क्रिसमस पर कांप उठा पेरिस: जमकर हुई तोड़फोड़ और आगजनी
स्वतंत्र प्रभात
जहां दुनिया के कोने-कोने में खुशियां मनाई गईं व विश्व शांति की कामना की गई वहीं फ्रांस के सबसे बड़े नगर और उसकी राजधानी पेरिस में आग की लपटें उठीं और गोलियां चली। मध्य पेरिस में रुए डी एंघियन में स्थित एक सांस्कृतिक केंद्र में शुक्रवार को एक बंदूकधारी द्वारा तीन लोगों की हत्या के बाद दंगे भड़क गए। बंदूकधारी द्वारा तीन अन्य को घायल कर दिया था। इसके बाद पेरिस में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हिंसा भड़क गई। इस दौरान कुर्दिस्तान वर्कर्स पार्टी समर्थकों और पुलिस के साथ जमकर भिड़ंत हुई। कई सुरक्षाकर्मी भी घायल हो गए। दरअसल कुर्दिश सांस्कृतिक केंद्र में शुक्रवार को हुई घातक गोलीबारी के बाद दूसरे दिन पेरिस में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हिंसा व दंगे भड़के। वहीं क्रिसमस के दिन भी पेरिस हिंसा की आग में दहल उठा। यहां उग्र प्रदर्शनकारियों ने वाहनों को पलट दिया और आग लगा दी। जवाब में पुलिस ने आंसू गैस के गोले प्रदर्शनकारियों पर छोड़े।
द न्यू यॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, तीन पीड़ितों के शोक में शहर के प्लेस डे ला रिपब्लिक में बड़े पैमाने पर शांतिपूर्ण प्रदर्शन के बाद शनिवार को विरोध फिर से शुरू हो गया। पेरिस के सेंट्रल स्क्वायर में पीड़ितों को श्रद्धांजलि देने के लिए सैकड़ों कुर्द प्रदर्शनकारी जिले के मेयर सहित फ्रांसीसी राजनेताओं के साथ शामिल हुए थे। फ्रांस में कुर्दिश डेमोक्रेटिक काउंसिल के एक राजनीतिक समूह, बेरिवान फ़िराट ने बीएफएम टीवी को बताया, "हमें बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं किया जा रहा है। 10 वर्षों में, छह कुर्द कार्यकर्ता पेरिस में दिन के उजाले में मारे गए हैं।" समूह ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शांतिपूर्ण प्रदर्शन के लिए लोगों को चौक पर इकट्ठा होने का आह्वान किया था।
उधर, पेरिस के पुलिस प्रमुख लॉरेंट नुनेज ने कहा कि हिंसा के लिए कुछ दर्जन प्रदर्शनकारी जिम्मेदार थे, जिसमें 11 लोगों की गिरफ्तारियां हुईं और लगभग 30 लोगों को मामूली चोटें आईं। जैसे ही कुछ प्रदर्शनकारी चौक से बाहर निकले, उन्होंने पुलिस पर प्रोजेक्टाइल फेंके. जिसका पुलिस ने आंसू गैस से जवाब दिया। प्रदर्शनकारियों के तितर-बितर होने से पहले लगभग दो घंटे तक झड़पें होती रहीं।
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