मजदूर दिवस मेहनतकश लोगों व संघर्ष और अधिकारों के लिए खास दिन- डी बी ए

श्रमिकों के संघर्ष और अधिकारों के सम्मान, योगदान और मेहनत को मान्यता देने के लिए बेहद खास दिन - मजदूर दिवस

मजदूर दिवस मेहनतकश लोगों व संघर्ष और अधिकारों के लिए खास दिन- डी बी ए

मजदूर दिवस की पूर्व संध्या पर खास रिपोर्ट

राजेश तिवारी ( क्राइम ब्यूरो रिपोर्ट) 

सोनभद्र / उत्तर प्रदेश-

 डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन सोनभद्र द्वारा डी बी ए सभागार में मजदूर दिवस के पूर्व संध्या पर अध्यक्ष जगजीवन सिंह एडवोकेट की अध्यक्षता एवं महामंत्री प्रदीप कुमार मौर्य के संचालन में धूमधाम से मनाया गया ! वरिष्ठ उपाध्यक्ष पवन कुमार सिंह एडवोकेट ने कहा कि मजदूर दिवस मेहनतकश लोगों के संघर्ष और अधिकारों के सम्मान, योगदान और मेहनत को मान्यता देने के लिए एक बेहद खास दिन है।

यह दिन उन सभी श्रमिकों को समर्पित है, जो कठिन परिश्रम से आम जन मानस के जीवन को आसान बनाते हैं। श्रमिकों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने के लिए हर साल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मजदूर दिवस मनाया जाता है।

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मीडिया प्रभारी राजेश कुमार मौर्य एडवोकेट ने कहा कि भारत में पहली बार मजदूर दिवस 1923 में मनाया गया था। इस दिन की शुरुआत चेन्नई में कम्युनिस्ट नेता सिंगारवेलु चेट्टियार ने की थी। उन्होंने मजदूरों के हक और अधिकारों की मांग को लेकर मद्रास हाई कोर्ट के सामने पहली बार मजदूर दिवस की सभा आयोजित की थी। इसी सभा में पहली बार भारत में मई दिवस मनाया गया।

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उपाध्यक्ष कांता प्रसाद यादव ने कहा कि मजदूर दिवस, मई दिवस और इंटरनेशनल लेबर डे भी अब इसकी भी एक वजह है। 1886 में 1 मई को ही अमेरिका के शिकागो शहर में हजारों मजदूरों ने एकजुटता दिखाते हुए प्रदर्शन किया था। उनकी मांग थी कि मजदूरी का समय 8 घंटे निर्धारित किया जाए और हफ्ते में एक दिन छुट्टी हो।

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इससे पहले मजदूरों के लिए कोई समय-सीमा नहीं थी। उनके लिए कोई नियम-कायदे ही नहीं होते थे। लगातार 15-15 घंटे काम लिया जाता था। मजदूर दिवस के अवसर पर राजेश कुमार यादव, सुरेश सिंह कुशवाहा, शांति वर्मा, संदीप जायसवाल, कामता प्रसाद यादव, नवीन कुमार पांडेय, अभिषेक सिंह मौर्य, शाहनवाज खान, टीटू गुप्ता, फूल सिंह, राम सजीवन चंद्रवंशी आदि अधिवक्तागण लोगों उपस्थित रहे ।

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