बेटी की सीख ने बदला परिवार, ओबरा में यातायात नियमों पर जागरूकता अभियान
सब इंस्पेक्टर तीरथ लाल ने विद्यार्थियों को ट्रैफ़िक सिग्नल के रंगो का महत्व समझाया
विद्यार्थियों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया।
अजीत सिंह ( ब्यूरो रिपोर्ट)
प्लीज, पापा हेलमेट लगा लीजिए। यह मासूमियत भरी आग्रह भरी बात एक सयानी बेटी ने अपने पिता से तब कही जब वह घर से बाहर बाइक निकालने जा रहे थे। बेटी के इस स्नेहपूर्ण आग्रह को पिता ने तुरंत स्वीकार किया और हेलमेट अपने हाथों में ले लिया। साथ में खड़ा बड़ा भाई, जो पिता के साथ जाने वाला था,
उसने भी अपना हेलमेट उठाकर पहन लिया।घर के अंदर से यह दृश्य देख रही मां भी मुस्कुरा उठीं। पिता भी अपनी बेटी की इस चिंता को अनदेखा नहीं कर सके, क्योंकि वह जानते थे कि हेलमेट या सीट बेल्ट केवल यातायात के नियम ही नहीं, बल्कि जीवन की सुरक्षा के लिए भी अनिवार्य हैं।
बेटी के इस व्यवहार का ऐसा प्रभाव पड़ा कि अब उस घर में पिता और भाई ही नहीं, बल्कि मां और बहन भी जब कभी घर से बाहर निकलते हैं तो हेलमेट का प्रयोग अवश्य करते हैं।
इसी बीच, साथ में खड़े बेटे ने भी अपनी बात रखी कि जब भी वे कार से बाहर निकलें तो सीट बेल्ट जरूर लगाएं। परिवार में आए इस सकारात्मक बदलाव की जड़ में बेटी की एक छोटी सी, लेकिन महत्वपूर्ण सीख छिपी है।इसी तरह की यातायात जागरूकता का एक सराहनीय प्रयास सोमवार को सोनभद्र पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में नेता जी सुभाष चंद्र बोस चौक पर देखने को मिला। प्रवक्ता आचार्य प्रमोद चौबे की निगरानी में शिक्षा निकेतन इंटर कॉलेज के विद्यार्थियों को सब इंस्पेक्टर तीरथ लाल ने यातायात नियमों की महत्वपूर्ण जानकारी दी।
सब इंस्पेक्टर तीरथ लाल ने विद्यार्थियों को ट्रैफिक सिग्नल के रंगों का महत्व समझाया। उन्होंने बताया कि लाल बत्ती पर रुकना है, पीली बत्ती चलने के लिए तैयार रहने का संकेत देती है और हरी बत्ती पर चलना है। इतना ही नहीं, विद्यार्थियों को नेता जी चौक पर खड़ा कर यातायात नियमों का व्यवहारिक ज्ञान भी दिया गया।विद्यार्थियों को यातायात नियमों के प्रति और अधिक जागरूक करने के लिए सब इंस्पेक्टर ने नेता जी चौक पर लगे कैमरों की ओर इशारा करते हुए बताया कि इन कैमरों की मदद से नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कानूनी कार्रवाई की जाती है, जिसमें जुर्माना या दोनों शामिल हो सकते हैं।
उन्होंने छात्रों को गति की निर्धारित सीमा का पालन करने और बाइक पर दो से अधिक व्यक्तियों को न बैठाने की सख्त हिदायत दी।इस यातायात जागरूकता और संचालन कार्यक्रम में शिक्षक मुन्ना लाल जायसवाल, हेड कांस्टेबल अशोक कनौजिया, संतोष कुमार, चौरसिया, सुरेंद्र यादव सहित कई विद्यार्थियों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। कार्यक्रम के अंत में विद्यार्थियों को फल वितरित किए गए, जिससे उनमें उत्साह और जागरूकता का संदेश और भी गहरा हुआ। यह प्रयास निश्चित रूप से युवा पीढ़ी को यातायात नियमों के महत्व को समझने और उनका पालन करने के लिए प्रेरित करेगा।

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