किसानों की सहमति से बने नया कृषि कानून- डाॅ नीलम मिश्रा।

किसानों की सहमति से बने नया कृषि कानून- डाॅ नीलम मिश्रा। संतोष तिवारी (रिपोर्टर ) भदोही। समाजसेवी डॉ नीलम मिश्रा ने अपनेसहयोगियों के साथ सोमवार को मोदी सरकार द्वारा पारित तीन कृषि कानूनों के विरोध में 19 दिनों से चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में जिला मुख्यालय ज्ञानपुर पहुचकर माननीय राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन

किसानों की सहमति से बने नया कृषि कानून- डाॅ नीलम मिश्रा।

संतोष तिवारी (रिपोर्टर )

भदोही।

समाजसेवी डॉ नीलम मिश्रा ने अपनेसहयोगियों के साथ सोमवार को मोदी सरकार द्वारा पारित तीन कृषि कानूनों के विरोध में 19 दिनों से चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में जिला मुख्यालय ज्ञानपुर पहुचकर  माननीय राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन अपर जिलाधिकारी को दिया। ज्ञापन में राष्ट्रपति से मांग किया गया कि तीनों कृषि कानूनों को वापस लिया जाय,

नया कृषि कानून पारित किया जाय जिसमे किसानों की सहमति ली जाय, उत्पादों का सरकार द्वारा न्यूनतम मूल्य निर्धारित किया जाय जो खरीद और व्यापार का आधार बने तथा मंडी समिति और किसानों से विवाद की स्थिति में उन्हें दीवानी न्यायालय में अपील का अधिकार मिले। कहा कि कृषि का निजीकरण भारतीय कृषि को प्रभावित करेगी

यदि कृषि प्रभावित होगा तो जन जीवन प्रभावित होगा। इन कानूनों का लाभ केवल पूंजीपतियों व उद्योगपतियों को मिलेगा न कि किसानों को। ज्ञापन देने वालों में मुख्य रूप से संदीप मिश्रा, मिथिलेश श्रीवास्तव, बिजेंद्र पासी, सुनील बिंद, लवकुश मिश्रा, निजाम, विवेक तिवारी, विनय निषाद, मक्खन दुबे, दिनेश गुप्ता, रामकुमार गुप्ता, अनुराग बिंद आदि थे।

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