संगीता कुरियाल मालकिन AROMA HEALTHCARE, LUCKNOW का महा फर्जीवाड़ा !
सबसे आश्चर्यजनक बात यह है की इतने महा फर्ज़ीवाड़े के बाद भी निविदा को पूरा किया गया और क्रय आदेश जारी किया गया एरोमा के पक्ष में
लखनऊ
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किसी भी टेंडर की शर्त होती है की तीन प्रतिभागी टेंडर में प्रतिभाग करें, इसी को खेल में बदल करजीजा साले ने तीन कंपनियों का गठन किया और जीवन रक्षक उपकरणों के हर टेंडर में खेल करने लगे POCT SERVICES, AROMA HEALTHCARE, R. RAVI AND COMPANY AGENCIES, यही वो तीनो कम्पनिया है जिनके जरिये जीजा साले जीवन रक्षक उपकरणों के टेंडर में प्रतिभाग करते है और अगर किसी अन्य कंपनी ने टेंडर में प्रतिभाग कर लिया तो उसके टेंडर को टेक्निकल बिड में ही रिजेक्ट करा दिया जाता है ताकि कुख्यात शातिर दलालों का खेल सेफ रहेl
एरोमा हेल्थ केयर का महा फर्जीवाड़ा कुछ इस प्रकार से है , सहारनपुर मेडिकल कॉलेज द्वारा जीवन रक्षक उपकरण PULSE OXEMETER का टेंडर GMCS/2018/2193/MEDICINE/ANESTHESIA/SURGERY निकाला गया, जिसमे प्रतिभाग करने वाली कम्पनिया निम्नलिखित थी, POCT SERVICES, AROMA HEALTHCARE, P. RAVI AND COMPANY AGENCIES, VED MEDICAL SERVICES, AROMA INDIA, ANESTHESIA SURGURY DEPARTMENT के महत्वपूर्ण जीवन रक्षक उपकरण PULSE OXEMETER के टेंडर में P RAVI AND COMPANY AGENCIES LUCKNOW द्वारा अपने (पार्टनर्स महेश कुमार खंडेलवाल, मनोज कुमार खंडेलवाल ) डिजिटल सिग्नेचरसे AROMA HEALTHCARE LUCKNOW (PROPRIETOR SANGEETA KURIYAAL) के बिड दस्तावेज उत्तर प्रदेश की सरकारी ETENDER वेबसाइट पर UPLOAD कर दिए गएl
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जब सहारनपुर मेडिकल कॉलेज के तत्कालीन प्रधानाचार्य द्वारा उक्त टेंडर को खोला गया तब इस बात का खुलासा हुआ कि में P RAVI AND COMPANY AGENCIES द्वारा अपने (पार्टनर्स महेश कुमार खंडेलवाल, मनोज कुमार खंडेलवाल ) डिजिटल सिग्नेचर से AROMA HEALTHCARE (PROPRIETOR SANGEETA KURIYAAL) के बिड दस्तावेज UPLOAD किये गए हैं, इस खुलासे पर AROMA HEALTHCARE LUCKNOW की तथाकथित मालकिन संगीता कुरियाल और उसके पति मनोज कुरियाल और P. RAVI AND COMPANY AGENCIES LUCKNOW के पार्टनर बाप बेटे महेश कुमार खंडेलवाल , मनोज कुमार खंडेलवाल के हाथ पैर फूल गए क्युकी सारे संगठति गिरोह का खुलासा हो गया था की किस प्रकार से चिकित्सा शिक्षा निदेशालय स्तर पर लूट और फर्ज़ीवाड़े का खेल चल रहा हैl
फिर सहारनपुर मेडिकल कॉलेज के तत्कालीन प्रधानाचार्य और क्रय कमिटी को मैनेज करके की निविदा निरस्त करा दी गयी परन्तु जीजा साले यह भूल गए कि अपराध स्वयं बोलता है और समय आने पर गवाही भी देता है, सहारनपुर मेडिकल कॉलेज के तत्कालीन प्रधानाचार्य और क्रय कमिटी ने निविदा तो निरस्त कर दी परन्तु उचित कारण बताना भूल गए, लिख दिया NOT COPLIED WITH TECHNICAL SPECIFICATIONSl

