रामलीला समिति एवं पक्का ताल मामले में आया नया मोड़

निधि शुक्ला ने कहा कुछ परिचितों ने मेरे नाम का किया इस्तेमाल उपरोक्त जमीन से मेरा कोई वास्ता नहीं है नाम का इस्तेमाल किए जाने के लिए कप्तान से कंप्लेंट की कही बात

रामलीला समिति एवं पक्का ताल मामले में आया नया मोड़

स्वतंत्र प्रभात-
लखीमपुर खीरी । कस्बा खीरी स्थित पौराणिक स्थल एवं रामलीला पक्का ताल समिति की जमीन के मामले में निधि शुक्ला ने पत्रकार के व्यक्तिगत मोबाइल व्हाट्सएप पर किए गए मैसेज पर गौर करें तो निधि शुक्ला ने उपरोक्त मामले में अपना नाम का गलत तरीके से प्रयोग करने के आरोप अपने परिचितों पर लगाए हैं उन्होंने उपयोग जमीन से कोई मतलब ना होने की बात रामलीला पक्का ताल समिति के लोगों को भी इसकी जानकारी दे देने की बात कही है इतना ही नहीं निधि शुक्ला के कथन को सत्य माने तो उन्होंने उनके नाम का प्रयोग करने वालों के विरुद्ध एसपी खीरी से शिकायत करने की भी बात कही है
 
 
बताते चलें कि रामलीला समिति एवं पक्का ताल कस्बा टाउन खीरी में गाटा संख्या 03 रकबा जीरो 2470 के स्वामी मोहम्मद शफी पुत्र मौला बख्श छंगा रघुनंदन प्रसाद एवं राम रामलीला समिति द्वारा गत दिवस पूर्व जिलाधिकारी को दिए गए प्रार्थना पत्र में निधि शुक्ला टीएन मिश्रा व दो अन्य लोगों पर उपरोक्त जमीन पर अवैध कब्जा करके प्लाटिंग किए जाने के आरोप लगाए थे और निधि शुक्ला के सुरक्षा में लगे पुलिस कर्मियों पर बैनर फाड़ डालने के भी आरोप लगाए थे उक्त गाटा संख्या 03 के राजस्व अभिलेखों में रामलीला समिति व मोहम्मद सफी छंगा रघुनंदन बतौर स्वामी दर्ज कागजात है
 
 
उक्त लोगों द्वारा जबरन कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा है उक्त लोगों द्वारा जिन बृजेंद्र माथुर से जमीन खरीदने की बात कही जा रही है उनका पट्टी जयद्रथ में कभी कोई स्टेट नहीं रहा है और ना ही सीमित की जमीन की बिक्री बगैर समिति के दो तिहाई सदस्यों की उपस्थिति में प्रस्ताव के बगैर बेची नहीं जा सकती है यह कथन राम लीला समिति महामंत्री रामनरेश मिश्रा का है। निधि शुक्ला द्वारा किया गया कथन कहां तक सत्य है या वह स्वयं जाने या उनके परिचित जाने फिलहाल उनके कथन ने कई यक्ष प्रश्नों को जन्म दे दिया है इनसे कोई मतलब नहीं है तो यह वहां गई क्या करने इनके फोटो सहित बोर्ड कैसे और किसने लगाया यदि इनका नाम इनके परिचितों ने गलत तरीके से प्रयोग किया तो उसके विरुद्ध कार्रवाई क्यों नहीं की
 
 
 
 
Foto..02 सूत्रों की माने तो उक्त जमीन के कराए गए एग्रीमेंट में निधि शुक्ला टीएन मिश्रा एक वरिष्ठ पत्रकार एवं माजिद खान उर्फ राजू खान के नाम किए जाने की जन चर्चा जोरों पर है उक्त कथन उक्त जमीन के पार्टनर कहे जाने वाले राजू खान का हैं उक्त कथन के अनुसार निधि शुक्ला का एग्रीमेंट में नाम कैसे आया इन प्रश्नों के उत्तर निधि शुक्ला से लेकर तहसील प्रशासन के पास तक ढूंढे नहीं मिल पा रहे हैं जिससे निधि शुक्ला द्वारा किया गया कथन कितना सत्य है संदेह पैदा करता है फिलहाल मामला जांच का विषय है जांच के बाद दूध का दूध और पानी का पानी होगा और कई लोगों सहित तहसील के एक जिम्मेदार को भी जाना पड़ सकता है जेल।
 

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