धान की फसलों के ऊपर खतरा मंडरा रहा है। किसानों ने जिला प्रशासन तत्काल हस्तक्षेप कर खाद की किल्लत दूर करने के साथ साथ जमाखोरी व काला बाजारी पर रोक लगाने की मांग को लेकर किसानों ने किया कोन विंढमगंज मार्ग जाम। सड़क जाम की खबर मिलते ही स्थानीय प्रसाशन के हस्तक्षेप व उच्चाधिकारियों के खाद भेजने के आश्वसन पर जाम खुला। मौके पर उपस्थित समिति के अध्यक्ष संतोष जायसवाल ने बताया कि पहली प्राथमिकता समिति के चेक वालों को दिया जायेगा बाकी खाद शेष बचने पर अन्य किसानों को जोत बही के आधार पर वितरित किया जायेगा।
जिसके क्रम में किसान बिहारी प्रसाद यादव, कैलास राम भारती, रघुवर प्रसाद, प्रदीप, बसंत, बैकुंठ सिंह ने जिलाधिकारी व संबंधित विभाग का ध्यान आकृष्ट कराते हुए तत्काल प्रयाप्त मात्रा में उर्वरक उपलब्ध कराने व वितरित कराने की मांग किया है।

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