पति के प्रताड़ना से भटकी महिला सकुशल घर पहुँची, निर्मोही पति ने महिला को पिट कर बीच राह में छोड़ा

अपने तन से पैदा करने वाली मां मनबढ़ दमाद के डर से पुत्री से मिलने से कर रही थी इंकार

पति के प्रताड़ना से भटकी महिला सकुशल घर पहुँची, निर्मोही पति ने महिला को पिट कर बीच राह में छोड़ा

ब्यूरो/शत्रुघ्न मणि त्रिपाठी

गोरखपुर जनपद में   बुध्दवार को पति के प्रताड़ना बाद बीच रास्ते मे छोड़ी गई महिला को समाजसेविका प्रिया शुक्ला व जन सुनवाई अधिकारी  रामगढ़ ताल ओमप्रकाश बिंद के मेहनत पर महिला अपने परिवार के बीच जा सकी , पूरे दिन बिना पैसे व मोबाइल के सहजनवा से भटकती रामगढ़ ताल एक मासूम बच्चे को लेकर पहुंची । 

हुआ यूँ आज सुबह पीड़ित महिला ने आपबीती  अपने माँ से राहगीर के फोन से बताई ,उसके बाद   महिला की माँ ने महिला काउंसलर  प्रिया शुक्ल से अपनी पुत्री का दशा बताई ,उसके बाद खोज जारी हुआ ,क्षेत्र के कुछ पत्रकारों से बताया गया , देर शाम अथत प्रयास के बाद  पीड़ित महिला का पता लगा ,प्रिया शुक्ला, समाज सेविका श्वेता  जाॅनशन , नवनीत कुमार सिंह समाजसेवी  ,जनसुनवाई अधिकारी रामगढ़ताल ओमप्रकाश बिंद के सहयोग से महिला के मां को बुलाया गया ,जो मनबढ़ दमाद के कारण सुबह से जान-माल के डर से अपने पुत्री वापस लेने से मना करती रही थी ,पुलिस के सहयोग महिला को बुलाकर सुपरत किया गया ।  

दर्शल पीड़ित महिला चांदनी निषाद का विवाह चिलुआताल क्षेत्र  भोरा पार में  हुआ है , जिसका पति संतराम निषाद गुजरात मे लेकर रहता था ,जहां किसी बात विवाद हुआ , पति मार पीट कर ट्रेन से गोरखपुर आया ,और सहजनवा में उतार दिया ,चाँदनी निषाद एक मासूम बच्चे को लिए बिना पैसे व मोबाइल के भटकने लगी ,राहगीर से दिन में 9 बजे अपनी माँ को फोन कर आपबीती बताई ,उसके बाद  खजनी थाना क्षेत्र परसौनी निवासिनी चंपा देवी पत्नी रविन्द्र ने समाजसेवी प्रिया शुक्ला से बता कर उनको खोजने की बात कर चुप हो गई ,

अथक प्रयास के बाद भी अपनी पुत्री को लाने को तैयार नही थी । चांदनी को कुछ समाज सेविकाओ के सहयोग से रामगढ़ ताल थाना लाया गया । जनसुनवाई अधिकारी ओमप्रकाष बिंद ने समझा कर उसके मां को बुलाये और  सुपुर्द किया गया ।

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