कर्ज में दबकर दिवालिया हो गए थे आमिर खान के पिता, जॉब के लिए अपनी ग्रैजुएशन की डिग्री तलाशने लगे थे

कर्ज में दबकर दिवालिया हो गए थे आमिर खान के पिता, जॉब के लिए अपनी ग्रैजुएशन की डिग्री तलाशने लगे थे

मैंने पिता को बेहद आर्थिक संकट में देखा


स्वतंत्र प्रभात 
 

पुनीत कुमार 
 

 मिस्टर परफेक्शनिस्ट के नाम से मशहूर आमिर खान स्टारर के पिता ताहिर हुसैन एक जाने-माने फिल्ममेकर थे।बतौर फिल्ममेकर उनकी जिंदगी में एक समय ऐसा दौर भी आया था जब वह दिवालिया हो गए थे और उनका परिवार करीब-करीब सड़क पर आ गया था। खुद आमिर ने कुछ समय पहले इसका खुलासा एक इंटरव्यू में किया था।


मेरे पिता को बिजनेस करना नहीं आता था


आमिर ने एक मीडिया इंटरेक्शन में कहा था, "मैं फिल्म फैमिली से आता हूं। मैंने अपने चाचा (नासिर हुसैन) को फिल्म बनाते देखा है। पिता को फिल्म बनाते देखा है। मेरे पिता बहुत ही उत्साही और अच्छे प्रोड्यूसर थे।

 लेकिन उन्हें यह नहीं पता था कि बिजनेस कैसे किया जाता है। इसलिए उन्होंने कभी कोई पैसा नहीं बनाया। और उन्हें एक ही समस्या थी। कोई फिल्म 8 साल में बनती थी तो कोई 3 साल में।


आमिर ने पिता के आर्थिक संकट के बारे में बताते हुए कहा था, "वे बहुत ज्यादा कर्ज में दब गए थे। मैंने पिता को बेहद आर्थिक संकट से जूझते देखा है। मुझे नहीं पता कि आप जानते हैं या नहीं। लेकिन हम लगभग दिवालिया हो गए थे और उस वक्त लगभग सड़क पर आ गए थे।


 आमिर ने इस दौरान एक घटना को याद किया, जब उनकी मां ने बताया था कि उनके पिता जॉब की जरूरत महसूस करते हुए एक अपनी ग्रैजुएशन की डिग्री ढूंढने लगे थे। उन्होंने कहा, "ऐसी स्थिति आ गई थी कि एक 40 साल का आदमी अपने ग्रैजुएशन का सर्टिफिकेट तलाशने लगा था।


ये फिल्में की थीं प्रोड्यूस


बेटे आमिर को लेकर उन्होंने एक फिल्म बनाई थी जिसका नाम तुम मेरे हो था। ये बतौर डायरेक्टर उनकी पहली और आखिरी फिल्म थी। कारवां, अनामिका, मदहोश, जख़्मी, जनम जनम का साथ, खून की पुकार, हम हैं राही प्यार के जैसी फिल्में उन्होंने 

प्रोड्यूस की थीं। ताहिर हुसैन का 2 फरवरी 2010 को निधन हो गया था। ताहिर हुसैन भारत के पहले एजुकेशन मिनिस्टर मौलाना अबुल कलाम आजाद के रिश्तेदार थे।

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