परन्तु निविदा खुलने कि प्रथम स्टेज जब निविदा प्रपत्र का क्रय मूल्य और प्रतिभूति कि जांच होती है उसमे कुछ अपडेट ही नहीं किया कि इसकी P. RAVI AND COMPANY AGENCIES LUCKNOW डिमांड ड्राफ्ट और एफडीआर नहीं मिली इसलिए निविदा निरस्त की जाती है, जब इसकी P. RAVI AND COMPANY AGENCIES LUCKNOW डिमांड ड्राफ्ट और एफडीआर नहीं थी तो टेक्निकल बिड में स्पेसिफिकेशन्स कैसे चेक हुए ? जब प्रथम स्टेज ही पूरी नहीं हुयी तो सेकंड स्टेज का रिजल्ट कैसे जारी हो गया ?
सबसे आश्चर्यजनक बात यह है की इतने महा फर्ज़ीवाड़े के बाद भी निविदा को पूरा किया गया और क्रय आदेश जारी किया गया एरोमा के पक्ष में ,
दुनिया का दसवां अजूबा है उत्तर प्रदेश का चिकित्सा शिक्षा महानिदेशालय, जबसे तेज तर्रार आईएएस किंजल सिंह को उत्तर प्रदेश चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण विभाग का महानिदेशक बनाया गया तबसे जनता में कुछ उम्मीद जगी थी की कुछ अच्छा होगा और यह जीजा साले की भ्र्ष्ट जोड़ी की लूट पर कुछ लगाम लगेगी, परन्तु लगता है की महा निदेशालय के क्रय विभाग के अधिकारी और कर्मचारी किंजल सिंह तक सच्चाई पहुंचने ही नहीं दे रहे है इसलिए ईमानदार अधिकार और कर्मचारी साइड करे गए है l
चिकित्सा शिक्षा महानिदेशालय के सूत्रों के मुताबिक जबसे साले अभय अग्रवाल ने जीजा सौरभ गर्ग का कारोबार संभाला है तबसे वो अपनी महालोभी और महालालच के वशीभूत होकर लगातार लूट को अंजाम दे रहा है, चिकित्सा शिक्षा महानिदेशालय के सूत्रों के मुताबिक यह अपने महालोभ के कारण अपने ही जीजा की लंका का विभीषण बन गया है, जल्दी ही अपने जीजा का सिंहासन प्राप्त करने की लिए जीजा की ही लंका में आग लगा रहा है , इसके बारे में चिकित्सा शिक्षा महानिदेशालय में आजकल एक शेर काफी चर्चा में है
"दीवार बिगाड़ी आले ने और व्यापार बिगाड़ा साले ने"

देखना यह है की चिकित्सा शिक्षा महानिदेशक इस घोटाले, महा फर्ज़ीवाड़े में शामिल भ्र्ष्ट कर्मचारियों पर क्या कार्यवाही करती है, यह तो तय है अगर ईमानदारी से कार्यवाही हुयी तो संगीता कुरियाल मालकिन AROMA HEALTHCARE LUCKNOW और उसके पति मनोज कुरियाल, महेश कुमार खंडेलवाल, मनोज कुमार खंडेलवाल पार्टनर P.RAVI AND COMPANY AGENCIES LUCKNOW और चिकित्सा शिक्षा निदेशालय के भ्र्ष्ट कर्मचारियों का जेल जाना तय है, आजीवन कारावास भी हो सकता है क्युकी उत्तर प्रदेश की मासूम निर्दोष जनता की जीवन को खतरे में डालने का काम साज़िश करके इन लोगों द्वारा किया गया है और जीवन रक्षक उपकरणों में महा फ़र्ज़ीवड़ा करने पर इनकी सम्पत्तिया भी जब्त हो सकती है और बाबा का बुलडोज़र भी चल सकता है l
अगले अंक में महाफर्जीवाड़े के अगले प्रकरण के साथ स्वतंत्र प्रभात की खोजी टीम उत्तर प्रदेश की जनता के हित में ......

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