मॉस्को में सुरक्षा संवाद के दौरान डोभाल ने पाकिस्तान को सुनाई खरी-खरी
स्वतंत्र प्रभात।
मास्को में अफगानिस्तान पर पांचवी क्षेत्रीय चर्चा में NSA अजित डोभाल ने कहा, ‘किसी देश को अफगान की जमीन का इस्तेमाल आतंकवाद और अलगाववाद को बढ़ावा देने की अनुमति न दी जाए.’ उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान के प्राकृतिक संसाधनों का इस्तेमाल पहले अफगान लोगों के कल्याण के लिए होना चाहिए। अजित डोभाल ने कहा कि अफगानिस्तान एक मुश्किल दौर से गुजर रहा है और भारत के अफगानिस्तान से ऐतिहासिक और खास संबंध हैं। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान के लोगों की खुशहाली और मानवीय आवश्यकता भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है और नई दिल्ली जरूरत के वक्त अफगानिस्तान के लोगों को कभी अकेला नहीं छोड़ेगी।
Read More Highway Milestone: सड़क किनारे क्यों लगे होते हैं अलग-अलग रंग के माइलस्टोन? जानें क्या है इनका मतलबउन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में आतंकवाद एक बड़ा खतरा बन गया है। इस्लामिक स्टेट तथा लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकवादी संगठनों से निपटने में संबंधित देशों तथा उसकी एजेंसियों के बीच खुफिया और सुरक्षा सहयोग बढ़ाने की आवश्यकता है। बता दें कि अजित डोभाल ने बुधवार को रूस की दो दिवसीय यात्रा शुरू की। इस दौरान मेजबान देश तथा भारत के अलावा ईरान, कजाखस्तान, किर्गिस्तान, चीन, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उज्बेकिस्तान के शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों ने अफगानिस्तान पर सुरक्षा परिषद के सचिवों की पांचवीं बहुपक्षीय बैठक में भाग लिया। सूत्रों ने बताया कि बैठक में अफगानिस्तान की सुरक्षा स्थिति तथा उसके सामने खड़ी मानवीय चुनौतियों समेत विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई ।

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