swatantra vichar
संपादकीय  स्वतंत्र विचार 

हिंदी पत्रकारिता दिवस 30 मई पर विशेष

हिंदी पत्रकारिता दिवस 30 मई पर विशेष अशोक मधुप वरिष्ठ पत्रकार भारत में पत्रकारिता एक समय पर लोकतंत्र का चौथा स्तंभ मानी जाती थी। समाज की आवाज़ उठाने, सत्ता से सवाल पूछने और जनभावनाओं को मंच देने में इसकी भूमिका अविस्मरणीय रही है। लेकिन बीते कुछ...
Read More...
संपादकीय  स्वतंत्र विचार 

उत्तर प्रदेश में बिजली कर्मचारियों का निजीकरण से बिजली संग्राम

उत्तर प्रदेश में बिजली कर्मचारियों का निजीकरण से बिजली संग्राम लेखक सचिन बाजपेई स्वतन्त्र प्रभात    लखनऊ,    उत्तर प्रदेश में बिजली वितरण कंपनियों के निजीकरण के प्रस्ताव के खिलाफ बिजली कर्मचारियों ने जोरदार विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। यह आंदोलन विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति (VKSSS) के नेतृत्व में चलाया...
Read More...
विचारधारा  स्वतंत्र विचार 

ग्रीष्मकालीन शिविरों का स्थायी प्रभाव: विकास और उन्नति को बढ़ावा देना              

ग्रीष्मकालीन शिविरों का स्थायी प्रभाव: विकास और उन्नति को बढ़ावा देना               सविता सिंह, हैदराबाद    ग्रीष्मकालीन शिविर लंबे समय से एक प्रिय परंपरा रहे हैं, जो बच्चों और किशोरों को दिनचर्या से एक अनूठा पलायन और नए क्षितिज तलाशने का अवसर प्रदान करते हैं। मनोरंजन और खेलों से परे, ...
Read More...
विचारधारा  स्वतंत्र विचार 

वक़्त की चाल में छूटते रिश्ते: क्या हम सच में जी रहे हैं?

वक़्त की चाल में छूटते रिश्ते: क्या हम सच में जी रहे हैं? ज़िंदगी एक अनघट कविता है, जिसमें हर पंक्ति छोटे-छोटे पलों से बनी होती है। ये पल, जो उस वक्त साधारण लगते हैं, वही समय के साथ हमारी आत्मा का सबसे अनमोल खज़ाना बन जाते हैं। बचपन में...
Read More...
संपादकीय  स्वतंत्र विचार 

पाकिस्तान पोषित आतंकवाद विरुद्ध चाणक्य का युद्ध नीति दर्शन

पाकिस्तान पोषित आतंकवाद विरुद्ध चाणक्य का युद्ध नीति दर्शन       भारत पिछले कई दशकों से पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद का दंश झेल रहा है। सीमापार से होने वाली आतंकी घुसपैठ, आत्मघाती हमले और आतंकवादी संगठनों को मिलने वाला प्रत्यक्ष-परोक्ष समर्थन भारत की सुरक्षा और संप्रभुता के सामने एक सतत चुनौती...
Read More...
संपादकीय  स्वतंत्र विचार 

अब व्यापार के लिए सांप्रदायिक ध्रुवीकरण : शर्बत भी बंटा हिन्दू और मुस्लिम में!

अब व्यापार के लिए सांप्रदायिक ध्रुवीकरण : शर्बत भी बंटा हिन्दू और मुस्लिम में! (आलेख : संजय पराते)    रामदेव के संघी झुकाव के बारे में सब जानते हैं। सब जानते है कि उसके भगवा चोले के अंदर एक कॉर्पोरेट बैठा हुआ है। रामदेव संघ-भाजपा की हिंदुत्व और कॉर्पोरेट गठजोड़ की राजनीति का नमूना भी...
Read More...
संपादकीय  स्वतंत्र विचार 

दिल्ली इलेक्शन ! बीते वर्षों में कितनी बदली है दिल्ली की सियासी हवा

दिल्ली इलेक्शन ! बीते वर्षों में कितनी बदली है दिल्ली की सियासी हवा 2025 में दिल्ली विधानसभा के चुनाव संभव हैं और सभी दलों ने विशेषकर आम आदमी पार्टी, भारतीय जनता पार्टी तथा कांग्रेस पार्टी ने लगभग अपने उम्मीदवारों पर मोहर लगा दी है या तैयारी कर ली है। यह चुनाव आम आदमी...
Read More...
संपादकीय  स्वतंत्र विचार 

एक नई सोच, एक नई दिशा: जनरेशन बीटा का दौर

एक नई सोच, एक नई दिशा: जनरेशन बीटा का दौर साल 2025 का आगमन केवल एक नया वर्ष नहीं, बल्कि मानव सभ्यता के इतिहास में एक नई शुरुआत का प्रतीक बनेगा। यह समय उस पीढ़ी के आगमन का गवाह बनेगा, जो समाज, संस्कृति और तकनीक के त्रिवेणी...
Read More...
संपादकीय  स्वतंत्र विचार 

हाउस अरेस्टिंग डिजिटल क्रांति का काला और स्याह पहलू।

हाउस अरेस्टिंग डिजिटल क्रांति का काला और स्याह पहलू। डिजिटल क्रांति का स्वरूप मानवीय जीवन में एक नया और क्रांतिकारी परिवर्तन लेकर आया है। व्हाट्सएप, फेसबुक, इंस्टाग्राम ने आमजन की जीवन शैली ही बदल कर रख दी है। इस क्रांति ने देश और विदेश की दूरियों को एकदम कम...
Read More...
विचारधारा  स्वतंत्र विचार 

लिव-इन रिलेशनशिप और समलैंगिक विवाह: परंपरागत मूल्यों की परीक्षा

लिव-इन रिलेशनशिप और समलैंगिक विवाह: परंपरागत मूल्यों की परीक्षा भारतीय समाज में विवाह को एक अत्यंत महत्वपूर्ण सामाजिक और सांस्कृतिक संस्था के रूप में प्रतिष्ठित किया गया है, जो केवल दो व्यक्तियों को ही नहीं, बल्कि दो परिवारों और भिन्न-भिन्न संस्कृतियों को भी एक अभिन्न सूत्र में...
Read More...
संपादकीय  स्वतंत्र विचार 

भारत , वीटो और भारत की चेतावनी

भारत , वीटो और भारत की चेतावनी भारत के पास वीटो पावर नहीं है फिर भी भारत अब पहले वाला भारत नहीं है। भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत कभी भी दूसरों को अपने फैसलों पर ‘वीटो’ लगाने की अनुमति नहीं देगा और...
Read More...
संपादकीय  स्वतंत्र विचार 

 फिर दिखाना होगा 1971 वाला जलवा

 फिर दिखाना होगा 1971 वाला जलवा बांग्लादेश में हिन्दूओं पर अत्याचार दिन प्रति दिन बढ़ता जा रहा है। आज कहां है वो अंतराष्ट्रीय समुदाय जो भारत में रह रहे खुशहाल और अधिकार प्राप्त अल्पसंख्यकों के लिए अपनी बनावटी चिंता का प्रदर्शन समय-समय पर करता रहता है।...
Read More...