पूर्वांचल राज्य जनमोर्चा ने मनाया विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस, पशु पक्षी सहित पानी संरक्षण पर जोर
विश्व प्रकृति दिवस सभी को प्रकृति के संरक्षण को याद दिलाता है- एड. पवन कुमार सिंह
पशु- पक्षियों,पेड़ पौधों और मिट्टी पानी का संरक्षण करना मानव जीवन के लिए जरूरी है नहीं तो कई प्रजाति विलुप्त हो जायेगी।
अजित सिंह / राजेश तिवारी ( ब्यूरो रिपोर्ट)
अलग पूर्वाचल राज्य की मांग कर रहे संगठन पूर्वांचल राज्य जनमोर्चा एवं पर्यावरण के क्षेत्र में कार्य कर रही संस्था पानी पेड़ बचाओ अभियान के संयुक्त तत्वाधान में विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस तहसील परिसर रॉबर्ट्सगंज सोनभद्र में वरिष्ठ अधिवक्ता अमित वर्मा की अध्यक्षता में विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस मनाया गया ।
इस अवसर पर पूर्वांचल राज्य जनमोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव एड पवन कुमार सिंह ने कहा कि यह दिन सभी को प्रकृति के संरक्षण के लिए तत्काल कार्रवाई करने की याद दिलाता है। लेकिन प्रकृति के संरक्षण का क्या मतलब है? संरक्षण में संसाधनों का बुद्धिमानी से उपयोग करना और टिकाऊ, पर्यावरण के अनुकूल प्रथाओं को अपनाना शामिल है।
हमारे प्राकृतिक संसाधन हवा, पानी, खनिज और मिट्टी - का उपयोग भविष्य की पीढ़ियों के लिए उनकी उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए विवेकपूर्ण तरीके से किया जाना चाहिए। पानी पेड़ बचाओ अभियान के उपाध्यक्ष राजेश यादव ने कहा कि विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस के अवसर पर आइए अपनी धरती, जंगल, जल, वायु और जैव विविधता की रक्षा के लिए जागरूकता, उत्तरदायित्व और सतत प्रयासों के साथ आगे बढ़ने का संकल्प लें।
कार्यक्रम का संचालन राजकुमार सिंह एडवोकेट ने किया ।विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस के अवसर पर रियाज खान, राजेश कुमार मौर्य, सुरेश कुमार सिंह, राजेन्द्र प्रसाद यादव, संतोष चतुर्वेदी, टीटू गुप्ता, रवि चौहान, शाहनवाज आलम खान, अनूप शुक्ला, नवीन पांडेय, फूल सिंह आदि लोग उपस्थित रहे ।

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