सीमा पर धड़धड़ाते डग्गामार वाहन नए वैरिएंट को दे रहे दावत

जिस तरह से गौरीफंटा बॉर्डर से डग्गामार मैजिको का संचालन कर नेपाली नागरिकों की भीड़ को भारतीय बाजारों में लाया जा रहा है


पलिया कलां खीरी।उत्तर प्रदेश के जिला लखीमपुर खीरी से सटे इंडो नेपाल सीमा के गौरीफंटा बॉर्डर पर लगातार बढ़ती जा रही अराजकतत्वों की भीड़ व देश के सच्चे शूरवीरों की सह पर बेधड़क धड़धड़ा रही डग्गामार मैजिको से दनदनाते हुए चली आ रही नेपाली नागरिकों की भीड़ अनायास रौंगटे खड़े कर देने वाली है।

उल्लेखनीय है कि पिछले दो वर्षों में जिस तरह से कोरोना वायरस ने भारतीय नागरिकों के ऊपर कहर बरपाया वह किसी से छिपा नहीं है जिसमे देश के न जाने कितने अपने लोग काल के गाल में समा गए।मगर आज कोरोना ओमिक्रो न वैरिएंट का रूप धरकर फिर तवाही मचाने को आतुर दिख रहा है जिसके चलते देश व प्रदेश की सरकारों ने इस नए वैरिएंट से देश वासियों को बचाने के लिए एक बार फिर से कोरोना गाइडलाइंस जारी करते हुए पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों को नियमो का पालन कराने के दिशानिर्देश जारी किए है।

मगर देखा जा रहा है कि जिस तरह से गौरीफंटा बॉर्डर से डग्गामार मैजिको का संचालन कर नेपाली नागरिकों की भीड़ को भारतीय बाजारों में लाया जा रहा है उसको देखकर सीमाक्षेत्र के नागरिकों में दहसत का माहौल साफ देखने को मिल रहा है।लोगो का कहना है कि अगर इसी तरह बिना जांच के नेपाली नागरिकों की भीड़ भारतीय बाजारों में बढ़ती रही तो लोगों को नए वैरिएंट से बचाना काफी मुश्किल हो सकता है।

सूत्रों से जानकारी के आधार पर यह भी पता चलता है कि उक्त डग्गामार वाहनों के संचालन के लिए वाहन स्वामियों ने सीमा पर तैनात खाखी व कुछ चाटुकारों से प्रतिमाह लाइन सेट की हुई है जिसके चलते उक्त लोग बेखौफ होकर अपने काम को अंजाम देकर भारतीय नागरिकों की जान को मुश्किलों में डालने का काम कर रहे हैं।

About The Author: Swatantra Prabhat