महर्षि वाल्मीकि  आश्रम के पास  सामुदायिक शौचालय निर्माण कार्य पूर्णता कि ओर।

महर्षि वाल्मीकि आश्रम के पास सामुदायिक शौचालय निर्माण कार्य पूर्णता कि ओर। विजय तिवारी (रिपोर्टर ) सीतामढ़ी भदोही । जनपद के कोइरौना थाना क्षेत्र के सीतामढ़ी चौकी अंतर्गत महर्षि वाल्मीकि आश्रम के समीप सामुदायिक शौचालय निर्माण कार्य ग्राम प्रधान नारे पार मिश्रीलाल के द्वारा जोरो – शोरों से निर्माण कार्य कराया जा रहा था। वहीं

महर्षि वाल्मीकि  आश्रम के पास  सामुदायिक शौचालय निर्माण कार्य पूर्णता कि ओर।

विजय तिवारी (रिपोर्टर )

सीतामढ़ी  भदोही ।

जनपद के कोइरौना थाना क्षेत्र के सीतामढ़ी चौकी अंतर्गत महर्षि वाल्मीकि  आश्रम के समीप सामुदायिक शौचालय निर्माण कार्य ग्राम प्रधान नारे पार मिश्रीलाल के द्वारा जोरो – शोरों से निर्माण कार्य कराया जा रहा था। वहीं सामुदायिक शौचालय इस  समय  पूर्णता की ओर है।

बता दें कि सीतामढ़ी महर्षि वाल्मीकि  आश्रम के पास सार्वजनिक शौचालय ना होने के कारण दर्शन पूजन करने  आए हुए  सैलानियों को  काफी  दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। महर्षि वाल्मीकि आश्रम एवं लव कुश कुमारों की जन्मस्थली पर भारी संख्या में पर्यटकों का आवागमन प्रतिदिन होता है।

और ऐसे में सार्वजनिक शौचालय ना होने के कारण खासकर महिलाओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। वही मंदिर के आसपास रहने वालों को भी शौच के लिए जो बाहर जाना पड़ता था अब उन्हें नहीं जाना पड़ेगा।

और जो  महिलाएं महर्षि वाल्मीकि आश्रम में दर्शन पूजन करने के लिए भारी संख्या में आती थी। अब उन्हें भी इस सार्वजनिक शौचालय को बन जाने से सहूलियत मिलेगी। और उन्हें अब बाहर खुले में शौच के लिए नहीं जाना पड़ेगा। और शौचालय निर्माण कार्य बेहतरीन ढंग से कराया जा रहा है।

यहां पर  शौचालय एवं स्नानालय कि  बेहतरीन व्यवस्था की गई है। ताकि मंदिर के आसपास रहने वालों एवं पर्यटकों को इसका लाभ मिल सकें। वही महर्षि बाल्मीकि आश्रम के शास्त्री महेश मिश्रा ने बताया कि यहां पर शुद्ध पेयजल की व्यवस्था नहीं है।

और यहां पर श्रद्धालुओं का भारी संख्या में मंदिर में दर्शन पूजन करने के लिए आवागमन होता है। और यहीं पर लोग बाटी चोखा एवं मां जानकी के लिए हलवा पूरी का प्रसाद बना कर मां को अर्पण कर मां के प्रसाद को ग्रहण  करते हैं।

और शुद्ध पेयजल की व्यवस्था सही ढंग से ना होने के कारण श्रद्धालुओं को इधर-उधर भटकना पड़ता है। और यहां पर शुद्ध पेयजल की अति आवश्यकता है। और जिम्मेदार लोग इस पर नहीं दे रहे हैं कोई ध्यान।

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