डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन ने किया सायंकालीन न्यायालय चलाए जाने के आदेश का कड़ा विरोध
न्यायालय द्वारा अपने न्यायधीश की कमी का भार अधिवक्ताओं पर डालने के लिए सायंकालीन कोर्ट की व्यवस्था - डी बी ए अध्यक्ष
वकीलों ने किया सायंकालीन न्यायालय चलाने का विरोध
राजेश तिवारी (क्राइम ब्यूरो)
डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष जगजीवन सिंह एड. ने कहा कि न्यायालय द्वारा अपने न्यायधीश की कमी का भार अधिवक्ताओं पर डालने के लिए सायंकालीन कोर्ट की व्यवस्था रखी गई है जो कि उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि अधिवक्ता समाज बंधुआ मजदूर नहीं है जो सुबह से रात तक न्यायिक कार्यों में लगे रहें। सभी का अपना परिवार है और परिवार हमसे अपेक्षा भी रखता है। सांध्य कालीन कोर्ट किसी भी तरह से उचित नहीं है लिहाजा डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन सोनभद्र इसका पूर्ण विरोध करता है !
जिसके क्रम में वरिष्ठ उपाध्यक्ष पवन कुमार सिंह एडवोकेट ने कहा कि महिला वादकारियों और महिला अधिवक्ताओं का जिक्र करते हुए कहा कि वह अपने परिवार की कर्ता-धर्ता होती हैं। ऐसी स्थिति में सायंकालीन न्यायालय को चलाना उचित और व्यवहारिक नहीं है। अधिवक्ताओं ने निर्णय के विरोध में न्यायिक कार्यों से विरत रहने का प्रस्ताव भी पारित किया।
जनपद सोनभद्र की शांतिकालीन कोर्ट के लिए उचित नहीं है क्योंकि सोनभद्र जनपद की सीमा चार प्रदेशों से मिलती है और न्यायालय से जनपद की बॉर्डर की सीमा लगभग कहीं 100 किलोमीटर तो कहीं 150 किलोमीटर है केवल आने में ही चार से पांच घंटे का समय लगता हैं ! बैठक का संचालन महामंत्री प्रदीप कुमार मौर्य एडवोकेट ने किया ! इस अवसर पर मीडिया प्रभारी राजेश कुमार यादव, राजेश कुमार मौर्य, टीटू गुप्ता, राजेश कुमार सिंह, हीरालाल पटेल, कामता प्रसाद यादव, प्रेम प्रताप विश्वकर्मा, वीरेंद्र कुमार राव, सुधीर कुमार, रोशन खान, अभिषेक सिंह, नवीन पांडेय आदि लोग मौजूद रहे !

Comment List