स्वतंत्र प्रभात
लखीमपुर खीरी- कई मामले ऐसे भी सामने आए हैं जिसमें खुलासा हुआ है कि प्रधानों द्वारा अपनी ही ग्राम सभा में बाशिंदों के साथ छल किया जा रहा है ग्रामसभा की तमाम मद में से ढेर सारा धन देखकर प्रधान को ऐसा लगने लगा कि मानो यह सारा धन सरकारी धन ना होकर उनकी निजी जागीर का हिस्सा बन गया प्रधान की नियत डोली और प्रधान ने सचिव व ब्लॉक के अन्य अधिकारियों से मिलकर बंदरबांट वह फर्जीवाड़े का खेल रचना शुरू कर दिया और जब इसकी जानकारी ग्राम सभा के गलियारों से होते हुए मीडिया तक पहुंची तो प्रधानों द्वारा झूठ का सहारा लिया जाने लगा ग्राम सभा में विकास कार्यों की जो गंगा प्रधान व सचिव ने मिलकर बहाई है।
ग्राम पंचायत मैगलगंज में ग्राम निधि मनरेगा एवं 15वें वित्त में महज कागजों पर काम दिखा फर्जी कूट रचित फार्म एसके ट्रेडर्स बना करोड़ों रुपए का गोलमाल किए जाने का मामला चर्चा का विषय बना है इस घोटाले फर्जीवाड़े में जांच एवं कार्यवाही को लेकर किसान संगठन द्वारा महीनों धरना प्रदर्शन किया गया और कई किसानों द्वारा आत्महत्या तक करने का प्रयास किया लेकिन ऊपर तक पहुंच रहे हिस्से के चलते कोई कार्रवाई नहीं हो सकी जिससे लोगों में प्रशासन के प्रति आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
सूत्रों द्वारा मिली जानकारी अनुसार एसके ट्रेडर्स एक फर्जी फर्म बनाई गई है ताकि सरकारी धनराशि का सुनियोजित तरीके से बंदरबांट किया जा सके सोक पिट कार्य धरातल पर हुआ ही नहीं और नल रिबोर में तो घपल्ला दिखा ही नहीं सकते क्योंकि जितना रिबोर दिखाया उसका कबाड़ कहां है ऐसे ही कई अन्य विकास कर आए हैं जिन पर कार्य ही नहीं हुआ और पैसा निकाल कर हजम कर लिया गया कहीं सोची समझी राजनीति तो नहीं।