गांव का रास्ता बन्द करने से आक्रोशित ग्रामीणों ने चुनाव बहिष्कार की दी चेतावनी

उपजिलाधिकारी हीरालाल द्वारा एक माह पूर्व प्रभारी निरीक्षक कोतवाली कर्नलगंज को प्रकरण की जांच कर नियमानुसार रास्ता खुलवाकर विवाद का हल कराने संबंधी दिया गया निर्देश रद्दी टोकरी में, नहीं खुला रास्ता


कर्नलगंज (गोण्डा)। तहसील एवं कोतवाली क्षेत्र कर्नलगंज में दबंगों द्वारा बंद किये गए रास्ते को खुलवाने एवं विवाद का हल कराने हेतु एक माह पूर्व एसडीएम द्वारा प्रभारी निरीक्षक कोतवाली कर्नलगंज को दिये गए निर्देशों के बावजूद पुलिस द्वारा अभी तक रास्ता ना खुलवाने और विवाद का हल ना कराये जाने से आक्रोशित ग्रामीणों ने अविलंब रास्ता न खुलने पर विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करने की चेतावनी दी है। जिसके संबंध में उन्होंने गांव को जाने वाले रास्ते पर चुनाव बहिष्कार 2022 का बोर्ड भी लगाया है जो क्षेत्र में चर्चा का विषय बना है।                                                                                                                                                       

प्रकरण कोतवाली कर्नलगंज अन्तर्गत ग्राम गोनवा के मजरा बाबू पुरवा से जुड़ा है। यहां गांव को जाने वाले खड़ंजा मार्ग पर बल्ली लगाकर बीते एक माह पूर्व गांव के ही कुछ दबंग किस्म के लोग बलपूर्वक रास्ता अवरुद्ध करने लगे। ग्रामीणों के मना करने पर गाली व जान से मार डालने की धमकी देते हुये लाठी,भाला लेकर दौड़ा लिये। ग्रामीणों के जाने के बाद खड़ंजा मार्ग पर सीमेंट का पिलर लगाकर उसमें बांस बल्ली बांधकर गांव को जाने वाला खड़ंजा मार्ग पूरी तरह बंद कर दिये। जिससे आवागमन बाधित हो गया और ग्रामीणों को काफी समस्या उत्पन्न हो गई।जबकि कई दशक पहले से पूर्वजों के जमाने से सैकड़ों लोगों के आवागमन का यह एकमात्र रास्ता है जो बंद होने से ग्रामीणों को काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है।

वहीं बीमार होने पर अथवा वाद विवाद की स्थिति में एंबुलेंस, पुलिस एवं चौपहिया वाहन का आवागमन भी अवरूद्ध है। उपरोक्त समस्या के संबंध में ग्रामीणों ने कोतवाली में तहरीर दिया मगर कोई कार्रवाई नही हुई। जिस पर क्षुब्ध होकर संदीप कुमार,सूरज यादव,सोनू, रामू यादव, राहुल,रामबहाल, भवनलाल, रामटहल, महादेव यादव, कुन्दन, राजेश कुमार, शंकर यादव सहित काफी संख्या में ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन कर जमकर नारेबाजी करते हुए उपजिलाधिकारी कर्नलगंज को भी प्रार्थना पत्र देकर दबंगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराकर उचित कार्रवाई करने एवं रास्ता खोलवाने की मांग की। जिसमें बीते 4 जनवरी को उपजिलाधिकारी द्वारा प्रभारी निरीक्षक कोतवाली कर्नलगंज को प्रकरण की जांच कर नियमानुसार रास्ता खुलवाकर विवाद का हल कराने का निर्देश दिया गया था।

लेकिन एक माह से अधिक समय बीत जाने के बाद भी अभी तक कोतवाली पुलिस द्वारा एसडीएम के निर्देश का अनुपालन ना करके रास्ता नहीं खुलवाया गया है और विवाद का हल नहीं कराया गया है। जिससे आक्रोशित ग्राम के पुरुषों/महिलाओं ने बताया कि यदि अविलंब रास्ता नही खुलवाया गया तो विवश होकर विधानसभा चुनाव का बहिष्कार किया जायेगा और शासन को अवगत कराया जाएगा।जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी स्थानीय अधिकारियों की होगी। ग्रामीणों ने इस संबंध में गांव को जाने वाले रास्ते के पास "रास्ता नहीं तो वोट नहीं" लिखा चुनाव बहिष्कार 2022 का बोर्ड भी लगाया है जो क्षेत्र में चर्चा का विषय बना है। उक्त संबंध में उपजिलाधिकारी से संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन संपर्क नहीं हो सका।

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