विटामिन ‘ए’ की खुराक पिलाएं, बच्चों को रतौंधी और कुपोषण से बचाएं- जिलाधिकारी

विटामिन ‘ए’ की खुराक पिलाएं, बच्चों को रतौंधी और कुपोषण से बचाएं- जिलाधिकारी

महिला अस्पताल में बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाकर डीएम ने किया विटामिन ए सम्पूरण कार्यक्रम का शुभारम्भ


स्वतंत्र प्रभात 

महिला अस्पताल में बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाकर डीएम ने किया विटामिन ए सम्पूरण कार्यक्रम का शुभारम्भ

नौ माह से पांच साल के 4.55 लाख बच्चों को 30 अगस्त तक हर बुधवार व शनिवार को दी जाएगी विटामिन ए की खुराक

बृजभूषण तिवारी

गोंडा। बुधवार को डीएम डॉ0 उज्ज्वल कुमार ने जिला महिला अस्पताल परिसर से विटामिन ए सम्पूरण कार्यक्रम का फीता काटकर शुभारंभ किया। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 रश्मि वर्मा, एसीएमओ डॉ0 टीपी जायसवाल व महिला अस्पताल की अधीक्षिका डॉ0 सुषमा सिंह समेत स्वास्थ्य महकमे के अन्य अधिकारियों के साथ फीता काटकर बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाते हुए कार्यक्रम की शुरुआत की। इस मौके पर उन्होंने बताया कि महीने भर के इस कार्यक्रम में नौ माह से पांच साल तक के बच्चों को विटामिन ए की खुराक एएनएम द्वारा हर बुधवार और शनिवार को पिलाई जाएगी।

           जिलाधिकारी ने कहा कि विटामिन ए की खुराक पिलाने से बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और रतौंधी व कुपोषण से बचाव होता है। उन्होंने जनपदवासियों से अपील किया कि नौ माह से पांच साल तक के बच्चों को विटामिन ए की खुराक जरूर पिलाएं।

           मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 रश्मि वर्मा ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग तथा बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग के संयुक्त प्रयास से 30 अगस्त तक बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाई जायेगी। जनपद के नौ माह से पांच वर्ष तक के चार लाख 55 हजार 124 बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिले के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में तैनात 409 एएनएम को शत-प्रतिशत बच्चों को विटामिन ए से आच्छादित किये जाने की जिम्मेदारी सौंपी गयी है।

            सीएमओ ने कहा कि एएनएम द्वारा अपने कार्यक्षेत्र में हर बुधवार और शनिवार को आशा, आशा संगिनी और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के सहयोग से छाया ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस (छाया वीएचएनडी) / छाया शहरी स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस (छाया यूएचएनडी) सत्रों का आयोजन कर बच्चों को विटामिन ए की खुराक दी जाएगी। उन्होंने स्वास्थ्यकर्मियों को निर्देशित करते हुए कहा कि बच्चों को विटामिन ए आच्छादन में कोविड प्रोटोकॉल का पूर्ण पालन किया जाये। इस बात का जरूर ध्यान रखा जाए कि सत्र पर एक समय में दस से अधिक बच्चे एकत्रित न हों। आशा द्वारा लाभार्थियों को कुछ अंतराल पर ही सत्र पर बुलाया जाए। टीकाकरण सत्र पर प्रत्येक बच्चे को विटामिन ए की खुराक पिलाने के लिए हर बार एक नई चम्मच की व्यवस्था की जाये और एएनएम द्वारा हर बार खुराक पिलाने के बाद अपने हाथों को सैनेटाईज किया जाये, जिससे कोरोना फैलने का खतरा कम रहे। 

                   वहीं जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ0 जय गोविन्द ने बताया कि विटामिन-ए सम्पूर्ण कार्यक्रम, टीकाकरण का एक अभिन्न अंग है, जो प्रतिवर्ष दो चरणों में आयोजित किया जाता है। उन्होंने बताया कि एक माह तक चलने वाले इस कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों में रोगों से लड़ने की क्षमता विकसित करना, बाल मृत्यु दर में कमी लाना तथा रतौंधी एवं कुपोषण से बचाव के साथ-साथ बच्चों को पोषणयुक्त आहार दिए जाने के प्रति जनजागरुकता फैलाना है।

              इस अवसर पर  इंचार्ज डीपीओ (आईसीडीएस) धर्मेन्द्र गौतम, डीसीपीएम डॉ0 आरपी सिंह, एआरओ अरुण श्रीवास्तव, एसएमओ डॉ0 विनय डांगे, डीएमसी शेषनाथ सिंह, डीएआईओ अरविन्द कुमार, डिस्ट्रिक्ट वैक्सीन स्टोर इंचार्ज पंकज तिवारी, चाई संस्था के सतेन्द्र कुमार व मुख्य सेविका ममता सिंह सहित अन्य लोग मौजूद रहे।

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