ग्राम पंचायत अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय लगातार किया जा रहा बचाव

खाऊ कमाऊ नीति से बचाया जा रहा है इसका अंदाजा लगाया जाना बेहद मुश्किल

ग्राम पंचायत अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय लगातार किया जा रहा बचाव

खाऊ कमाऊ नीति से बचाया जा रहा है इसका अंदाजा लगाया जाना बेहद मुश्किल

 

संवाददाता: प्रमोद कुमार वर्मा

स्वतंत्र प्रभात
भीटी अंबेडकरनगर।

ग्राम पंचायत अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही करने के बजाए लगातार बचाव किया जा रहा है तथा भ्रामक जानकारी आइजीआरएस पर दी जा रही है। मामला भीटी तहसील क्षेत्र अंतर्गत भीटी गांव का है। जिस तरीके से एक दूसरे को खाऊ कमाऊ नीति से बचाया जा रहा है इसका अंदाजा लगाया जाना बेहद मुश्किल है। पूर्व में दिए गए शिकायती पत्र पर कार्यवाही ना होने पर पीड़ित ने तहसील दिवस में शपथ पत्र भी देकर बताया है कि उससे परिवार रजिस्टर नकल बनाने के लिए पैसे की मांग की गई

जिसके एवज में उसने पैसे भी दिये हैं की बात को रखते हुए कार्रवाई की मांग की है। लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हो पाई है। जिस से संबंधित एक ऑडियो क्लिप भी सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी। लगातार कई महीनों से कार्रवाई के नाम से इधर से उधर दौड़ाया जा रहा है। इस मामले में पीड़ित के ऊपर एडीओ पंचायत भीटी के द्वारा भी दबाव बनाया जा चुका है। पीड़ित ने बताया तहसील दिवस में शपथ पत्र देते समय मुख्य विकास अधिकारी ने खंड विकास अधिकारी भीटी से घूस लेने के मामले में पूछा था तो खंड विकास अधिकारी के द्वारा अवगत कराया गया था कि पीड़ित से ग्राम पंचायत सचिव के द्वारा पैसा लिया गया है जिस पर प्रतिक्रिया देते हुए खंड विकास अधिकारी भीटी को निर्देश दिया था कि तत्काल ग्राम पंचायत सचिव को हटा दिया जाए

लेकिन अभी तक ग्राम पंचायत सचिव की तैनाती उसी गांव में की गई है। वही जब पीड़ित आकाश अग्रहरी ने इस विषय पर खंड विकास अधिकारी भीटी के कार्यालय पहुंचकर पूछा तो खंड विकास अधिकारी के द्वारा बताया गया कि हम किसी सचिव का ट्रांसफर नहीं कर सकते हमारे अधिकार क्षेत्र में नहीं है। _बड़ा सवाल खड़ा होता है कि क्या पीड़ित के सामने मुख्य विकास अधिकारी द्वारा खंड विकास अधिकारी भीटी को निर्देश देकर उसे  सांत्वना दी गई थी।_

जिला पंचायतराज अधिकारी द्वारा दी गई  जानकारी पूरी तरीके से गलत एवं भ्रामक

जिला पंचायतराज अधिकारी द्वारा पीड़ित आकाश अग्रहरी की जनसुनवाई पोर्टल आवेदन संख्या 40017 822020777 पर गलत आख्या एवं भ्रामक जानकारी दी जा रही है। उनके द्वारा दी गई आख्या रिपोर्ट में दर्शाया गया है कि उक्त के संबंध में सहायक विकास अधिकारी पंचायत भीटी से आख्या प्राप्त की गई। उन्होंने अपने कार्यालय पत्र संख्या 530 दिनांक 7/10/2021 द्वारा अवगत कराया गया कि पीड़ित अपने माता का नाम ग्रामसभा भीटी में परिवार रजिस्टर नकल में दर्ज कराना चाहता है।

जबकि भीटी के परिवार रजिस्टर मकान संख्या 765 व 603 पर पूर्व में ही की माता का नाम दर्ज है तथा ग्राम पंचायत दिलावलपुर के परिवार रजिस्टर मकान नंबर 92 ब/2 में इनकी माता जय श्री पत्नी मुन्नीलाल मृतक दर्ज है। पीड़ित ने बताया जिला पंचायतराज अधिकारी द्वारा दी गई  जानकारी पूरी तरीके से गलत एवं भ्रामक है जिस डेट को सहायक विकास अधिकारी द्वारा अपनी आख्या रिपोर्ट दर्शाई जा रही है उस तारीख से पूर्व हमने कोई शिकायती पत्र नहीं दिया है और जिस दिलावरपुर मकान नंबर 92 ब/2 मेरी माता का नाम मृतक दिखाया जा रहा है उस नाम से मेरा कोई मकान नंबर नहीं ही नही है। 


