कलशाह बाबा धाम में मूर्ति के साथ तोड़ फोड़ , बजरंग दल ने जताई नाराजगी

मूर्ति तोड़ने वाले अराजकतत्वों की पहचान कर दण्डित करे प्रसाशन : बजरंग दल


 स्वतंत्र प्रभात 


कबरई ; महोबा । आज 16 अक्टूबर 2021 दिन शनिवार को कुछ अराजकतत्वों द्वारा कस्बे में स्थित कलशाह बाबा धाम की मूर्ति खण्डित करने का मामला प्रकाश में आया जिसको लेकर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के साथ ही हिन्दू आस्था से जुड़े लोगों ने नाराजगी व्यक्त करते हुए पुलिस प्रशासन से मूर्ति खण्डित करने वाले अराजकतत्वों की पहचान कर दण्डित करने की मांग की है।

जानकारी के लिए आपको बता दें कि कस्बे में स्थित इस प्राचीन कलशाह बाबा धाम से कस्बे सहित क्षेत्र के अन्य जगहों के लोंगो की आस्था जुड़ी है। इसी को ध्यान में रखते हुए हाल ही में डीएम महोबा सत्येंद्र कुमार द्वारा यहाँ के विकास के द्वारा खोलने के उद्देश्य से बैठने की व्यवस्था के साथ ही उजाले की व्यवस्था की गई है लेकिन यहाँ के स्थानी पुलिस प्रशासन की निष्क्रियता के चलते यहाँ शाम ढलते ही शराबियों के जाम छलकते हैं


 जिसके परिणामस्वरूप आज कुछ अराजकतत्वों द्वारा कलशाह बाबा धाम की मूर्ति के साथ तोड़ फोड़ की गई है जिसकी जानकारी आज सुबह पूजा अर्चना करने गए भक्तों को लगी जिसके बाद पूरी घटना की जानकारी स्थानीय पुलिस को दी गई जिसके बाद स्थानीय पुलिस द्वारा मौके पर पहुंच कर जाँच करते हुए मूर्ति को जुड़वाते हुए रँगाई पुताई करवा दी गई। जानकारी मिलते ही बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के 

साथ ही सामाजिक लोगों द्वारा मौके पर पहुंच कर इस घटनाक्रम पर शामिल अराजकतत्वों पर कार्यवाही की मांग करते हुए आक्रोश व्याप्त किया है। मामले को बढ़ता देख महोबा पुलिस अधीक्षक सुधा सिंह ने कबरई थाना प्रभारी दिनेश कुमार सिंह को इस पूरे मामले  की गहनता से जांच कर इसमें शामिल असामाजिक तत्वों पर कड़ी कार्यवाही करने ने निर्देश दिए हैं।

शाम होते ही कलशाह बाबा धाम में शराबियों के छलकते हैं जाम 


जहाँ एक ओर महोबा जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार द्वारा कलशाह बाबा धाम सहित जनपद के अनेकों स्थलों को पर्यटन के लिहाज से विकसित करने का प्रयास किया जा रहा है तो वहीं कलशाह बाबा धाम में शाम ढलते ही शराबियों के जाम छलकने लगते हैं जिससे वहां पर आने जाने वाले भक्तों को परेशानी का सामना करना पड़ता हैं। 


स्थानीय पुलिस प्रशासन को कलशाह बाबा धाम में बैठने वाले शराबियों पर नकेल करने की आवश्यकता है जिससे वहाँ पर आने जाने वाले श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न उठानी पड़ी।
 

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