भारत और इंग्लैंड के बीच खेले जाने वाले पांचवें टेस्ट के रद्द होने के बाद इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट (ईसीबी) ने आईसीसी को लेटर लिखकर इस पर फैसला लेने की अपील की है। दोनों टीमों के बीच खेली गई यह सीरीज वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का हिस्सा थी ऐसे में आईसीसी इस मुकाबले को लेकर क्या निर्णय लेती है यह देखने वाली बात होगी।
हालांकि, बीसीसीआई और ईसीबी ने बयान जारी करते हुए कहा था कि वह इस टेस्ट मैच को रिशेड्यूल करने पर विचार करेंगे। लेकिन, ईसीबी के सीईओ टॉम हैरिसन ने संकेत दिए थे कि बाद में आयोजित होने वाला टेस्ट पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का हिस्सा नहीं होगा।
IPL 2021: RCB के स्टार बल्लेबाज देवदत्त पडीक्कल ने बताया, क्या है आईपीएल पार्ट-2 को लेकर टीम की रणनीति
आईसीसी द्वारा वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के लिए बनाए गए नियमों में यह कहा गया है कि अगर कोरोना किसी टीम के फील्ड में उतरने में दिक्कत पैदा करता है तो ऐसी स्थिति में टीम खेलने के इनकार कर सकती है और बीसीसीआई आईसीसी के सामने यही पक्ष रखने की कोशिश करेगा। हालांकि, ईसीबी के सीईओ हैरिसन ने मैच रद्द होने के बाद कहा था कि भारतीय टीम ने कोरोना के प्रकोप से नहीं, बल्कि इसको लेकर चिंता और मानसिक दबाव के चलते फील्ड पर ना उतरने का फैसला किया था। अब देखना दिलचस्प होगा कि आईसीसी भारत और इंग्लैंड में से किसके पक्ष में फैसला सुनाता है।
IND vs ENG: पांचवां टेस्ट रद्द होने पर IPL 2021 को जिम्मेदार ठहराने वालों की इरफान पठान ने की बोलती बंद
'क्रिकबज' की खबर के मुताबिक, आईसीसी इस टेस्ट मैच को लेकर इन दो में से किसी एक फैसले पर पहुंच सकती है। पहले यह कि आईसीसी के कोविड नियमों के अनुसार इस टेस्ट मैच को स्वीकार किए जाने का कारण पाए जाने पर कैंसिल घोषित किया जा सकता है। ऐसी स्थिति में भारतीय टीम इस सीरीज को 2-1 से अपने नाम कर लेगी और उसके अनुसार ही दोनों टीमों को डब्ल्यूटीसी में प्वॉइंट दिए जाएंगे।
दूसरी तरफ आईसीसी की विवाद समाधान समिति यह समझ लेती है कि भारत ने इस मुकाबले को वॉक ओवर कर लिया और ऐसी कंडिशन में इंग्लैंड को जीत दी जाएगी और सीरीज 2-2 की बराबरी पर खत्म होगी। डब्ल्यूटीसी की प्लेइंग कंडिशंस के मुताबिक कुछ परिस्थितियों में टीम को मैच ना खेलने की इजाजत है, लेकिन आईसीसी के अधिकारी टीम के उस कारण से संतुष्ट होनी चाहिए।