शपथ पत्र देते समय मुख्य विकास अधिकारी के द्वारा खंड विकास अधिकारी से किया गया था पूछताछ उनके द्वारा स्वीकार किया गया था कि ग्राम पंचायत सचिव के द्वारा लिया गया था घूस

वहीं पीड़ित द्वारा तहसील दिवस में दिए गए शपथ पत्र की बातों को नजर अंदाज करते हुये सहायक विकास अधिकारी हौसला प्रसाद वर्मा द्वारा अपने कर्मचारी को बचाया जा रहा है जबकि शिकायती पत्र देते समय पीड़ित ने बताया मुख्य विकास अधिकारी के द्वारा खंड विकास अधिकारी बेटी से पूछा गया था तो घूस लेने की बात खंड विकास अधिकारी के द्वारा स्वीकार किया गया था कि सचिव के द्वारा रजिस्टर में नाम दर्ज करने के लिए पैसा दिया गया था। जिस पर प्रतिक्रिया देते हुए ही मुख्य विकास अधिकारी ने तत्काल ग्राम पंचायत सचिव को हटाने की बात कही थी। 

घूस लेने की बात को शपथ पत्र पर लिखित रूप से देने के बाद भी ग्राम पंचायत सचिव का किया जा रहा बचाव

पीड़ित के द्वारा शपथ पत्र देने के बाद भी कार्रवाई नहीं की जा रही है। जबकि ग्राम पंचायत सचिव के बचाव में बार-बार वही रिपोर्ट लगाई जा रही है पीड़ित की माता का नाम दो स्थानों पर दर्ज है एक व्यक्ति का एक ही स्थान पर नाम दर्ज हो सकता है ग्राम पंचायत सचिव को निर्देशित कर दिया गया है कि ग्राम पंचायत में खुली बैठक करके आवश्यक कार्यवाही करें। वहीं पीड़ित का कहना है कि हमने अपनी माता का नाम दर्ज करने के लिए जब दिया था तो उस समय हमने अपनी मां का नाम दर्ज दो अलग अलग मकान नंबरों से काटने के लिए भी दिया था कि पहले मेरी माता का नाम काटकर हमारे नए मकान नंबर के साथ माता का परिवार रजिस्टर नकल बना दिया जाए।

लेकिन एडीओ पंचायत के द्वारा भी उच्च अधिकारियों को भ्रामक जानकारी दी जा रही है। वही पीड़ित ने भी बताया कि हमारी एक ऑडियो क्लिप एडीओ पंचायत से बातचीत करने के दौरान का है जिसमें हमने उनसे बताया है कि पहले हमने अपने माता का नाम काटने के लिए ग्राम पंचायत सचिव को दिया था उसके बाद ही मैंने मां का नाम नए मकान के साथ रजिस्टर में दर्ज करने के लिए कहा था जिसकी ऑडियो क्लिप हमारे पास मौजूद है। ब्लॉक अस्तर से लेकर उच्च अधिकारियों द्वारा भी सचिव के खिलाफ कार्यवाही नहीं की जा रही है जबकि पैसे लेनदेन बात सत्य है हमने अपने द्वारा शपथ पत्र पर लिखित रूप से दिया गया है तथा हमारे पास एक ऑडियो क्लिप है जिसमें ग्राम पंचायत सचिव और उनके मुंशी के बीच हमारे मोबाइल से बातचीत किया गया है जो अपने किसी कोड भाषा में बात कर रहे थे।


वही जब इस विषय पर खंड विकास अधिकारी अंजलि भारतीय से बात करने का प्रयास किया गया तो लगातार दो दिन से उनका फोन नहीं उठ रहा है। 

जिला विकास अधिकारी ने भी किया ग्राम पंचायत अधिकारी का बचाव:- पीड़ित

वही पीड़ित आकाश अग्रहरी ने बताया कि आइजीआरएस ऑनलाइन संदर्भ संख्या 400 17 8220 16 721 पर जिसमें हमने ग्राम पंचायत सचिव द्वारा अवैध वसूली की जांच किए जाने की मांग की थी जिस के संबंध में शिकायत की जांच सहायक विकास अधिकारी पंचायत भीटी से कराई गई थी।

आंख्या में अवगत कराया गया था कि ग्राम पंचायत सचिव के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही हेतु कार्यालय पत्र संख्या 156 दिनांक 16/08/2022 द्वारा जिला विकास अधिकारी को पत्र प्रेषित किया गया था। जिस पर स्पष्ट शब्दों में लिखा हुआ था कि सचिव ग्राम पंचायत के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही प्रक्रियाधीन में है। जिस पर भी जिला विकास अधिकारी के द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई है। जबकि 2 माह से ज्यादा बीत जाने के बाद भी ग्राम पंचायत सचिव का बचाव किया जा रहा है।

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