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दिल्‍ली  राज्य 

भारत गौरव रत्न श्री सम्मान परिषद ने भव्य समारोह में दूरदर्शी व्यक्तित्वों को किया सम्मानित।

भारत गौरव रत्न श्री सम्मान परिषद ने भव्य समारोह में दूरदर्शी व्यक्तित्वों को किया सम्मानित। नई दिल्ली- भारत गौरव रत्न श्री सम्मान परिषद ने नई दिल्ली के चाणक्यपुरी स्थित अशोक होटल में एक भव्य संगोष्ठी एवं पुरस्कार समारोह का आयोजन किया, जिसमें उन दूरदर्शी व्यक्तित्वों को सम्मानित किया गया जिनके योगदान ने समाज को गहराई...
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संपादकीय  स्वतंत्र विचार 

  गड़े मुर्दे उखाड़ते नफ़रत के ये सौदागर

  गड़े मुर्दे उखाड़ते नफ़रत के ये सौदागर विगत दस वर्षों से देश का सामाजिक ढांचा छिन्न भिन्न करने के सत्ता संरक्षित प्रयास जिस तरह से किये जा रहे हैं उन्हें देखकर तो अब यही लगने लगा है कि हमारे देश की राजनीति और सत्ता अपने मूल उद्देश्य...
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संपादकीय  स्वतंत्र विचार 

मनमानी का लोकतंत्र, हर कोई परम स्वतंत्र

मनमानी का लोकतंत्र, हर कोई परम स्वतंत्र भारत में लोकतंत्र अब मनमानी का पर्याय बन चुका है। यदि सत्ता प्रतिष्ठान आपके हाथों में है तो आप जो जी में आये कर सकते हैं ।  न ' लोक ' आपका हाथ पकड़ सकता है और न ' तंत्र...
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संपादकीय  स्वतंत्र विचार 

बदरंग सियासत और जुमा की नमाज बनाम होली का रंग 

बदरंग सियासत और जुमा की नमाज बनाम होली का रंग  जुमा साल में 52 बार आता है, लेकिन होली सिर्फ एक बार. मुसलमान रंग-गुलाल को बुरा मानते हैं, तो उन्हें घर में ही रहना चाहिए. अगर बाहर निकलें, तो रंग सहन करें. यही वह बयान है जिसको लेकर यूपी ही...
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संपादकीय  स्वतंत्र विचार 

 ना-रंगी ' जमात की ' औरंगी ' सियासत

 ना-रंगी ' जमात की ' औरंगी ' सियासत सियासत  का कोई एक रंग होता  तो उसे आसानी से पहचाना जा सकता था,लेकिन मुल्क  की सियासत तो बहुरंगी है। इन तमाम रंगों के बीच  एक रंग ऐसा है जो नारंगी होकर भी ना-रंगी है। इस ना-रंगी सियासत  की जमात...
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संपादकीय  स्वतंत्र विचार 

उचित नहीं है क्रूर शासक औरंगजेब का महिमामंडन ! 

उचित नहीं है क्रूर शासक औरंगजेब का महिमामंडन !  देश की राजनीति में मुगल शासक औरंगज़ेब चर्चा में है और समाजवादी पार्टी के नेता अबू आजमी के इसके महिमामंडन करने की कोशिश को लेकर विवाद बढ़ गया है. इतिहास में देखें तो सबसे विवादास्पद मुगल शासकों में सबसे बड़ा...
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संपादकीय  स्वतंत्र विचार 

वनतारा के शेर और राजनीति के छावा

वनतारा के शेर और राजनीति के छावा आज आप फिर कहेंगे  कि मै घूम-फिरकर शेरों और छावा पर आ गया ,सवाल ये है कि  मै करूँ  तो करूँ क्या ? मै डोनाल्ड ट्रम्प से चीन के राष्ट्रपति शी  जिन पिंग की तरह पंगा ले नहीं सकत।  नहीं...
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संपादकीय  स्वतंत्र विचार 

अपनी जेब के बजाय औरंगजेब पर रार

अपनी जेब के बजाय औरंगजेब पर रार हिन्दुस्तानी यानि सनातनी बेमिसाल होते हैं .आजकल हम हिन्दुस्तानी अपनी लगातार काटी जा रही जेब की फ़िक्र करने के बजाय उस औरंगजेब  को लेकर आपस में कट -मर रहे हैं जिसे हम में से किसी ने भी देखा नहीं. देखते...
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संपादकीय  स्वतंत्र विचार 

हिंदी विरोध को बनाना चाहते हैं सत्ता बचाने का हथियार 

हिंदी विरोध को बनाना चाहते हैं सत्ता बचाने का हथियार  देश में नई शिक्षा नीति  और त्रिभाषा फॉर्मूले को लेकर तमिलनाडु के नेता जिस प्रकार का बयान दे रहे हैं, वह सिर्फ भड़‌काऊ होने के साथ ही राजनीतिक स्वार्थ से ओत-प्रोत है। भाषा को लेकर संकीर्ण सोच से ऊपर उठने...
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संपादकीय  स्वतंत्र विचार 

दागी नेताओं के चुनाव लड़ने के मामले पर केंद्र का रवैया निराशा जनक

दागी नेताओं के चुनाव लड़ने के मामले पर केंद्र का रवैया निराशा जनक   देश का प्रत्येक नागरिक स्वयं को सच्चा देशभक्त मानता है। वह राजनीति, समाज और अर्थव्यवस्था से जुड़ी नीतियों पर बड़े ज्ञानवर्धक विचार प्रकट करता है और देश में फैले भ्रष्टाचार, अनैतिकता, बेईमानी व रिश्वतखोरी पर कठोर आक्रोश व्यक्त करता है,...
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संपादकीय  स्वतंत्र विचार 

भारतीय सियासत का ' छावा ' कौन

भारतीय सियासत का ' छावा ' कौन इन दिनों रजतपट पर विक्की कौशल और 'छावा' दोनों ही धमाल मचा रहे हैं।   ऐतिहासिक फिल्म ' छावा ' बॉक्स ऑफिस पर पूरे जोश में आगे बढ़ रही है और इसकी रफ़्तार धीमी होने का नाम ही नहीं ले रही...
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संपादकीय  स्वतंत्र विचार 

कुर्सी का काला खेल, संगीत का उजला मेल

कुर्सी का काला खेल, संगीत का उजला मेल ज़िंदगी मानो  दो परस्पर विरोधी धाराओं का अखाड़ा है—एक ओर वह जो सत्ता की पिपासा में अपने कंठ को फाड़कर चीखता है, दूसरी ओर वह जो अपने सुरों की मल्हार  से  रूह को अमृतपान कराता है। राजनीति वह दलदल...
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