प्रधान और पंचायत सचिव की मिली भगत से लाखों डकार जाने के आरोप
हैंडपंप रिबोर व मरम्मत कार्य एवं ह्युम पाइप खरीद के नाम पर लाखों का भुगतान
On
इंटरलॉकिंग निर्माण कार्य में जिओ टेक कहीं और का और इंटरलॉकिंग निर्माण कहीं और कराए जाने का मामला बना चर्चा का विषय
लखीमपुर खीरी- भले ही सुबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ भ्रष्टाचार पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए जीरो टारलेंस की नीति लागू कर रहे हैं पर इन्हीं के मातहतो द्वारा ग्राम प्रधान के साथ-साठगांठ करके अपनी ही सरकार के प्रयासों और दावो के धज्जिया उड़ाते देखे जा सकते हैं मामला विकासखंड लखीमपुर की घपला और घोटाले के लिए चर्चित ग्राम पंचायत भंसडिया में विकास कार्यों के नाम पर लाखों रुपए का बन्दरवाट कर लिए जाने का मामला प्रकाश में आया है उक्त जुगल जोड़ी द्वारा योगी सरकार की जीरो टारलेंस नीति का मखौल उड़ाते हुए लाखों रुपए डकार कर खुद का विकास कर लिया जाने के आरोपों का सिलसिला थमने का नाम ही नहीं ले रहा हैl
गौर तलब हो कि ग्राम पंचायत भन्साड़िया में गत वितीय वर्ष 2023 -24 में लाखों रुपए पंचायत में विकास कार्य करने के नाम पर निकाल कर आपस में बंदरबाट कर अपनी-अपनी तिजोरिया भर ली गई है और अा ला हुक्मरान खंड विकास अधिकारी लखीमपुर खीरी को इसकी भनक तक न लगना हास्यपद मालूम पड़ता है प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत सूत्र बताते हैं कि उपरोक्त कार्यो के नाम पर एक ही दिन में एक ही फर्म को लाखों का भुगतान किया गया है इतना ही नहीं पंचायत में टेंट लगवाने जैसे काम दर्शाकर भुगतान निकाल कर हजम कर लिया गया हैl
सबसे मजेदार बात तो यह है कि ग्राम परधान वा पंचायत सचिव के भ्रष्टाचार की रेल यहीं पर नहीं रुकी और पंचायत में जरूरी कार्य दर्शाकर अपनी चाहेती फर्मो को हजारों का भुगतान कर डाला गया जिससे पता चलता है कि किस कदर भ्रष्टाचार अपने पूरे सबाब पर है यदि मामले का संज्ञान लेते हुए उच्च अधिकारी गण एक उच्च स्तरीय जांच टीम गठित कर कराये मामले की स्थलीय सत्यापन एवं दस्तावेज शाक्षीयो पर आधारित निष्पक्ष जांच तो भन्साड़िया में भारी भ्रष्टाचार का खुलासा होना तय होगा!
