AROMA HEALTHCARE LUCKNOW और P RAVI & COMPANY AGENCIES LUCKNOW - चोर चोर मौसेरे भाई !
घोटालों के सरताज़ कुख्यात शातिर जीजा साले के चंगुल में उत्तर प्रदेश चिकित्सा शिक्षा विभाग महानिदेशालय
AROMA HEALTHCARE LUCKNOW और P RAVI & COMPANY AGENCIES LUCKNOW का महा फर्जीवाड़ा कुछ इस प्रकार से है ,

जब सहारनपुर मेडिकल कॉलेज के तत्कालीन प्रधानाचार्य द्वारा उक्त टेंडर को खोला गया तब इस बात का खुलासा हुआ कि में P RAVI AND COMPANY AGENCIES द्वारा अपने (पार्टनर्स महेश कुमार खंडेलवाल, मनोज कुमार खंडेलवाल ) डिजिटल सिग्नेचर से AROMA HEALTHCARE (PROPRIETOR SANGEETA KURIYAAL) के बिड दस्तावेज UPLOAD किये गए हैं, इस खुलासे पर AROMA HEALTHCARE LUCKNOW की तथाकथित मालकिन संगीता कुरियाल और उसके पति मनोज कुरियाल और P. RAVI AND COMPANY AGENCIES LUCKNOW के पार्टनर बाप बेटे महेश कुमार खंडेलवाल , मनोज कुमार खंडेलवाल के हाथ पैर फूल गए क्युकी सारे संगठति गिरोह का खुलासा हो गया था की किस प्रकार से चिकित्सा शिक्षा निदेशालय स्तर पर लूट और फर्ज़ीवाड़े का खेल चल रहा है, फिर सहारनपुर मेडिकल कॉलेज के तत्कालीन प्रधानाचार्य और क्रय कमिटी को मैनेज करके की निविदा निरस्त करा दी गयी परन्तु यह भूल गए कि अपराध स्वयं बोलता है और समय आने पर गवाही भी देता है, सहारनपुर मेडिकल कॉलेज के तत्कालीन प्रधानाचार्य और क्रय कमिटी ने निविदा तो निरस्त कर दी परन्तु उचित कारण बताना भूल गए, लिख दिया NOT COPLIED WITH TECHNICAL SPECIFICATIONS,

परन्तु निविदा खुलने कि प्रथम स्टेज जब निविदा प्रपत्र का क्रय मूल्य और प्रतिभूति कि जांच होती है उसमे कुछ अपडेट ही नहीं किया कि इसकी P. RAVI AND COMPANY AGENCIES LUCKNOW डिमांड ड्राफ्ट और एफडीआर हार्ड कॉपी मिली, जब इसकी P. RAVI AND COMPANY AGENCIES LUCKNOW डिमांड ड्राफ्ट और एफडीआर थी, परन्तु बिड AROMA HEALTHCARE की अपलोड थी P RAVI & COMPANY AGENCIES LUCKNOW के डिजिटल सिग्नेचर द्वारा, तो टेक्निकल बिड में स्पेसिफिकेशन्स कैसे चेक हुए P RAVI & COMPANY AGENCIES LUCKNOW ???????????
सबसे आश्चर्यजनक बात यह है की इतने महा फर्ज़ीवाड़े के बाद भी निविदा को पूरा किया गया और क्रय आदेश जारी किया गया एरोमा के पक्ष में ,

संगीता कुरियाल मालकिन AROMA HEALTHCARE, LUCKNOW का महा फर्जीवाड़ा , कागजों पर तो लखनऊ की फर्म एरोमा हेल्थकेयर जोकि संगीता कुरियाल (पत्नी मनोज कुरियाल, कर्मचारी POCT SERVICES) के नाम पर रजिस्टर्ड है पर उसका सञ्चालन कुख्यात शातिर जीजा साले की जोड़ी द्वारा किया जाता है , उत्तर प्रदेश चिकित्सा शिक्षा विभाग के जवाहर भवन स्तिथ महानिदेशालय के क्रय विभाग के भ्र्ष्ट एवं लालची कर्मचारियों से सांठ गाँठ कर के कुख्यात शातिर ने विभाग को जमकर लूटा और पूरी की पूरी स्वास्थ्य वयवस्था ध्वस्त कर दी

