अम्बेडकर नगर! जहां हवा में हो रही है धान की खरीद, किसान त्रस्त, आधिकारी मस्त!
जिले के डेप्युटी आरएमओ और डीएस कांटा बढ़ा कर रात में सेंटरों पर तौल करवा रहे है पहले पैसा ले रहे है फिर बोरा पोर्टल पर रजिस्टर हो रहा है
सरकार किसानों के हित की बात कहते हुए जनपदों में धान क्रय केंद्रों की स्थापना की है। लेकिन यह किसानों के लिए छलावा साबित हो रहा है। जिसका शत प्रतिशत लाभ छोड़िए 10 परसेंट लाभ भी किसानों को नहीं मिल पा रहा है बिचौलिए और अधिकारी इसका फायदा किसानों के नाम पर उठा रहे हैं।
स्वतंत्र प्रभात-
धान बेचने के लिए किसानों को महीने भर से क्रय केंद्रों का चक्कर लगाना पड़ रहा है फिर भी धान बेचने के लिए उन्हें एक लंबा समय दिया जा रहा है। जिससे मजबूर होकर वो दलाल या अधिकारीयों की जेब गर्म करने पर मजबूर हो जा रहें है।
सूत्रों द्धारा जानकारी आई है कि डेप्युटी आरएमओ साहब अपने पसंदीदा बाबू प्रेम नारायन दूबे से 5 लाख लेकर उन्हें क्रय केंद्र का प्रभारी बना दिया है।जो की क्रय नीति के खिलाफ़ है। यही नहीं जिले के डेप्युटी आरएमओ और डीएस कांटा बढ़ा कर रात में सेंटरों पर तौल करवा रहे है पहले पैसा ले रहे है फिर बोरा पोर्टल पर रजिस्टर हो रहा है।

जनपद के कई क्रय केंद्रों पर किसानों की ट्रालिया कई दिनों से खड़ी नजर आ रही हैं लेकिन उनका तौल नहीं हो पा रहा है। क्रय केंद्रों पर किसानों को कभी बोरे की कमी तो कभी गोदाम फुल होने की बात कह कर उनके धान की खरीद नहीं की जा रही है जबकि खरीद के आंकड़े के अनुसार गोदाम या सेंटर पर फिजिकल रूप में धान मौजूद नहीं है।सूत्र बताते है किसी भी धान क्रय केंद्र पर 50 से 100 कुंटल से ज्यादा धान की खरीद भौतिक रूप से नहीं हो पा रही है फिर भी शाम होते ही कागजों में धान की खरीद तिहरा शतक मार रही है।
Read More Road Markings: सड़क पर बनी सफेद और पीली लाइनों का क्या है मतलब? जानिए ड्राइविंग के जरूरी नियमजिसमें कहीं ना कहीं से जिले के जिम्मेदार अधिकारी की शह हैं। तहसील भीटी अंतर्गत महरुआ गोला साधन सहकारी समिति पर सोमवार से गोदाम भर जाने की वजह से धान की खरीद ठप पड़ी हुई है। क्रय केंद्र से धान की उठान नहीं हो पा रही हैं। बोरे की कमी के चलते किसानों को अपने पैसे से बोरे को खरीदना पड़ रहा है।
तहसील जलालपुर अंतर्गत साधन सहकारी समिति पैकौली में भी बोरे का टोटा लगा हुआ है। जिम्मेदार फोन उठाने से कतरा रहे हैं। किसान अपने धान की ट्रालियों को लेकर वापस अपने घर जा रहे हैं। इसी तरह से जनपद के कई केंद्रों की स्थिति एक जैसी बनी हुई है।
वहीं कुछ क्रय केंद्र के प्रभारियों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि उनके ऊपर अधिकारियों द्वारा राइस मिलरो के अंगूठे को लगाने का व रात में तौल करने का दबाव बनाया जाता है। केंद्र प्रभारियों ने बताया कि बिचौलियों के द्वारा राइस मिलो पर किसानों के धान को औने पौने दाम में खरीद कर पहुंचा दिया जाता है और बाद में मिलर व अधिकारियों की मिलीभगत से हम पर दबाव बनाकर अंगूठा लगवा लिया जाता है।
जिला स्तर की जांच टीम अपनी जेब गर्म कर रही है और सही रिपोर्ट उच्च अधिकारीयों तक नहीं भेज रही है अगर खाद्य आयुक्त अपने ऑफिस से एक टीम बनाकर अम्बेडकर नगर जिले के क्रय केंद्रों का गोपनीय निरीक्षण करवा लें तो उनको जिले के क्रय केंद्रों का असली और भयावह रूप दिखेगा।

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