दरगाह तसद्दुक हुसैन शहीद रहमतुल्लाह तआला अलैह के आस्ताने पर उर्स मनाया गया
उन्नाव।
हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी हसनगंज कस्बे में मौजूद दरगाह मौलवी तसद्दुक हुसैन शहीद रहमतुल्लाह अलैह का उर्से पाक यौमे विलादते गौशे आज़म के नाम से मनाया गया जो कि काफी अर्से से मनाया जा रहा है इस उर्से पाक में कालपी के मौलाना चतुर्वेदी एवं लखनऊ के मौलानाओं ने तक़रीर की। मौलाना ने अपनी तक़रीर के ज़रिए अदलो इंसाफ की बात करते हुए कहा तुम लोग अदल करो इंसाफ करो लोगों की मदद करो नेक बनने की कोशिश करो ये ना देखो की तुम से मदद कौन मांगने आया है
बल्कि ये देखो कि वो तुम्हारे पास आया है जो मदद कर सकते हो वो मदद करो तुम हुसैन वाले हो हुसैन वाला काम करो यज़ीदी काम न करो। मौलाना ने अपनी तक़रीर में देश की सलामती के लिए दुआ की। प्रोग्राम का आगाज़ हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी शाम मगरिब बाद जुलूस निकालकर किया गया। जुलूस तहसील कैम्पस में मौजूद दरगाह हसन रज़ा शाह तक गया जिसमें मस्जिद के इमाम व आए हुए तमाम शायरे इस्लाम ने नात और मनकबत पढ़ी। शांति के साथ जुलूस वापस आया।
वहीं लंगर का भी ऐतिमाम किया गया था। प्रोग्राम की सदारत हाजी न्यामतुल्लाह फ़िरोज़ ने की। वही कस्बा मोहान न्योतनी व दूरदराज़ से लोग उर्स में चलकर आए जिसमें मोहसिन गुलज़ार अख्तर, अकबर, ताजू, मज़हर, हामिद उर्फ गुड्डू, अनीस निज़ामी, मुजीब, मुसर्रफ, गुलज़ार, वहीं उन्नाव कन्नौज कानपुर सफीपुर एवं आस पास कस्बे के लोगों की काफी उपस्थिति रही
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