किसी भी टेंडर की शर्त होती है की तीन प्रतिभागी टेंडर में प्रतिभाग करें, इसी को खेल में बदल कर कुख्यात शातिर ने तीन कंपनियों का गठन किया और जीवन रक्षक उपकरणों के हर टेंडर में खेल करने लगे

POCT SERVICES, AROMA HEALTHCARE, R. RAVI AND COMPANY AGENCIES, यही वो तीनो कम्पनिया है जिनके जरिये कुख्यात शातिर जीवन रक्षक उपकरणों के टेंडर में प्रतिभाग करते है और अगर किसी अन्य कंपनी ने टेंडर में प्रतिभाग कर लिया तो उसके टेंडर को टेक्निकल बिड में ही रिजेक्ट करा दिया जाता है ताकि कुख्यात शातिर का खेल सेफ रहे,

दुनिया का दसवां अजूबा है उत्तर प्रदेश का चिकित्सा शिक्षा महानिदेशालय, जबसे तेज तर्रार आईएएस किंजल सिंह को उत्तर प्रदेश चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण विभाग का महानिदेशक बनाया गया तबसे जनता में कुछ उम्मीद जगी थी की कुछ अच्छा होगा और यह कुख्यात शातिर दलाल जीजा साले की भ्र्ष्ट जोड़ी की लूट पर कुछ लगाम लगेगी, परन्तु लगता है की महा निदेशालय के क्रय विभाग के अधिकारी और कर्मचारी किंजल सिंह तक सच्चाई पहुंचने ही नहीं दे रहे है इसलिए ईमानदार अधिकार और कर्मचारी साइड करे गए है

चिकित्सा शिक्षा महानिदेशालय के सूत्रों के मुताबिक जबसे साले अभय अग्रवाल ने जीजा सौरभ गर्ग का कारोबार संभाला है तबसे वो अपनी महालोभी और महालालच के वशीभूत होकर लगातार लूट को अंजाम दे रहा है, चिकित्सा शिक्षा महानिदेशालय के सूत्रों के मुताबिक यह अपने महालोभ के कारण अपने ही जीजा की लंका का विभीषण बन गया है, जल्दी ही अपने जीजा का सिंहासन प्राप्त करने की लिए जीजा की ही लंका में आग लगा रहा है ,
इसके बारे में चिकित्सा शिक्षा महानिदेशालय में आजकल एक शेर काफी चर्चा में है
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देखना यह है की चिकित्सा शिक्षा महानिदेशक इस घोटाले, महा फर्ज़ीवाड़े में शामिल भ्र्ष्ट कर्मचारियों पर क्या कार्यवाही करती है, यह तो तय है अगर ईमानदारी से कार्यवाही हुयी तो संगीता कुरियाल मालकिन AROMA HEALTHCARE LUCKNOW और उसके पति मनोज कुरियाल, महेश कुमार खंडेलवाल, मनोज कुमार खंडेलवाल पार्टनर P.RAVI AND COMPANY AGENCIES LUCKNOW और चिकित्सा शिक्षा निदेशालय के भ्र्ष्ट कर्मचारियों का जेल जाना तय है,
आजीवन कारावास भी हो सकता है क्युकी उत्तर प्रदेश की मासूम निर्दोष जनता की जीवन को खतरे में डालने का काम साज़िश करके इन लोगों द्वारा किया गया है और जीवन रक्षक उपकरणों में महा फ़र्ज़ीवड़ा करने पर इनकी सम्पत्तिया भी जब्त हो सकती है और बाबा का बुलडोज़र भी चल सकता है
अगले अंक में कुख्यात शातिर के महाफर्जीवाड़े के अगले प्रकरण के साथ स्वतंत्र प्रभात की खोजी टीम उत्तर प्रदेश की जनता के हित में ...............

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