नाला निर्माण के नाम पर 2,36,524 रुपए हडप लिए जाने के आरोप-
नाला निर्माण के नाम पर 2,36,524 रुपए हडप लिए जाने के आरोप-
ग्राम पंचायत भंसाडिया के मजरा नया पूरवा में वित्तीय वर्ष 2023_ 24 में अनिल के मकान से सुनैना के मकान तक का बनवाए गए नाला में दोयम दर्जेकी ईट और मानक विपरीत मसाला लगाकर नाला निर्माण कराया गया कहने को तथा कागजों पर भले नाला निर्माण हुआ पर मौके पर यह महज नाली ही नजर आ रही है ग्राम पंचायत भन्साड़िया के नयापुरवा में उतील के मकान से रमेश के घर तक पुनः नाला निर्माण 14.10.2024 को एक ही दिन में 2,47,890 का भुगतान निकल गया अगर गौर किया जाए तो नाला निर्माण में जमकर मानकों की ऐसी तैसी करके रेशीयो को तोड़ा गया है एक नाले पर दो-दो बार एक ही दिनांक में डबल भुगतान होना संदेह पैदा करने को काफी है यदि नाला निर्माण में गुणवत्ता और भुगतान की कराई जाए जांच तो प्रधान व सचिव पर जांच आना तय होगाl
ग्राम पंचायत में हरवंश के मकान से गोला रोड तक कराए गए इंटरलॉकिंग निर्माण में भारी गड़बड़ी के आरोप-
ग्राम पंचायत में हरवंश के मकान से गोला रोड तक कराए गए इंटरलॉकिंग निर्माण में भारी गड़बड़ी के आरोप-
हरवंश के मकान से गोला रोड तक इंटरलॉकिंग के नाम पर रुपया 7 लाख 10342 का भुगतान 10 फरवरी 2024 को किया गया जबकि मौके पर इंटरलॉकिंग कम लगवाई गई है इतना ही नहीं दिनांक 20 फरवरी 2024 को 1,78,779 बिना किसी नाम का दिखाई इंटरलॉकिंग के नाम निकल गए हैं वहीं 3 फरवरी 2024 को हुयम पाइप खरीद पर 22500 निकाले गए लेकिन ह्यूम पाइप नाम मात्र के पड़े होने की बात सामने आई है हकीकत तो यह है कि एक हयूम पाइप को काटकर दो जगहडालकर दो पाइपों का पैसा निकल जाना चर्चा का विषय बना हैँ l
वही 3 फरवरी 2024 के बाद दिनांक 5 सितंबर 2023 को नल मरम्मत के नाम पर 1,33,015 रुपए का फर्जी भुगतान पटेल मशीनरी के नाम किया गया है कूड़ा उठाने की ठेलिया खरीद के नाम पर दिनांक 6 सितंबर 2023 को साइकिल स्टोर को 34,114 का भुगतान निकल गया जबकि यदि कोटेशन पर गौर करें तो यही ठेलिया मार्केट में 12500 में आसानी से उपलब्ध है 6 सितंबर को ही 9115 रुपए ठेलिया मरम्मत के नाम निकल गया भ्रष्टाचार की दास्तान स्वयं बया कर रहा है अहम सवाल यहां पर यह पैदा होता है कि क्या जिस दिन ठेलिया क्रय की गई उसी दिन इसकी मरम्मत की नौबत आ गई यदि ऐसा नहीं तो ₹9000 से मरम्मत कैसे हो गई मामला यहीं तक सीमित नहीं रहा टेंट के नाम पर 20,400 का भुगतान निकल गयाl
जरूरी कार्य के नाम पर भन्साड़िया में 52000 का भुगतान 25 नवंबर 2023 और इसी दिन आनंद मार्बल टाइल्स खरीद के नाम पर फर्म को 11200, पटेल मशीनरी स्टोर के नाम पर 31840 रुपए,25.11. 2023 विकास के नाम पर निकाला गया सूत्रों के बताएं अनुसार ग्राम पंचायत द्वारा भुगतान करने के बाद सचिव फर्म से ही भुगतान वापस ले लेते हैं और बाद में आपस में बंदरबांट कर लिया जाता है यदि जिला अधिकारी खीरी ले मामले का संज्ञान और करा ले स्थलीय जांच तो कई लोगों की गर्दने फसना तय होगाl
About The Author
स्वतंत्र प्रभात मीडिया परिवार को आपके सहयोग की आवश्यकता है ।
Related Posts
राष्ट्रीय हिंदी दैनिक स्वतंत्र प्रभात ऑनलाइन अख़बार
13 Dec 2025
12 Dec 2025
12 Dec 2025
Post Comment
आपका शहर
13 Dec 2025 20:13:10
Special Train: सर्दियों के मौसम में फ्लाइट कैंसिल होने और यात्रियों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी को देखते हुए भारतीय...
अंतर्राष्ट्रीय
28 Nov 2025 18:35:50
International Desk तिब्बती बौद्ध समुदाय की स्वतंत्रता और दलाई लामा के उत्तराधिकार पर चीन के कथित हस्तक्षेप के बढ़ते विवाद...

Comment List